Bigg Boss 16 Finale की ट्रॉफी जीत सकते हैं शिव ठाकरे! जानिए उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में…
शिव ठाकरे इन-दिनों बिग बॉस के घर में फुल टू धमाल मचा रहे है. एक्टर ट्रॉफी जीतने के काफी करीब पहुंच चुके है. शो में उन्हें दर्शक काफी ज्यादा पसंद कर रहे है. शिव पहले बिग बॉस मराठी का खिताब अपने नाम कर चुके है. आज हम आपको उनकी स्ट्रगल लाइफ के बारें में बताने जा रहे हैं.
बिग बॉस 16 के ग्रैंड फिनाले में केवल दो दिन बचे हैं और फैंस के बीच उत्साह बना हुआ है कि इस सीजन का विनर कौन बनेगा. शिव ठाकरे, एमसी स्टेन, शालीन भनोट, प्रियंका चाहर चौधरी और अर्चना गौतम रियलिटी शो के टॉप 5 फाइनलिस्ट हैं. उनमें से हर एक बिग बॉस 16 जीतने की इच्छा रखता है, लेकिन केवल एक सेलिब्रिटी प्रतियोगी ही ट्रॉफी उठा पाएगा.
सोशल मीडिया पर फैंस के पोस्ट को देखकर ऐसा लग रहा है कि शिव ठाकरे ये शो जीत सकते हैं. हालांकि जनता का फैसला क्या होगा, ये तो 12 फरवरी को ही पता चलेगा.
शिव ठाकरे बिग बॉस में अपनी मंडली दोस्तों के लिए हमेशा ही खड़े रहे हैं. उन्होंने सच का साथ दिया है, इसलिए बाहर उनकी तगड़ी फैन-फॉलोइंग है.
शिव आज मराठी इंडस्ट्री से लेकर पूरी दुनिया में एक जाना पहचाना नाम है. हालांकि एक वक्त था जब वह झुग्गी-झोपड़ियों में रहने को मजबूर थे. शिव ने कड़ी मेहनत के बाद कामयाबी हासिल की है.
स्ट्रगल के दिनों में, शिव पान की दुकान पर अपने पिता की मदद करते थे. उन्होंने पैसा कमाने के लिए और परिवार वालों को अच्छी जिंदगी देने के लिए अखबार और दूध के पैकेट भी बेचें हैं.
शिव ठाकरे ने रोडीज ऑडिशन में खुलासा किया कि वह कोरियोग्राफी का काम करते थे. इस काम में उन्हें अच्छे पैसे मिलते थे. उन्होंने अपनी बहन के साथ इवेंट मैनेजमेंट का फ्रीलांस काम भी किया था. उनकी डांस क्लास सुचारू रूप से चल रही थी और उन्हें 20-22 हजार रुपये मिल रहे थे.
शिव ठाकरे ने कहा कि परिवार का पोषण करने के लिए और अपनी बहन की अच्छे घर में शादी करवाने के लिए वह पैसे बचाते थे. अपनी पसंद का कोई भी चीज नहीं करते थे. उनकी कड़ी मेहनत और संघर्षों की कहनी सुनकर रणविजय सिंह की आंखों में आंसू आ गए थे.
हालांकि शिव ने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करते रहें, जिसके बाद उन्होंने बिग बॉस मराठी 2 में भाग लिया और अपने स्मार्ट गेम प्लान के साथ वह ट्रॉफी जीतने में कामयब रहे. शिव ने हाल ही में अपना परफ्यूम ब्रांड भी लॉन्च किया है.
शिव ठाकरे इतनी कामयाबी पाने के बाद भी कुछ को आज भी आम आदमी मानते हैं. वह इतने डाउन-टू-अर्थ थे कि उन्होंने अपनी हर स्टारडम को भगवान की कृपा समझी और घूटने टेक दिए.