आशुतोष राना के वाॅल से शिव तांडव स्तोत्र को डिलीट करने के बाद फेसबुक को करना पड़ा रिवाइव, देखें वीडियो

आशुतोष राना ने फेसबुक और ट्‌विटर दोनों के जरिये अपना विरोध जताया था. उन्होंने लिखा था कि मैं चकित हूं मेरे द्वारा गाये गये शिव तांडव स्तोत्र को मेरी टाइमलाइन से फेसबुक ने हटा दिया है, जबकि मैंने इसे डिलीट नहीं किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2022 10:19 PM

बाॅलीवुड अभिनेता आशुतोष राना के विरोध के बाद फेसबुक ने उनके द्वारा गाये गये शिव तांडव स्तोत्र के वीडियो को डिलीट करने के बाद फिर से बहाल कर दिया है. आशुतोष राणा ने महाशिवरात्रि के मौके पर शिव तांडव स्तोत्र के हिंदी में भावानुवाद को अपने स्वर में गाकर फेसबुक पर अपलोड किया है. इस वीडियो को अबतक 41 हजार बार शेयर किया गया है और पांच लाख 93 हजार बार देखा गया है. इस वीडियो पर अबतक आठ हजार से अधिक कमेंट आये हैं.

आशुतोष राना ने किया विरोध

इस वीडियो को हटाये जाने के बाद आशुतोष राना ने फेसबुक और ट्‌विटर दोनों के जरिये अपना विरोध जताया था. उन्होंने लिखा था कि मैं चकित हूं मेरे द्वारा गाये गये शिव तांडव स्तोत्र को मेरी टाइमलाइन से फेसबुक ने हटा दिया है, जबकि मैंने इसे डिलीट नहीं किया है. यह वीडियो ना तो किसी को आहत करने वाला है और ना ही फेसबुक के नियमों के विरुद्ध है.

वीडियो डिलीट करने का हुआ भयंकर विरोध

आशुतोष राणा और उनके हजारों प्रशंसकों द्वारा इस वीडियो को डिलीट किये जाने का विरोध किये जाने के बाद इस वीडियो को फेसबुक ने बहाल किया जिसकी जानकारी आशुतोष राणा ने दी.


आलोक श्रीवास्तव ने किया है शिव तांडव स्तोत्र का अनुवाद

आशुतोष राना द्वारा गाये गये शिव तांडव स्तोत्र का हिंदी भावानुवाद प्रसिद्ध गीतकार और कवि आलोक श्रीवास्तव ने किया है. आशुतोष ने लिखा है-महादेव की इस स्तुति की रचना रावण ने त्रेता युग में की थी. इस स्तुति में भगवान शिव के सौंदर्य, श्रृंगार और शक्ति का भाव समाहित है.

सहज भाषा में किया गया है अनुवाद

आशुतोष ने अपने पोस्ट में यह बताया है कि वे चाहते थे कि महादेव की इस स्तुति का हिंदी में सरल अनुवाद हो, ताकि इसे आम लोगों तक पहुंचने में आसानी हो. शिव तांडव स्तोत्र भगवान शंकर के बेहतरीन स्तुतियों में से एक है.

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शिव तांडव स्तोत्र

जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले

गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्।

डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं

चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्॥१॥

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