हिप हॉप इंडिया के विनर राहुल भगत बोले- रियालिटी शो जीतना मां का सपना था, आज नोरा फतेही भी मेरे डांस की फैन हैं

रांची के राहुल भगत ने डांस रियलिटी शो हिप हॉप इंडिया का ख़िताब अपने नाम कर लिया. इस खुशी को जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, रेमो सर और नोरा मैम के साथ सभी कोरियोग्राफर मेरा परफॉरमेंस देखकर खड़े हो गए और कैप फेक रहे थे तो वो सबसे अच्छा कॉम्पलिमेंट था.

By कोरी | September 12, 2023 10:56 PM

अमेजॉन मिनी टीवी के डांस रियलिटी शो हिप हॉप इंडिया का ख़िताब रांची के राहुल भगत ने अपने नाम कर लिया है. दस साल की उम्र से डांस क्र रहे राहुल भगत अपने डांस की खासियत लोगों से इसके जल्द से जल्द जुड़ाव को देते हैं. उनकी अब तक की जर्नी और उतार-चढ़ाव पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत…

अपनी जीत को किस तरह से सेलिब्रेट कर रहे हैं ?

सेलिब्रेशन तो ऐसे स्टार्ट हुआ कि लोग मुझे रांची एयरपोर्ट पर लेने के लिए ढोल नगाड़ों के साथ वहां पहुंच गए थे. उसके बाद मेरे सारे रिश्तेदार मुझसे मिलने आये और सभी ने बहुत ही खतरनाक तरीके से मेरे साथ डांस किया. हमने बहुत एन्जॉय किया. हर दिन लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं तो हर दिन सेलिब्रेशन है.

आपको इनाम में बीस लाख रुपये और नयी कार भी मिली है , कार से सबसे पहले कहां जायेंगे ?

कार अभी मिली नहीं है. कुछ दिनों में मिलेगी. अगर मेरी पसंद पूछी जाएगी तो मैं कार लेकर सबसे पहले अपने गांव जाना चाहूंगा. मेरा गांव झारखण्ड के लोहरदगा में है, तो मैं वहां जाना चाहूंगा. और वहां के अपने परिवार और दोस्त लोगों से मिलना चाहूंगा. बीस लाख की जहाँ तक बात है , तो वो मैं अपनी मम्मी को दूंगा. उन्हें जो उससे लेना है. वो ले सकती हैं. वैसे वो रांची में काफी समय से घर बनवाना चाहती थी, तो इस पैसों से उनकी थोड़ी मदद हो जायेगी.

आपका डांसिंग में किस तरह से रुझान हुआ था ?

मैं बचपन में छुट्टियों में लोहरदगा गया हुआ था. क्लास 4 में था. वहां मेरे मामा ने मेरा नाम एक डांस क्लास में ज्वाइन करवा दिया. मुझे डांस में रूचि थी लेकिन मैं वो बच्चा रहा हूं , जो बोल नहीं सकता कि मुझे ये करना है. डांस क्लास का हिस्सा बनने के बाद मैं डांस को एन्जॉय करने लगा. लोहरदगा से वापस आने के बाद मैंने रांची में एक डांस अकादमी ज्वाइन किया. वहां सभी को मेरा डांस काफी पसंद आया. फिर मैं एक और दूसरे अकादमी से जुड़ गया, जिसमें रवि और अनमोल सर ने मुझे सीखाना शुरू किया. उसके बाद धीरे – धीरे चीज़ें मिलने लगी.मैं स्टेट लेवल पर जीतने लगा. रांची और झारखंड में लोग मुझे जानने लगे. उसके बाद मैंने रियलिटी शो में किस्मत आजमाया. उसके बाद मैं अंडर ग्राउंड बैटल करने लगा और फिर अमेजॉन मिनी टीवी का यह डांस रियलिटी शो से जुड़ गया.

हिप हॉप डांस फॉर्म से किस तरह से जुड़ाव हुआ

मैं सारे रैपर को यूट्यूब में देखा करता था. उनको देखकर ये समझ आ गया कि ये हिप हॉप करते हैं. मैं इसे एन्जॉय करने लगा और फिर खुद से अलग करने लगा और हिप हॉप की अपनी एक स्टाइल बना ली.

शो का सबसे मुश्किल पल कौन सा था ?

ऐसा दो बार हुआ था. पहला टफ पल था मेरे सिलेक्शन. मैं किसी भी कीमत पर टॉप 12 का हिस्सा बनना चाहता था और दूसरा टफ पल वो था , जब हम तीन फाइनलिस्ट बैठे हुए थे और हम में से कोई एक विनर बनने वाला था. जब जीता तो यकीं नहीं हो रहा था. रेमो सर ने जब मुझे उठाया तो लगा कि ये मज़ाक तो नहीं. सलमान खान कई बार बिग बॉस में किसी दूसरे प्रतियोगी का हाथ उठा लेते हैं और फिर नीचे कर देते हैं , तो मुझे लगा कि कहीं मेरे साथ भी ऐसा न हो जाए. जब नोरा मैम ने गले लगाया, तो समझ आया कि ये हकीकत है.

शो में मिला बेस्ट कॉम्पलिमेंट क्या था ?

सेकेंड एपिसोड में रेमो सर और नोरा मैम के साथ सभी कोरियोग्राफर मेरा परफॉरमेंस देखकर खड़े हो गए और कैप फेक रहे थे तो वो सबसे अच्छा कॉम्पलिमेंट था.

डांस में आपके आइडल कौन रहे हैं ?

मुझे प्रभु देवा सर बहुत पसंद है. मुझे उनका डांस बहुत पसंद है, लेकिन डांस में जिस तरह रेमो डिसूजा ने अपना नाम बनाया है. मुझे उससे बड़ा उदाहरण कोई नहीं लगता है.

नोरा फ़तेही का कोई खास कमेंट, जो आप हमेशा याद रखेंगे ?

सच कहूं तो मुझे कुछ याद नहीं है. मैं अपने डांस में इतना खोया रहता था कि मैं बस उस पल को जी रहा होता था और उसके बाद सब भूल जाता था. मुझे पता है कि नोरा मैम को मेरा डांस पसंद था. उन्होंने मुझे यूनिक कहा था, वो मुझे याद है.

आपने बताया कि आपको एपिसोड याद नहीं है , तो क्या जल्द ही आप रिपीट टेलीकास्ट देखने वाले हैं ?

थोड़ा सबकुछ सेटल हो जाए तो मैं पूरे परिवार और दोस्तों के साथ सारे एपिसोड देखने वाला हूं, ताकि एन्जॉय कर पाऊं. वैसे मेरे घर में दिन भर वो एपिसोड्स चलते रहते हैं. कभी मम्मी तो कभी पापा उसे देख रहे होते हैं.

डांसर बनने की इस जर्नी में आपने अपनी पढाई को किस तरह से मैनेज किया ?

शुरुआत में दिक्कतें हुई थी. स्कूल में मैं टॉप थ्री में हमेशा आता था लेकिन डांस से जुड़ने के बाद थोड़ा कम समय देने लगा था लेकिन उसके बाद मैंने अपना रूटीन बना लिया. पढाई के वक़्त सिर्फ पढाई और डांस के वक़्त सिर्फ डांस. मेरी लाइफ इसी के बीच रही है. मेरे दोस्त भी बहुत कम हैं, तो चीज़ें आसानी से मैनेज होती चली गयी. एम. कॉम फर्स्ट ईयर में हूँ. पढाई और डांस दोनों में अच्छा कर रहा हूं. मेरे स्कूल और कॉलेज दोनों बहुत सपोर्टिव रहे हैं. वे खुद मुझे अलग-अलग जगहों पर डांस करने भेज देते थे. इस लेवल का सपोर्ट था.

आपकी इस जर्नी में संघर्ष क्या रहा है ?

मैंने कई रियलिटी शो में ऑडिशन दिया था, लेकिन मैं सेलेक्ट नहीं होपाता था, तो दुःख लगता था कि सबका हो रहा है. मेरा क्यों नहीं हो पा रहा है. वो मुश्किल वक़्त था. रिजेक्शन को पॉजिटिव लेने में समय गया कि आखिर क्यों नहीं हो रहा हूं, तो समझ आया कि मेरा खुद का एक अलग डांस स्टेप मुझे बनाना होगा. उस पर मैंने फिर काम करना शुरू किया. अभी भी उस पर काम चल रहा है. वैसे मुश्किल दौर में मेरे माता पिता और मेरे डांस टीचरों ने हमेशा मुझ पर भरोसा जताया और मुझे मोटिवेट किया.

अक्सर लोग कहते हैं कि छोटे शहर के लोगों का संघर्ष बड़ा होता है, आपका इस पर क्या कहना है?

मैं बताना चाहूंगा कि मेरी मां ने शो वालों को साफ़ कह दिया था कि अगर कोई दुःख भरी स्टोरी चाहिए तो मेरा बेटा इस शो में नहीं जाने वाला है.इसे लेना है, तो सिर्फ इसके डांस के बल पर लीजिये. शो भी वैसा था कि कोई रोना-धोना इनको नहीं चाहिए था.

आगे की प्लानिंग क्या है ?

मैं दूसरे रियलिटी शोज से जुड़ने तैयार हूं. मैं एक जीतने के बाद रुकना नहीं चाहता हूं. डांस में बहुत कुछ करना है.

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