अभिनेत्री कंगना रनौत ने संसद परिसर के अंदर अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ की शूटिंग के लिए लोकसभा सचिवालय से अनुमति मांगी है. सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी है. सूत्रों ने बताया कि रनौत का पत्र विचाराधीन है लेकिन उन्हें इजाज़त मिलने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा सचिवालय को लिखे पत्र में रनौत ने अनुरोध किया है कि उन्हें संसद परिसर के अंदर आपातकाल पर आधारित फिल्म की शूटिंग करने की अनुमति दी जाए.
आम तौर पर, निजी संस्थाओं को संसद परिसर के अंदर शूटिंग या वीडियो बनाने की अनुमति नहीं दी जाती है. सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा कि किसी आधिकारिक या सरकारी काम के लिए शूटिंग की जा रही हो तो अलग बात है. उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से सरकारी प्रसारक, दूरदर्शन और संसद टीवी को संसद के अंदर कार्यक्रमों की शूटिंग करने की इजाज़त है. वहीं, किसी निजी पक्ष को संसद के अंदर निजी काम की शूटिंग करने की इजाज़त दिए जाने की कोई मिसाल नहीं है.
‘इमरजेंसी’ की शूटिंग इस साल जून में शुरू हुई थी. फिल्म का निर्देशन रनौत कर रही हैं. इसके अलावा वह स्वयं फिल्म की लेखक और निर्माता भी हैं. वह फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका भी निभा रही हैं, जिन्होंने 1975 में देश में आपातकाल लगाया था. रनौत ने एक बयान में कहा था, “आपातकाल भारतीय राजनीतिक इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दौर में से एक को दर्शाता है, जिसने सत्ता को देखने के हमारे नजरिए को बदल दिया और इसलिए मैंने यह कहानी बताने का फैसला किया.
देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक आपातकाल लागू रहा था. 21 महीने की इस अवधि के दौरान लोगों के मौलिक अधिकारों पर पाबंदियां लगा दी गई थी. आपातकाल के बाद हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को 1947 में भारत के आज़ाद होने के बाद पहली बार हार का सामना करना पड़ा था.