दिल विल प्यार व्यार,फैमिली नंबर 1,अकबर बीरबल जैसे प्रोजेक्ट्स के अभिनेता विशाल कोटियान इन दिनों बिग बॉस 15 में नज़र आ रहे हैं. विशाल कहते हैं कि उन्होंने अपनी ज़िंदगी में इतना संघर्ष देखा है कि बिग बॉस के घर का संघर्ष उन्हें कोई चुनौती नहीं दे सकता है. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
बिग बॉस को हां कहने की क्या वजह थी?
मैं बीस साल से इस इंडस्ट्री में काम कर रहा हूं लेकिन आज भी लोग मुझे बीरबल के नाम से जानते हैं. बिग बॉस के घर में जाने के बाद लोग आपको आपके नाम से जानने लगने लगते हैं. लोग अब विशाल कोटियान को जानेंगे वो भी असली विशाल को. इसके अलावा मैं साफ तौर पर कहूंगा कि पेंडेमिक में मेरे पास काम नहीं था. जो लोग कहते हैं कि उनके पास काम बहुत था और बिग बॉस उन्हें बहुत बार आफर हुआ है. मेरे साथ ऐसा मामला नहीं था क्योंकि मैं सच ही बोलूंगा. ये पहला मौका था कि दुनिया का सबसे बड़ा रियलिटी शो मुझे आफर हुआ और पैसे भी अच्छे मिले.
क्या स्ट्रेटजी बिग बॉस के घर में आप जीतने के लिए करने वाले हैं?
स्ट्रेटजी उनलोगों को लगती है. जिन्हें खुद पर शक होता है. मुझे खुद पर भरोसा है. मैं बहुत ही ह्यूमरस इंसान हूं. मुझे लोगों को हंसाना बहुत पसंद है. लोगों को हंसाना आसान नहीं होता है. अगर मैं अपनी मौजूदगी से एंटरटेनमेंट बिग बॉस में जोड़ पाऊंगा तो मुझे लगेगा कि मेरे आने का मकसद बिग बॉस में पूरा हो गया.
बिग बॉस के घर में खाने और सोने की दिक्कत होती रहती है?
मैं जिस जगह से आता हूं. वहां बिग बॉस में रहना मेरे लिए लक्ज़री होगा. मैं चॉल में रहा हूं. जहां 15 घरों के लिए एक टॉयलेट होता था. मैंने लोगों के घर पर दूध और अखबार पहुंचाए हैं. फिल्मों के टिकट ब्लैक करके यहां तक पहुंचा हूं. जिसमे सलमान खान की फिल्में भी शामिल थी. सलमान खान की फ़िल्म वीरगति और बंधन से मैंने अपनी दो साल की स्कूल की फीस भरी है. मैंने 15 साल की उम्र में अपनी मां को अपने हाथों में खोया था. मेरी मां की मौत कैंसर से हुई थी. मैं एक बात कहूंगा कि आदमी एक वक्त तक रोते रोते जब तक जाता है. जब हंसने लगता है.मेरे साथ यही हुआ था. मैं रो रो कर थक गया हूं अब कोई भी चीज़ मुझे प्रभावित नहीं करती है. यही वजह है कि मैं हर बात को हल्के फुल्के अंदाज़ में लेता हूं. मैंने ज़िन्दगी में इतने ज़्यादा दुख देखें हैं कि और कोई दुख मुझे प्रभावित ही नहीं करेगा.
एक्टिंग कब आपका सपना बना?
एक्टिंग हम जैसों का सपना नहीं हो सकता है. ऐसा कोई काम जिससे हमारा पेट दो वक्त के लिए भर जाए तन को कपड़े मिल जाए बस उसी का सपना होता है. हमलोग गरीब थे लेकिन मेरे माता पिता ने पढ़ाई के साथ कभी भी समझौता नहीं किया. हम भले महीने महीने चावल के पानी पीकर अपना पेट भरते थे लेकिन मेरे माता पिता ने मुझे अंग्रेज़ी मीडियम में ही पढ़ाया.पढ़ाई से कोई समझौता नहीं किया. एक दोस्त ऑडिशन के लिए जा रहा था. पढ़ा लिखा और देखने में ठीक ठाक हूं तो मैं भी चला गया.
अगर आप बिग बॉस जीतते हैं तो इनामी राशि से क्या करेंगे?
मुझे लोगों की कद्र है चीजों की कद्र है क्योंकि वो मुझे बहुत मुश्किल से मिली है. मैं अगर जीतता हूं तो एक हिस्सा इनाम का स्ट्रीट किड को दूंगा क्योंकि मैं वहीं से आया हूं. मैं उनलोगों के लिए उम्मीद हूं अगर मैं कर सकता हूं तो वो भी कर लेंगे बाकी के पैसे अपने बुढापे के लिए रखूंगा.