वेब सीरीज ब्रोकेन एंड ब्यूटीफुल 3 (Broken But Beautiful 3)में साक्षी की भूमिका में अभिनेत्री जाह्नवी धनराजगिर (Jahnavi Dhanrajgir)इन दिनों नज़र आ रही है. गुंडे, किक, शौकीन जैसी फिल्मों से बतौर असिस्टेन्ट एडिटर जाह्नवी ने अपनी शुरुआत की थी लेकिन अब अभिनय उनकी प्राथमिकता है. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत…
ब्रोकेन बट ब्यूटीफुल 3 का किस तरह से हिस्सा बनी
मुझे मीटिंग के लिए कॉल आया था. मुझे पता नहीं था कि ऑडिशन है. वहां जाकर मुझे पता चला कि ऑडिशन है. निर्देशिका प्रियंका ने मुझे मेरे किरदार का ब्रीफ दिया और कहा कि आपको अभी ऑडिशन देना पड़ेगा. मैंने खुद को जल्दी जल्दी तैयार किया लाइन्स याद किया और ऑडिशन दिया. कुछ घंटों बाद मुझे कॉल आया कि मैं इस किरदार के लिए चुन ली गयी.
आपको क्या पसंद आया था अपने किरदार में?
साक्षी का किरदार बहुत ही मैच्योर और ग्राउंडेड है. सीरीज के दूसरे किरदारों से यह रोल बिल्कुल अलग था. इसके साथ ही मेरी पहली हैदरबादी फ़िल्म बोलो हउ से भी यह किरदार काफी अलग है.
सिद्धार्थ शुक्ला की फैन फॉलोइंग बहुत अच्छी है क्या लगा नहीं कि ओवर शैडो हो जाएंगी?
सिद्धार्थ के फैंस इतने अच्छे हैं कि वो मुझे भी बहुत प्यार भेजते हैं क्योंकि मैं सिद्धार्थ के साथ काम कर रही हूं. यह बहुत ही अच्छा लगता है. सिद्धार्थ बहुत अच्छे को एक्टर हैं. उनका काम का लंबा अनुभव है. जिससे उनसे सीखने को भी बहुत मिलता है.
ब्रोकेन के पिछले दोनों सीजन आपने देखें थे?
मैंने थ्री की शूटिंग खत्म करने के बाद पिछले दोनों सीरीज को देखा।मुझे बहुत पसंद आया.
आपने फ़िल्म एडिटिंग में अपनी शुरुआत की थी तो एक्टिंग करने का कब फैसला लिया?
मुझे एक्टिंग हमेशा से पसंद था लेकिन मैंने कभी उसपर कैरियर बनाने के बारे में नहीं सोचा था. तीन साल पहले मैंने महसूस किया कि मुझे एक्टिंग बहुत बहुत पसंद है. नहीं करूँगी तो लाइफ में रिग्रेट रहेगा तो मुझे एक बार ट्राय करना चाहिए हुआ या नहीं हुआ वो बाद की बात होगी. मैंने वर्कआउट शुरू किया. ऑडिशन देना शुरू किया.
आप सुल्तान, गुंडे जैसी फिल्मों की असिस्टेंट डायरेक्टर और एडिटर रह चुकी हैं क्या इन फिल्मों की शूटिंग के दौरान एक्टर बनने का तय किया?
हां, जब आप सेट पर होते हैं अनुष्का शर्मा,सलमान खान,रणवीर सिंह जैसे एक्टर्स को काम करते देख आपको बहुत प्रेरणा मिलती है. मुझे भी मिली. सेट पर होने का एक अलग ही अनुभव होता है.
कैरियर में अभी एक्टिंग पर फोकस रहेगा या साथ साथ एडिटिंग भी करेंगी?
फिलहाल तो एक्टिंग पर ही फोकस रहेगा. मुझे एडिटिंग से प्यार है लेकिन फिलहाल एक्टिंग को पूरा समय देना चाहती हूं.
आपके पिता तरुण भी एक्टर हैं ऐसे में उनका कितना सपोर्ट रहा है?
मेरे पूरे परिवार का सपोर्ट है। वैसे मेरे पापा ही नहीं मेरी माँ भी फ़िल्म परिवार से आती हैं. मेरे मां के दादाजी के धीरेंद्र नाथ गांगुली बांग्ला के जाने माने फ़िल्म मेकर थे तो बहुत बड़ी लिगेसी है. मैं बस यही चाहती हूं कि जो भी करुं अच्छा करुं. उनको प्राउड महसूस करवाऊं.
आपने एक एक्टर के तौर पर क्या तय किया है कि आप परदे ये करेंगी ऐसे दृश्य नहीं करेंगी?
मुझे लगता है कि हर एक्टर का होता ही है. वैसे जब तक ऐसी कोई स्क्रिप्ट या सीन नहीं आता तब तक तय नहीं कर सकती कि ये करूंगी या नहीं करूंगी. अभी तक मुझे कुछ भी वैसा आफर नहीं हुआ है.