फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने हैदराबाद में पबों में रात के 10 बजे के बाद संगीत पर प्रतिबंध को हैदराबाद का तालिबानीकरण करार दिया है. डेक्कन क्रॉनिकल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म निर्माता ने हैरानी जताते हुए कहा है कि दिन की कड़ी मेहनत के बाद युवा लोग ‘थोड़ा मजा’ क्यों नहीं कर सकते. उन्होंने अचरज जताते हुए कहा है कि उन्हें नहीं पता था कि हैदराबाद में तालिबान की शैली में शासन किया जा रहा है.
राम गोपाल वर्मा ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि रात 10 बजे के पब में किसी तरह का म्यूजिक नहीं बज रहा था. जिसके लेकर उन्होंने अचरज जताया है. गौरतलब है कि अनुमत डेसिबल स्तर से अधिक ऊंचे स्वर में म्यूजिक बजाने पर तेलंगाना उच्च न्यायालय ने पब प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है. कोर्ट ने हैदराबाद शहर, राचकोंडा और साइबराबाद के पुलिस आयुक्तों को यह निर्देश दिया है.
राम गोपाल वर्मा ने ट्विटर पर यह भी कहा कि वो ध्वनि प्रदूषण को समझ सकते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह भी समझें कि जब तक कोई काम से घर वापस आता है, तरोताजा हो जाता है, कपड़े पहनता है और पब तक पहुंचने के लिए वापस ड्राइव करता है, तब तक लगभग 10 बजे होंगे और फिर कोई संगीत नहीं होगा.
गौरतलब है कि तेलंगाना उच्च न्यायालय के जज, जस्टिस के ललिता ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि पबों में रात 10 बजे के बाद तेज आवाज में म्यूजिक बजाने पर प्रतिबंध होगा. पुलिस को आदेश देते हुए कोर्ट ने कहा था कि नियमों का उल्लंघन करने वाले पबों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाये. कोर्ट ने हैदराबाद, साइबराबाद और रचकुंडा के पुलिस आयुक्तों को नियमों का उल्लंघन करने वाले पबों के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था.
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