Exclusive: RRR के विलेन एडवर्ड के लिए फ़िल्म में सबसे मुश्किल था ये शॉट? जूनियर एनटीआर से है कनेक्शन
निर्देशक राजामौली की फ़िल्म आरआरआर बॉक्स आफिस पर आए दिन नए कीर्तिमान बना रही है. ब्रिटिश मूल के अभिनेता एडवर्ड सोंनेंब्लिच्क इस फ़िल्म में विलेन की भूमिका में नज़र आ रहे हैं.
निर्देशक राजामौली की फ़िल्म आरआरआर बॉक्स आफिस पर आए दिन नए कीर्तिमान बना रही है. ब्रिटिश मूल के अभिनेता एडवर्ड सोंनेंब्लिच्क इस फ़िल्म में विलेन की भूमिका में नज़र आ रहे हैं. इस फ़िल्म के अनुभव को वह बहुत खास करार देते हैं. वो बॉलीवुड के मुकाबले के साउथ इंडस्ट्री और उसके स्टार्स को कई मायनों में काफी अलग करार देते हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत.
फ़िल्म आरआरआर का हिस्सा किस तरह से बनें?
राजामौली सर के पिता विजेंदर प्रसाद जी के साथ मैंने काम किया था. उन्होंने एक फ़िल्म डायरेक्ट की थी कुछ सालों पहले उसमें मैं था. उसके बाद मणिकर्णिका ,कंगना रनौत की फ़िल्म के वे राइटर थे. वो फ़िल्म उन्होंने लिखी थी. आरआरआर के भी वो स्क्रीनप्ले राइटर हैं. जब फ़िल्म की कास्टिंग चल रही थी. उन्होंने मुझे आरआरआर के लिए कॉल किया था. मैंने फ़ोन पर ही हां कह दिया. कौन होगा जो राजामौली सर की फ़िल्म में काम नहीं करेगा.सेट पर जिस तरह से वो डिटेलिंग के साथ काम करते हैं. वो कमाल का है. एक्टर के हर एक एक्सप्रेशन पर उनका ध्यान रहता है.
फ़िल्म के सेट पर कैसा माहौल रहता था?
15 साल इस इंडस्ट्री में काम करने के बाद मैं इस बात से वाकिफ हूं कि सेट पर चिल्ला चिल्ली,गाली गलौज होना आम बात है. काम का प्रेशर रहता है तो सेट पर अफरातफरी, जल्दीबाजी दिखती है. लेकिन राजामौली सर के सेट पर ऐसा नहीं होता है. इतना भव्य सेट बड़ी टीम इसके बावजूद सेट पर शांति के साथ सब काम होता है. कोई किसी पर चिल्लाता नहीं है. सब अपना काम चुपचाप करते हैं. फ़िल्म बड़ी होती है. काम भी ढेर सारा रहता है लेकिन सेट पर सबकुछ एकदम प्रोफेशनल ढंग से होता है.
फ़िल्म में आपके लिए सबसे मुश्किल शॉट क्या था?
प्री क्लाइमेक्स वाला सीन जब जूनियर एनटीआर एकदम फट से आकर मुझे भाले से मारते हैं. उस एक शॉट के लिए मैंने ना जाने कितने रिटेक दिए मुझे याद नहीं है क्योंकि बीस के बाद मैंने गिनना ही बन्द कर दिया था. लगातार शॉट रिटेक होने के बावजूद जूनियर एनटीआर एकदम नॉर्मल ही थे. वे मेरे लगातार रिटेक लेने से परेशान नहीं हो रहे थे बल्कि उन्होंने मुझसे कहा कि परेशान मत होइए. राजामौली सर परफेक्शनिस्ट हैं तो आपको बहुत शॉट देना पड़ेगा. जब तक एकदम परफेक्ट शॉट नहीं होगा तो कई सारे रिटेक होना नॉर्मल बात है. उनकी इस बात ने मुझे सहज कर दिया. वरना मैं रिटेक देने से बहुत परेशान था.
आपने बॉलीवुड और साउथ दोनों इंडस्ट्री में काम किया है वहां और यहां के सुपरस्टार्स में क्या अंतर पाते हैं?
एनटीआर जूनियर और राम चरन तेजा को वहां के लोग भगवान की तरह मानते हैं लेकिन वे दोनों ही को एक्टर के तौर पर एकदम फ्रेंडली हैं. एकदम आम लोगों की तरह बात करते हैं. बॉलीवुड सुपरस्टार्स की बात करूं तो उनका एक ऑरा होता है. उनके साथ उनका स्टार वाला एटीट्यूड रहता ही है. जितना जमीन से जुड़ा मैंने साउथ इंडस्ट्री के सुपरस्टार्स को देखा है उतना बॉलीवुड के स्टार्स को नहीं. साउथ और बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक और फर्क जो मुझे महसूस हुआ. वो खाने का था।(हंसते हुए) बॉलीवुड में सेट का खाना उतनी अच्छी क्वालिटी का नहीं होता है लेकिन साउथ में बहुत अच्छा खाना सेट पर मिलता है. जब भी मेरी वैनिटी वैन में मेरा टिफिन आता था. मैं बहुत खुश हो जाता था. सब्जी का नाम याद नहीं है लेकिन बहुत टेस्टी था.
फ़िल्म की शूटिंग कहां कहां हुई है?
हैदराबाद में रामोजीराव स्टूडियो, अन्नपूर्णा के अलावा दो तीन और जगहों पर. फ़िल्म की शुरुआत में जो जंगल के सीन हैं वो आंध्रप्रदेश के अरकू वैली में शूट हुए हैं. यूक्रेन में भी हमने शूटिंग की है. अभी जो यूक्रेन में हो रहा है. उससे दिल को बहुत दुख होता है. वहां के लोग बहुत ही फ्रेंडली थे.
आपको कब लगा कि एक्टिंग करना चाहिए वो भी बॉलीवुड में?
एक्टिंग का कीड़ा मुझमें हमेशा से था. बचपन में स्कूल में नाटक करता था लेकिन जिस फ़िल्म ने मेरी सोच और ज़िन्दगी को बदल ली. वो फ़िल्म लगान थी. उस फिल्म ने मुझे पुनर्जन्म दिया कहूंगा तो गलत ना होगा. उस फ़िल्म को देखने के बाद ही मैंने भारत में आकर एक्टिंग में अपना कैरियर बनाने का फैसला किया. भारत आने से पहले मैंने हिंदी भाषा सीखनी शुरू की. दो सौ से अधिक हिंदी फिल्में देख ली थी ज़्यादातर पुरानी फिल्में देखी. हेमा मालिनी,मुमताज मुझे बहुत पसंद हैं. अमेरिका से इमिग्रेशन ले लिया. 15 साल हो गए इंडिया में रहते हुए. मुझे नहीं लगता कि मैं अब भारत को छोड़कर कहीं और रह सकता हूँ. मैंने शादी भी भारतीय लड़की सोनल मेहता से की है. वो निर्देशिका हैं. मेरे काम में बहुत मदद करती है. मैं उसकी वजह से ही यहां तक का सफर तय कर पाया हूं.
आप कपिल शर्मा शो में भी नज़र आए थे?
फिरंगी में कपिल भाई के साथ काम कर रहा था तो हमारी अच्छी दोस्ती हो गयी थी जिस वजह से मैं कपिल शर्मा शो में काम करने लगा था लेकिन उसके बाद मैं अपनी फिल्मों के प्रोजेक्ट्स में बिजी हो गया. फिल्में और वेब सीरीज मेरी प्राथमिकता है लेकिन अगर समय मिला तो मैं कपिल भाई के शो को भी बीच बीच में करना चाहूंगा.
आपके आनेवाले प्रोजेक्ट्स क्या है?
बहुत ही रोचक लाइनअप है. आमिर खान के बेटे जुनैद खान की लॉन्चिंग फ़िल्म महाराजा में हूं. टाइगर 3 में फ्रेंडली अपीयरेंस है. विक्रमादित्य मोटवाने की वेब सीरीज स्टारडस्ट में रशियन डिप्लोमैट के किरदार में दिखूंगा. ग्रे किरदार है. 50 के दशक के बॉलीवुड की कहानी है.