गीता कपूर का छलका दर्द, रियेलिटी शो के दौरान झेलनी पड़ी थी बॉडी शेमिंग, खुद किया बड़ा खुलासा
मनीष पॉल के साथ उनके पॉडकास्ट पर बातचीत में गीता कपूर से सोशल मीडिया कमेंट्स और लोगों की धारणा के बारे में पूछा गया. उन्होंने कहा कि, वह अब इन चीजों से परेशान नहीं होती है, लेकिन टेलीविजन पर अपने शुरुआती दिनों में वह इन कमेंट्स से प्रभावित हो जाती थी.
जानीमानी कोरियोग्राफर गीता कपूर 2009 से डांस रियलिटी शो डांस इंडिया डांस को जज कर रही हैं और उनके साथ पैनल में टेरेंस लुईस और रेमो डिसूजा थे. इसी साल डांस इंडिया डांस का प्रीमियर हुआ था. बूगी वूगी के बाद डांस इंडिया डांस पहला प्रमुख डांस रियलिटी शो था और इसने तुरंत लोकप्रियता हासिल की. अब हाल में गीता कपूर ने खुलासा किया कि जब शो अच्छा चल रहा था तब उन्हें ट्रोलर्स का सामना करना पड़ा. हाल ही में एक चैट में उन्होंने याद किया कि कैसे उनके शरीर को लेकर कमेंट किया गया.
मनीष पॉल के साथ उनके पॉडकास्ट पर बातचीत में गीता कपूर से सोशल मीडिया कमेंट्स और लोगों की धारणा के बारे में पूछा गया. उन्होंने कहा कि, वह अब इन चीजों से परेशान नहीं होती है, लेकिन टेलीविजन पर अपने शुरुआती दिनों में वह इन कमेंट्स से प्रभावित हो जाती थी, भले ही तब सोशल मीडिया नहीं था. उन्होंने कहा, “उन दिनों में फैन मेल आता था.”
गीता कपूर ने कहा, “मुझे इतनी गंदी और वाहियात किस्म की चीजें आती थी. तो एक दिन, मैं बहुत मायूस थी. कि ये क्या हो रहा है? मेरा काम क्यों नहीं कोई देख रहा? मैं दो मर्दों के बीच में बैठी हूं, अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही हूं लेकिन कोई फायदा नहीं दिख रहा है. कोई ये नहीं देख रहा है मेहनत तो मैं भी कर रही हूं. सब यही कह रहे हैं कि तुम्हारा वहां पर क्या काम है? मोटी. भैंस हो गई हो. जाहिर है, टेरेंस एक अच्छा दिखने वाला लड़का था और रेमो के पास आगे के लिए एक पसैनैलिटी थी और हर कोई कह रहा था ‘तुम वहां पे क्यों?’
गीता ने तब कहा कि यह “एकमात्र ऐसा समय था जब इसने मुझे वास्तव में कठिन समय दिखाया.” उन्होंने याद किया कि उसकी टीम के सदस्यों में से एक ने उससे पूछा कि क्या किसी अजनबी की राय उनका समय लेती हैं.” तब मेरी टीम के सदस्यों में से एक आया और कहा ‘क्या यह आपको उनकी राय प्रभावित कर रही है? क्या उनकी राय मायने रखने वाली है? क्या वे अपना काम कर रहे हैं? ‘ उन्होंने यह सवाल पूछा और चली गई.
यही वो समय था जब उन्हें एहसास हुआ था कि उसे परवाह नहीं है. उन्होंने कहा, “मैं ऐसा थाी जैसे मुझे परवाह नहीं करनी चाहिए कि वो ऐसा क्यों कहते हैं. कौन हैं ये लोग जो मुंह छिपाकर कमेंट कर रहे हैं? क्या वे मेरी जगह पर हैं? क्या वे मेरे लिए कमा रहे हैं? नहीं, क्या वे मेरा घर चला रहे हैं? नहीं, तो क्या वे मायने रखते हैं? और वो दिन था और आज का दिन.” गीता ने कहा कि भले ही सोशल मीडिया पर लोग नफरत वाले कमेंट्स करते हैं, लेकिन वह पॉजिटिव कमेंट्स पर ही ध्यान देती हैं.