कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के कैरियर में रियलिटी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज की अहम भूमिका रही है. इस शो ने हास्य कलाकार के तौर पर राजू श्रीवास्तव को कामयाबी के एक नए मुकाम पर पहुंचाया था. इस शो के मेकर पंकज सारस्वत ने राजू श्रीवास्तव के साथ अपनी खास यादों को कुछ यूं सांझा किया. हादसे से दस दिनों पहले ही उन्होंने राजू श्रीवास्तव के साथ शूटिंग भी की थी.उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
2005 में जब द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज आया था.उससे पहले राजू भाई छोटे-मोटे शोज करते थे. जिससे उन्होंने अपनी एक छोटी ही सही लेकिन पहचान बना ली थी. कुछ फिल्मों में छोटे मोटे रोल किए थे,लेकिन टीवी वगैरह में ज़्यादा काम नहीं करते थे.जब मैंने उन्हें लाफ्टर चैलेंज से जुड़ने को कहा तो उनके दिमाग में कई सारे सवाल थे कि वो ये शो करें या ना करें.उनको जब मैंने समझगया कि ये कॉमेडी का बड़ा शो है.आपको इसमें होना ज़रूरी है. उसके सफलता के बाद बहुत थैंक फुल हो गए थे.वो हमेशा मुझसे टच में रहे .कोई भी मेरा शो हो राजू भाई हमेशा राजी रहते थे .
राजू भाई बहुत ही मजाकिया था ये हम सभी को पता है लेकिन वो बहुत ही जमीन से जुड़े ,दूसरों की मदद करने वाले इंसान थे.वो इतने लंबे संघर्ष के बाद ऊपर आए थे जिस वजह से अपनी सफलता को उन्होंने कभी फ़ॉर ग्रांटेड नहीं लिया था.वे अपने संघर्ष को हमेशा याद करते थे ताकि वो हमेशा जमीन से जुड़े रहे.सफलता कभी भी उनपर हावी ना हो
मैंने राजू भाई के साथ बहुत काम किया.18 सालों का हमारा एसोसिएशन रहा है. उन्होंने अपना आखिरी शो भी मेरे साथ ही किया था.वो आखिरी बार सोनी चैनल के इंडियाज लाफ्टर चैंपियन में नज़र आए थे.उसके 10 दिन बाद ही उनके साथ वो हादसा हो गया था.जिसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट होना पड़ा था.
जब वो शूटिंग कर रहे थे तो थोड़ा कमज़ोर लग रहे थे. मैंने और शेखर सुमन भाई ने बोला भी कि भाई थोड़ा ज़्यादा कमज़ोर लग रहे हो. वजन ज़्यादा कम हो गया था. राजू भाई ने कहा कि आजकल जमकर एक्सरसाइज कर रहा हूं इसलिए वजन कम लग रहा है.हो सकता है कि कोई इंटरनल परेशानी हो .जो उन्हें भी ना पता हो.उनमें कोई बुरी आदत नहीं थी.शराब,पान,बीड़ी सिगरेट,तम्बाखू छूते तक नहीं थे. वो समय पर खाना खाते थे और अपना ध्यान रखते थे.पता नहीं कैसे क्या हो गया. जो कहते हैं कि ज़िन्दगी और मौत पर बस नहीं चलता है.वो सही कहते हैं.