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Exclusive: माधुरी दीक्षित का दिल तो पागल है मेरा ड्रीम रोल है- शिवज्योति राजपूत

नए सीजन स्पेशल ऑप्स 1.5 द हिम्मत स्टोरी के साथ तैयार है. कई विज्ञापन फिल्मों का चेहरा शिवज्योति एकता कपूर की वेब सीरीज बेबाकी की भी लीड अभिनेत्री रह चुकी हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2021 6:47 PM

स्पेशल ऑप्स अपने पहले सीजन में जबरदस्त वाहवाही बटोरने के बाद अपने नए सीजन स्पेशल ऑप्स 1.5 द हिम्मत स्टोरी के साथ तैयार है. इस सीजन अभिनेता के के मेनन की बीती ज़िन्दगी को दिखाया जाएगा. इस सीजन उनके अपोजिट अभिनेत्री शिवज्योति राजपूत होंगी. कई विज्ञापन फिल्मों का चेहरा शिवज्योति एकता कपूर की वेब सीरीज बेबाकी की भी लीड अभिनेत्री रह चुकी हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत

स्पेशल ऑप्स 1.5 द हिम्मत स्टोरी किस तरह से आप हिस्सा बनी?

मैंने ऑडिशन दिया. मुझे तो पता भी नहीं था कि मैं स्पेशल ऑप्स के लिए ऑडिशन दे रही हूँ, सच कहूं तो ऑडिशन देते हुए मैं इस बारे में पता भी नहीं लगाया कि कौन सी वेब सीरीज है क्यूंकि जितना आप पता लगाते हैं उतनी ही आपकी उमीदें बढ़ती जाती हैं. ऑडिशन देने के बाद मुझे पता चला कि मैं स्पेशल ऑप्स का हिस्सा बनने वाली हूं. के के मेनन के साथ और नीरज पांडेय का नाम जुड़ा है.जिनके साथ हर कोई काम करना चाहता है. मैं इस वेब सीरीज को कोविड के दौरान मिला गिफ्ट करार दूंगा.

इस सीरीज में आपका किरदार क्या है और अपने किरदार के लिए क्या आपको कुछ सीखना पड़ा?

चूँकि यह एक थ्रिलर सीरीज है इसलिए मैं अपने किरदार के बारे में ज़्यादा कुछ नहीं बता पाउंगी इतना ज़रूर कहूंगी कि मेरी वजह से ही कहानी में सारा बदलाव आएगा. आपको किरदार के लिए कुछ सीखना और भूलना तभी पड़ता है जब आपको अपने किरदार के लिए कोई कोई नयी स्किल परफॉर्म करनी पड़ती है लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं था क्यूंकि मैं एक नार्मल लड़की की भूमिका में हूँ जिसके हालात नार्मल हैं.

स्पेशल ऑप्स 1.5 बड़ा प्रोजेक्ट हैं कई इसमें चेहरे हैं कई और नए चेहरे भी जुड़ें हैं तो क्या एक्टर के स्पेस को लेकर कभी असुरक्षा की भावना होती है?

मैं स्क्रीन के लिए नयी नहीं हूं. मैं कई इंटरनेशनल विज्ञापन फिल्मों का हिस्सा रही हूं. एक एक्टर के तौर पर मेरी सोच है कि अगर आपको कोई किरदार मिला है और आपने उसे पुरे शिद्दत केसाथ निभाया है तो वो किरदार कम्प्लीट है. कम या ज़्यादा स्क्रीन प्रजेंस मायने नहीं रखता है. के के मेनन और नीरज पांडेय एक स्थापित नाम हैं. उनके सामने हम न्यूकमर हैं. हमें सीखने को मिलता है कि हमें कैसे परफॉर्म करना है. जब आपको इतने बड़े लोगों से सीखने का मौक़ा मिलता है तो आप इन छोटी छोटी बातों को लेकर खुद को प्रभावित नहीं कर सकते हैं. ये मेरा आखिरी मौक़ा नहीं है. आप मुझे ज़्यादा से ज़्यादा देखेंगे. मैं इंडस्ट्री को छोड़कर कहीं नहीं जा रही हूं.

के के मेनन के साथ स्क्रीन शेयर करने का अनुभव कैसा रहा?

विज्ञापन फिल्म की वजह से मैंने रणवीर सिंह ,अक्षय कुमार सहित कई बड़े स्टार्स के साथ काम किया है लेकिन जब मैं के के सर के साथ काम कर रही थी तो मेरे जेहन में ये चल रहा था कि ये बहुत ही उम्दा एक्टर हैं. अगर इनके सामने मैंने कोई गलती कि तो दोनों का परफॉरमेंस ख़राब होगा. मैंने तय कर लिया था कि जिस तरह से वर्कशॉप में मैंने परफॉर्म किया था. वैसे ही सेट पर भी परफॉर्म करूं. के के सर को लग रहा था कि मैं अच्छा खासा काम कर चुकी हूँ मैंने कहा नहीं सर लेकिन मेरी कोशिश रहेगी कि मैं आपके परफॉर्मेंस को खराब ना करूं इसलिए मैं अपना बेस्ट दूंगी.

अपने बैकग्राउंड के बारे में कुछ बताइए और एक्टिंग से कैसे जुड़ी?

मैं दिल्ली से हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक्टिंग में आउंगी. हम वो लोग हैं जो स्टार्स को पर्दे पर देखते हैं जब उनके साथ ही आपको एक्टिंग करने का मौक़ा मिलता है तो यह बिल्कुल ही अलग अनुभव होता है. एकता कपूर की वेब सीरीज बेबाकी का मैं चेहरा थी. एकता मैम ने दो सौ लड़कियों का ऑडिशन लेने के बाद मुझे चुना था. उस प्रोजेक्ट में भी आखिरी टाइम पर मैं जुडी थी. मुंबई में करियर के दूसरे विकल्पों को तलाशने के लिए आयी थी. एक्टिंग से हमेशा से लगाव था लेकिन राजपूत परिवार से हूँ तो पता था कि परिवार वाले कभी नहीं मानेंगे लेकिन वो कहते हैं ना कि किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात आपको उससे मिला देती है. मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ. डव विज्ञापन फिल्म का मैं चेहरा बनी. उसके बाद मुझे लगातार विज्ञापन फिल्में ऑफर होती चली गयी. मैं शुक्रगुज़ार हूँ कि हर ब्रांड ने मुझे इस तरह से अपनाया कि जैसे मैं इसी इंडस्ट्री का हिस्सा हूं. मैं जल्द ही एड क्वीन बन गयी थी और अब वेब सीरीज का हिस्सा बन रही हूं.

वेब कंटेंट काफी बोल्ड माना जाता है क्या आपने तय किया है कि आप पर्दे पर कुछ चीज़ें हैं जो कभी नहीं करेंगी?

जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि मैं राजपूत परिवार से हूं मेरे कुछ वैल्यूज हैं. मैं इंटिमेट सीन या बोल्ड सीन नहीं करुंगी. जो भी मुझे जानते हैं उन्हें मेरे बारे में ये बात पता है. फिल्म कबीर सिंह को जब तारा सुतारिया ने ना कह दिया था तो कियारा आडवाणी से पहले वो फिल्म मुझे ऑफर हुई थी लेकिन मैं तैयार नहीं हुई क्यूंकि मुझे पता था कि मेरा परिवार ऐसे स्क्रीन पर मुझे देखने में सहज नहीं होगा. जब वो मुझे स्क्रीन पर देखेंगे ही नहीं तो स्क्रीन पर होने का क्या फायदा. वो भी मेरी पहली फिल्म होगी.

इंडस्ट्री के नकारात्मक पक्ष में कास्टिंग काउच भी है क्या कभी आपका इससे सामना हुआ है?

( हँसते हुए )मेरी कंडीशंस ही इतनी ज़्यादा हैं कि कास्टिंग काउच वाले मुझ तक पहुंचेंगे कैसे. वैसे भगवान की शुक्रगुज़ार हूँ कि अभी तक मैं ऐसे किसी अनुभव से नहीं गुज़री हूं. जब आप खुद को एक बाउंड्री में रखते हैं तो इंडस्ट्री में भविष्य असुरक्षित माना जाता है ऐसे में क्या दूसरा करियर का विकल्प भी जेहन में है. बैंक में क्रिएटिव स्ट्रेटेजी में थी. वो सब छोड़कर इंडस्ट्री में आयी हूे क्यूंकि एक्टिंग से बहुत लगाव था तो मैं यही रहूंगी.

आपका ड्रीम रोल क्या है?

मुझे सिंड्रेला और दिल तो पागल है में माधुरी दीक्षित वाला रोल बहुत पसंद है. मुझे फॅमिली फिल्म या वेब सीरीज जो मैसेज के साथ हो उसका हिस्सा बनना चाहूंगी. विद्या बालन जिस तरह के रोल करती हैं. वो भी मुझे बहुत प्रभावित करते हैं.

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