Exclusive : रोहित शेट्टी बोले- मेरा डर थोड़ा अलग किस्म का है, दिव्यांका त्रिपाठी के बारे में कही ये बात
पॉपुलर शो खतरों के खिलाड़ी का नया सीजन जल्द ही दस्तक देने वाला है. शो के होस्ट रोहित शेट्टी इस सीजन को सबसे बेस्ट करार देते हुए ये कहना नहीं भूलते हैं कि उन्होंने और उनकी टीम ने इस सीजन बहुत मेहनत की है. इस नए सीजन, फ़िल्म सूर्यवंशी की रिलीज सहित कई दूसरे मुद्दों पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
पॉपुलर शो खतरों के खिलाड़ी का नया सीजन जल्द ही दस्तक देने वाला है. शो के होस्ट रोहित शेट्टी इस सीजन को सबसे बेस्ट करार देते हुए ये कहना नहीं भूलते हैं कि उन्होंने और उनकी टीम ने इस सीजन बहुत मेहनत की है. इस नए सीजन, फ़िल्म सूर्यवंशी की रिलीज सहित कई दूसरे मुद्दों पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
क्या खास इस सीजन में होने वाला है?
यह सीजन अलग है. इस सीजन आप देखेंगे तो आपको लगेगा कि इस बार शो नेक्स्ट लेवल पर है. सात साल से मैं ये शो कर रहा हूं. किस तरह से इसको और रोचक बनाया जाए. यही बात जेहन में रहती है. हम कई सालों बाद केप टाउन में शूट कर रहे थे तो वहां की टीम भी बहुत उत्साहित थी. इस बार स्टंट का जो लेवल है.वो दुगुना होगा. आमतौर लोग डरे होते हैं जब उनका शो आता है लेकिन मैं बहुत उत्साहित हूं कि लोग इसे कब देखेंगे.
बायो बबल में शूट करना कितना मुश्किल था?
मुश्किल होती है. प्रोटोकोल्स फॉलो करना पड़ता है. आप दूसरे देश में होते हैं इतनी बड़ी टीम के साथ. 45 दिन या तो आप शूट कर रहे होते हैं या फिर होटल रूम में होते हैं. बाहर नहीं जा सकते हैं. हर पांचवें दिन आपको आपको कोविड टेस्ट करना पड़ता है.
इस सीजन के सेलेब्रिटीज प्रतियोगियों में किसने आपको सबसे ज़्यादा इम्प्रेस किया?
दिव्यांका त्रिपाठी वो लड़की निडर है. आदित्य में जज्बा है कुछ भी कर जाने का.
सात सालों से आप ये शो कर रहे हैं क्या तैयारी होती है?
यह शो आसान नहीं है. बाकी शो में आपको पता है कि आपको हफ्ते में एक दिन जज बनकर जाना है. कहीं बैठना है. अपने कमेंट्स दे दिए और वापस आ जाना है. यह बहुत ही मेहनत का शो है. मैं अपनी टीम को भी यही कहता हूं. आपको 5 महीने हर दिन 15 घंटे काम करना है. इसकी तैयारी छह महीने पहले से शुरू हो जाती है. कई बार आपको चार से पांच घंटे एक ही जगह पर रहना पड़ता है जब तक स्टंट हो रहे हैं . कई बार खुद करना पड़ता है. दो बार हर स्टंट की रिहर्सल होती है. सभी सुरक्षा के मानक देखें जाते हैं तो फिर प्रतियोगियों के साथ शूट होता है. इस शो को लोग बहुत प्यार करते हैं. जब इतना प्यार देते हैं तो आपकी मेहनत सफल हो गयी लगता है?
आपके फैंस में अब टीवी के दर्शक भी जुट गए हैं क्या टीवी और ओटीटी के लिए कुछ और शो बनाने की सोच रहे हैं?
मैं इसमें ही खुश हूं मैं टीवी में. जहां तक बात ओटीटी की है तो कुछ सोचा नहीं है. प्लानिंग में बहुत सारी चीज़ें आती हैं जाती हैं.
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आप बचपन से स्टंट कर रहे हैं लेकिन जैसे जैसे उम्र बढ़ती है क्या थोड़ा डर हावी होता है?
डर तो नहीं होता है लेकिन ये नहीं जेहन में ज़रूर होता है कि अगर ये स्टंट जो करने जा रहा हूं वो गलत हुआ तो क्या होगा तो फिर दिमाग ही जवाब देता है कि इस तरह की गलती नहीं करनी है. टाइमिंग और सुरक्षा मानकों को पूरा ध्यान रखना है.
आपकी ज़िंदगी में कोई मेंटर रहे हैं जिन्होंने आपको मोटिवेट किया?
अजय के पिता वीरू जी गुरु रहे हैं मेरे. जिनसे सीखा. फिर आप काम करते जाते हैं . जब चीज़ें सफल होती हैं लोग पसंद करने लगते हैं तो फिर वो आपके मेंटर बन जाते हैं. उनका प्यार आपके लिए मेंटर बन जाता है.
आपका भी क्या कोई डर है?
मेरा डर थोड़ा अलग किस्म का है. मेरे परिवार और करीबी लोग हेल्थी और हैप्पी रहे. यही मैं प्रार्थना करता हूं.
क्या परिवार कभी बोलता है कि ये स्टंट मत करना?
स्टंट करना हमारा खानदानी पेशा है. कैसे रोक सकते हैं. ये हमारे लिए रूटीन काम की तरह है.
आप खतरों के खिलाड़ी के प्रोमो में बिग बॉस का भी जिक्र कर रहे हैं अगर आपको बिग बॉस आफर हुआ तो काम करना चाहेंगे?
सलमान बहुत अच्छा कर रहे हैं. कलर्स चैनल पर दो रियलिटी शो अच्छे चल रहे हैं. सलमान सर अच्छा कर रहे हैं तो मैं क्यों करुं. रणवीर भी आ गया है अब तो तीन हो गए हैं.
सूर्यवंशी की रिलीज लगातार आगे बढ़ रही है तो क्या ये बात आपको फीयर देती है?
फीयर नहीं है क्योंकि हम उसके बारे में सोच ही नहीं रहे हैं. इसका जवाब किसी के पास है ही नहीं कि थिएटर कब खुलेंगे. अब तो कोरोना के तीसरी लहर की भविष्यवाणी हो रही है. फिलहाल हम सिर्फ इंतज़ार कर सकते हैं. मैं सर्कस फ़िल्म की एडिटिंग में बिजी हूं. काम करते रहना महत्वपूर्ण है.
फ़िल्म डेढ़ साल से रिलीज के लिए रुकी है क्या आपको कहानी और उसके ट्रीटमेंट के पुराने होने का डर है?
मुझे नहीं लगता है,आप गोलमाल वन भी देखोगे तो आपको पुरानी नहीं लगेगी जबकि वो 15 साल पुरानी फ़िल्म है.
महामारी के इस दौर ने आप में कितना बदलाव लाया है?
(हंसते हुए)कुछ बदलाव नहीं लाया है पहले भी अच्छा इंसान था अब भी हूं.