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Exclusive : बोलीं हिना खान- नेपोटिज्म से नहीं, बराबरी का मौका ना मिलने से शिकायत है…

hina khan on nepotism : छोटे परदे का प्रसिद्ध चेहरा हिना खान की फिल्म 'हैक्ड' के बाद अब डिजिटल स्पेस में भी अपनी उपस्थिति वेब फ़िल्म 'अनलॉक' से दर्शाने जा रही हैं. उनकी यह फ़िल्म ज़ी फाइव पर जल्द ही दस्तक देने वाली है. हिना साफतौर पर कहती हैं कि आउटसाइडर्स होने की वजह से मुझे रातोंरात बड़े बैनर की बड़ी फिल्म नहीं मिल जाएगी.

By कोरी | June 25, 2020 6:22 PM

छोटे परदे का प्रसिद्ध चेहरा हिना खान की फिल्म ‘हैक्ड’ के बाद अब डिजिटल स्पेस में भी अपनी उपस्थिति वेब फ़िल्म ‘अनलॉक’ से दर्शाने जा रही हैं. उनकी यह फ़िल्म ज़ी फाइव पर जल्द ही दस्तक देने वाली है. हिना साफतौर पर कहती हैं कि आउटसाइडर्स होने की वजह से मुझे रातोंरात बड़े बैनर की बड़ी फिल्म नहीं मिल जाएगी. जिस भी माध्यम में मुझे अच्छा काम करने का मौका मिलेगा. अपनी पहचान बनाने के लिए मैं करूंगी. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद आउटसाइडर्स की डर, हताशा पर भी उन्होंने उर्मिला कोरी से बातचीत की. बातचीत के प्रमुख अंश…

अनलॉक की कहानी क्या है ?

ये एक एप्प पर आधारित है. इसमें आप एप्प डाउनलोड करते हैं जो आप ज़िंदगी में चाहते हैं लेकिन किसी कारण से वह आपको मिला नहीं या आपकी वो विश पूरी नहीं हुई वो एप्प आपको कुछ करवाता है उसके बाद आपकी ख्वाइश पूरी होती है. मेरा किरदार सुहानी उस एप्प का इस्तेमाल करता है.क्या होता है इसी पर फ़िल्म है.सस्पेंस थ्रिलरये फ़िल्म है.ऐसी कहानी को पहली बार इंडियन ओटीटी प्लेटफार्म पर लाया गया है. ये पैरानॉर्मल एक्टिविटीज पर नहीं है.

सुहानी के किरदार से आप कुछ समानता पाती है ?

सुहानी मेरी तरह नहीं है क्योंकि वो जो चाहती है।उसे पाने के लिए वह एप्प का सहारा लेती है.शॉर्टकट से वह खुशियां पाना चाहती है जबकि मैं हीना खान कभी भी शॉर्टकट में यकीन नहीं रखती हूं.मुझे लगता है कि मेहनत से आप कुछ भी पा सकते हैं और रिस्क लेने का जज्बा भी मुझमें बहुत है.

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रिस्क लेने के नुकसान भी होते हैं,आपने क्या नुकसान झेला है ?

हां, रिस्क के अपने नुकसान भी हैं.मैं टीवी का प्रसिद्ध चेहरा रही हूं. काफी अच्छी फीस मुझे टीवी पर मेरे काम की मिलती है.फिल्मों में मैंने जीरो से शुरुआत की है.जो मैं टीवी में मेहनताना लेती थी उतना फिल्मों में लेने के लिए मुझे अभी लंबा सफर तय करना पड़ेगा तो अपना पे चेक देखकर दुख होता है कभी कभी.

इंडस्ट्री के बारे में अभी बहुत नेगेटिव बातें सामने आ रही हैं, क्या आप उससे हताश हुईं ?

हम आउटसाइडर्स हैं.जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत जैसी खबरें सुनने को मिलती हैं तो फर्क पड़ता ही है.थोड़ा बहुत हताश भी होते हैं कि ये सोचकर कि इतने टैलेंटेड एक्टर्स के साथ ऐसा कैसे हो गया. नेपोटिज्म फ़िल्म इंडस्ट्री की हकीकत है. नेपोटिज्म से शिकायत नहीं उनकी सोच से शिकायत है जो सिर्फ अपने सर्कल के लोगों को ही मौका देना चाहते हैं.आगे बढ़ाना चाहते हैं.वो नहीं चाहते कि बाहर से कोई आए और उनको चुनौती दे. बराबरी का मौका आउटसाइडर्स को भी दे फिर कोई शिकायत नहीं होगी.मैं टीवी का बड़ा नाम हूं लेकिन फिल्मों में मैंने जीरो से शुरुआत की. किसी स्टार के बेटे होने का फायदा तुरंत स्टारकिड्स को मिल जाता है जबकि हमने काम किया है.टीवी में ही सही एक पहचान बनायी है.उस पहचान को स्वीकार नहीं किया जाता बल्कि नकार दिया जाता है तो दुख होता है. किसी स्टार के बेटे बेटी होने से भर से आप प्रिविलेज हो जाते हैं और हमें हमेशा खुद को साबित करते रहना पड़ता है.

ऐसे में किस तरह से खुद को आप मानसिक तौर पर मजबूत रख रही हैं,आउटसाइडर्स को आप क्या सलाह देंगी ?

हमारे पास ऑप्शन्स नहीं है. हम आउटसाइडर्स को खुद को मेंटली स्ट्रांग स्ट्रांग बनाना पड़ेगा ताकि ऐसे हालात का हम मजबूती से सामना कर पाए.वैसे मैं लकी हूं कि मुझे लगातार काम मिल रहा है.टीवी,वेब और फ़िल्म तीनों माध्यम में कुछ ना कुछ कर ही रही हूं.उन आउटसाइडर्स लोगों के लिए बुरा लगता है जिन्हें काम तो मिलना दूर की बात है.सीधे मुँह बात तक नहीं की जाती है. मैं फिर भी सभी से यही कहूंगी कि हमें अपने लक्ष्य पर फोकस करना है कि हमें कहाँ पहुँचना है.वहां तक पहुँचने के लिए कैसे रास्ता बनाए ये सोचना चाहिए.मैं अपनी बात करूं तो मुझे पता है कि मुझे रातों रात कोई बड़ी फिल्म नहीं मिल जाएगी.मैं एक आउटसाइडर हूं.टेलीविज़न एक्ट्रेस हूं.मुझे समय लगेगा.मैंने कान फ़िल्म फेस्टिवल में वॉक कर लिया था तो लोगों को हजम नहीं हुआ था लेकिन मैं फोकस्ड हूं. इन नेगेटिव बातों को तवज्जों नहीं देती हूं.

क्या आप शूटिंग जल्द ही किसी प्रोजेक्ट की शुरू करने वाली हैं ?

महाराष्ट्र के जो हालात हैं मुझे लगता है कि हमें थोड़ा ठहर कर शूटिंग करना चाहिए.मैं दूसरों का तो नहीं बता सकती. हां अगर अपनी बात करूं तो एक्टिंग ऐसा प्रोफेशन हैं जहां आपको मास्क उतारना ही है.शूटिंग में आप कब तक एक ही एक्टर के साथ सीन शूट कर सकते हैं. दूसरे कई एक्टर्स के साथ सीन करने होते हैं.शूटिंग यूनिट बड़ी होती है.मैं अभी शूटिंग नहीं करने वाली हूं.

Posted By: Budhmani Minj

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