पटना के युवा हॉलीवुड फिल्मों के हुए दीवाने
पिछले दिनों रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स एंडगेम ने भारत में कामयाबी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये. इसने यहां करीब 350 करोड़ की कमाई कर अपनी कामयाबी का परचम लहराया है. सबसे खास बात यह कि हॉलीवुड की यह फिल्म सिर्फ महानगरों में ही नहीं बल्कि पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर जैसे शहरों में भी खूब पसंद […]
पिछले दिनों रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स एंडगेम ने भारत में कामयाबी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये. इसने यहां करीब 350 करोड़ की कमाई कर अपनी कामयाबी का परचम लहराया है. सबसे खास बात यह कि हॉलीवुड की यह फिल्म सिर्फ महानगरों में ही नहीं बल्कि पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर जैसे शहरों में भी खूब पसंद की जा रही है. तीन सप्ताह पहले रिलीज हुई यह फिल्म आज भी सिनेमा हॉल में लगी है. फिल्मों के जानकार बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में हॉलीवुड की एवेंजर्स, सुपरमैन, वंडर वूमैन और बैटमैन जैसी फिल्में पटना में खूब पसंद की जा रही हैं. पटना के युवा हिंदी फिल्मों से भी ज्यादा इन्हें देखना चाहते हैं. इंटरनेट और सोशल मीडिया के कारण अब घर-घर में इन फिल्मों के कैरेक्टर पहचान बना चुके हैं. इनकी नयी तकनीक और बेहतर कहानी युवाओं को आकर्षित कर रही है.
दर्शकों को लुभा रही काल्पनिक दुनिया
इनके बढ़ते क्रेज ने बता दिया है कि बॉलीवुड अभी भी दर्शकों की नब्ज़ से दूर है. हालांकि एवेंजर्स जैसी फिल्मों को भारत में बनाने की कोशिश भी हुई है. कृश, फ्लाइंग जट्ट, सुपर सिंह इसी तरह की फिल्मों का नमूना रही हैं. 2017 की अप्रैल में रिलीज़ हुई ‘इनफिनिटी वॉर’ की कमाई के बाद कई हिंदी फिल्म निर्माताओं ने अंग्रेज़ी फिल्मों को कम स्क्रीन देने की मांग रखी थी. लेकिन ‘एंडगेम’ की रिलीज़ के बाद ज्यादातर सिनेमाघर मालिकों ने ऐसी सभी मांगों को दरकिनार करते हुए अपने सभी शो इस एक फिल्म के नाम कर दिये. इस फिल्म की सिर्फ भारतीय कमाई के आगे आमिर खान की ‘दंगल’ और प्रभास की ‘बाहुबली’ भी पीछे छूट गयी. अगर आप दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की बात करें तो इनमें दो-तीन चीज़ें मिलती जुलती हैं. इन सभी फिल्मों की कहानी में काल्पनिक दुनिया हैं जो आपको इस दुनिया की परेशानियों से दूर ले जाती है. इन सभी फिल्मों में कमाल का एक्शन है और ये सभी फिल्में वर्ल्ड क्लास थ्री डी ग्राफिक्स पर शूट हुई है.
दर्शकों के पास मौजूद हैं कई विकल्प
चर्चित फिल्म समीक्षक विनोद अनुपम हॉलीवुड फिल्मों की लोकप्रियता का मुख्य कारण इंटरनेट की पहुंच को मानते हैं. कहते हैं कि पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा, मुंगेर जैसे छोटे शहरों में भी हॉलीवुड फिल्में खूब पसंद की जा रही है. यहां के युवा इनके कैरेक्टर को पहचानते हैं. इंटरनेट ने लोगों की पहुंच दुनिया भर में कर दी है. इन युवाओं को खबरों के विभिन्न माध्यमों से हॉलिवुड फिल्मों की जानकारी मिलती रहती है. इससे इन फिल्मों का प्रमोशन भी होता है.
अब तो ये फिल्में हिंदी में पहले से बेहतर क्वालिटी में डब होकर आती हैं. इसके कारण भाषा की दूरियां भी नहीं हैं. हॉलीवुड फिल्मों ने हिंदी के दर्शकों की एकरसता को दूर करने का भी काम किया है. ये फिल्में तकनीक के स्तर पर काफी उम्दा होती हैं और एक्शन सीन भी इनमे काफी होते हैं. इसके कारण युवाओं को खूब पसंद आ रही हैं. विनोद अनुपम कहते हैं कि दर्शकों का टेस्ट बदल रहा है जिसे समझने की जरूरत है. इस टेस्ट को मल्टीप्लेक्स ने भी बदला है, जहां दर्शक सिर्फ फिल्म देखने के लिए नहीं जाता. अब दर्शकों के पास कई विकल्प मौजूद हैं. इससे हिंदी फिल्मों का बाजार प्रभावित हो रहा है. बात बिहार की करें तो यहां पहले से ही स्क्रीन की कमी है, बहुत सी फिल्में इस कमी के कारण ही रिलीज नहीं हो पाती. ऐसे में एवेंजर्स एंडगेम जैसी फिल्म आती हैं और छा जाती हैं जिसे रोक नहीं सकते क्योंकि हम एक खुले बाजार के दौर में रहते हैं.