dipika chikhlia आज भी रामानंद सागर के बनाये गए पौराणिक शो रामायण की सीता के तौर पर जानी जाती हैं. इन दिनों वह छोटे परदे पर अभिनेत्री के साथ- साथ निर्मात्री की दोहरी भूमिका धारावाहिक धरतीपुत्र नंदिनी से निभा रही हैं. हाल ही में इस शो ने अपने दो सौ एपिसोड पूरे कर लिए हैं. वह फर्स्ट टाइम प्रोड्यूसर के तौर पर अपनी इस उपलब्धि को खास करार देती हैं. उनके इस शो ,रणबीर कपूर की रामायण सहित कई पहलुओं पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
धरतीपुत्र नंदिनी से ही आपने निर्मात्री के तौर पर शुरुआत क्यों की ?
मुझे एक ऐसी स्टोरी चाहिए थी ,जो अयोध्या की हो और जिसमें राम जी हो. मेरी जिंदगी में राम जी ने हमेशा बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मैं हमेशा से चाहती थी कि मैं ऐसा टेलीविजन बनाऊं, जो बहुत ही प्रोग्रेसिव हो. लोग मेरे शो से सेंटीमेंटल होने के साथ-साथ सीख भी ले सकें. शो में मेरी बहू के साथ जो मेरा रिलेशनशिप है.वह बहुत ही प्यारा है. मुझे लगता है कि हर एक सास बहू का ऐसा ही रिश्ता होना चाहिए.
रामायण और अभी के सीरियल मेकिंग में आप क्या फर्क पाती है?
बहुत अलग है. हम लोग जब उसे जमाने में टेलीविजन करते थे. उसे जमाने में जितने भी लोग थे. वह सभी फिल्म लाइन के ही लोग थे. पिक्चर बनाते थे, लिखते थे और उसमें काम करते थे. मीडियम बस बदल गया था कि फिल्म से टेलीविजन में वह आ गए थे. जैसे हमने रामायण का जो पायलट बनाया था. वह 15 दिन में बनाया था. हम एक एपिसोड बनाने में 5-5 दिन लगाते थे. आज हमें एक एपिसोड 1 दिन में बनाना पड़ता है. आज की जो इंडस्ट्री है ,वह टेलीविजन इंडस्ट्री बन गई है. हमारे जमाने में जब मैंने शुरू किया था. रामायण, टीपू सुल्तान और भी बहुत सारे मैं सीरियल किए थे. उसे टाइम जो टीवी हुआ करता था. उसमें फिल्म लाइन के लोग ही बनाते थे और उनका माइंडसेट यह था कि शांति से करो. अच्छे से शॉट लो. लाइटिंग अच्छी सी होती थी.किसी भी तरह से कोई कंप्रोमाइज नहीं किया जाता था. अभी समय बहुत महत्वपूर्ण हो गया है कि आपको सब कुछ समय पर खत्म कर देना है.गुणवत्ता मायने नहीं रखती है.
आज के समय की मेकिंग का सबसे अच्छा पहलू क्या है?
आजकल चीजें बहुत जल्दी से जाती है क्योंकि हर बंदे को अपना काम पता है. उनको पता है कि कितना काम करेंगे तो कितना फुटेज जाएगा और यह वाला काम कौन से दिन पर टेलीकास्ट होना है. अभी टेलीविजन बहुत ऑर्गेनाइज्ड हो गया है.
आप इस शो में एक्टिंग भी कर रही है और इसके निर्माण से भी जुड़ी है ऐसे में आपका शेड्यूल कितना हेक्टिक होता है?
सीरियल में आप जितना तमाशा देखते हैं ना पर्सनल लाइफ में हमारा उससे ज्यादा तमाशा होता है. वैसे मेरी तीन लोग की टीम है जो हमेशा मुझे मदद करती रहती है. अकाउंट में है, एक सेट संभालते हैं. और एक क्रिएटिव से जुड़ी हर चीज में मेरी मदद करते हैं. मेरी कोशिश रहती है कि मैं 11 से 7 के शेड्यूल में काम करूं लेकिन सच कहूं तो हमेशा ऐसा होता नहीं है कभी 9:00 जाते हैं कभी 10:00 बज जाते हैं.
200 एपिसोड सीरियल पूरे कर चुका है और क्या माइलस्टोन इस सीरियल से आप चाहती हैं?
मैंने कोई टारगेट नहीं सेट किया है, लेकिन मैं जितना बढ़ सकती हूं.इस शो के साथ बढूंगी.
रामायण के अपने किसी कोस्टार अपने शो में जोड़ना चाहती हैं, ऐसी कुछ आगे की प्लानिंग है?
बिल्कुल भी नहीं, मुझे नहीं लगता कि हमारे कोई भी ऐसे एक्टर है. जो अभी इतने हेक्टिक शेड्यूल में एक्टिंग करना चाहते हैं. टेलीविजन में वह बिल्कुल भी काम करना नहीं चाहते हैं. मुझे लगता है कि मैं चूंकि एक महिला हूं इसलिए हर परिस्थिति में खुद को ढाल लेती हूं. मैं इस उम्र में भी एक्टिंग के साथ साथ सीरियल मेकिंग का काम कर पा रही हूं , तो इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि मैं एक औरत हूं.
इस हेक्टिक शेड्यूल में किस तरह से आप अपनी फिटनेस और चेहरे के ग्लो को मेन्टेन रख पाती है?
इस सीरियल की मेकिंग और एक्टिंग में ही बिजी नहीं हूं बल्कि इस सीरियल के अलावा बहुत सारे सेलिब्रिटी इवेंट भी करती हूं. महीने में चार दिन तो मैं ट्रैवलिंग करती हूं. कभी दिल्ली में होती हूं. कभी अयोध्या में ,तो कभी सूरत में. मैं लगातार काम कर रही हूं. सच कहूं तो मुझे अपने खाने-पीने और सोने की भी कई बार चिंता नहीं रहती है ,लेकिन मुझे इससे कोई शिकायत नहीं है क्योंकि मैं अपने काम को बहुत इंजॉय करती हूं.जहाँ तक फिटनेस की बात है.एक समय था जब मैं बहुत ही रेगुलर डाइट करती थी. योग करती थी. फिलहाल मेरे पास काम के अलावा किसी और चीज के लिए समय नहीं है लेकिन मेरी कोशिश रहती है कि जितना कम हो सके.मैं शुगर खाऊं. मैं नहीं कहती कि मैंने शुगर को पूरी तरह से अपनी डाइट से हटा दिया है क्योंकि मैं 8 से 10 घंटे हील पहन कर शूटिंग करती हूं तो मुझे कार्ब्स की जरूरत तो रहती है क्योंकि यह भी एक हकीकत है कि शुगर से हमें एनर्जी मिलती है. मैं पानी बहुत ज्यादा पीती हूं. कम से कम 3 लीटर तो हर दिन पीने की कोशिश रहती है. जिस दिन नहीं पी पाती हूं. उस दिन मैं इलेक्ट्रोल पी लेती हूं.
अपने अपने परिवार को काफी समय दिया है लेकिन क्या आपकी मौजूदा हेक्टिक लाइफ से उन्हें शिकायत नहीं होती है?
जब बच्चे छोटे थे, तो बच्चों को पूरा समय दिया. आप बच्चे बड़े हो गए हैं.उनकी अपनी लाइफ है. उनका भी काम है.उनके पास भी मेरे लिए समय नहीं है. मेरे पति भी अपने काम में बिजी रहते हैं, तो किसी को कोई शिकायत नहीं है. रविवार को कोशिश रहती है कि हम साथ में डिनर कर लें. वैसे कई बार मेरा काम सन्डे को भी रहता है.
प्रोडक्शन हाउस को लेकर आपके आगे की प्लानिंग क्या है?
ओटीटी के लिए वेब सीरीज बनाना चाहती हूं, लेकिन उसमें समय जाएगा.
आदिपुरुष के बाद रणबीर की रामायण आ रही है , आपका इस पर क्या कहना है ?
मैं यही कहूंगी कि लोगों को रामायण बनाना बंद कर देना चाहिए. मुझे लगता है कि आप जब भी रामायण बनाएंगे. आप रामानंद सागर वाली फीलिंग नहीं लेकर आ पाएंगे क्योंकि आप रामानंद सागर नहीं है. रामानंद सागर एक संत थे, कमर्शियल फिल्ममेकर नहीं,जब एक कमर्शियल फिल्म मेकर रामायण बनाएगा. उसमें फर्क आएगा ही आएगा. मैं सरकार से अपील करना चाहूंगी कि इस फिल्म को बंद कराये और आगे भी रामायण पर कोई फिल्म या सीरियल बनने से रोका जाना चाहिए. अगर आपको देखनी है,तो रामानंद सागर की रामायण देखिए .अगर आप रामायण से छेड़छाड़ करके उसको कुछ अलग ही बना देते हैं ,तो वह भविष्य की पीढ़ी को प्रभावित करता है. आदि पुरुष फिल्म इसका हालिया उदाहरण था. अब रणबीर की फिल्म बनेगी. मुझे तो सीरियल बनने से भी आपत्ति है. नई-नई चीज जबरदस्ती की जोड़ते रहते हैं. मुझे पता है कि बहुत सारी रामायण लिखी गई है लेकिन अगर आप बार-बार अलग-अलग कहानी का एंगल लेकर आएंगे कि राम की एक बहन थी, इससे आप लोगों को भ्रमित ही करेंगे.रामायण हमारी आस्था है .उससे छेड़छाड़ होना बंद होना चाहिए.