नयी दिल्ली : गुरमीत राम रहीम की फिल्म मैसेंजर ऑफ गॉड (एमएसजी) आज रिलीज नहीं होगी. खबरें है कि अभी ट्रिब्यूनल का ऑर्डर प्रोडक्शन कंपनी तक नहीं पहुंचा है. इसके कारण फिल्म को रिलीज नहीं किया जा रहा है. इससे पहले पंजाब सरकार ने राज्य में फिल्म ‘एमएसजी’ के प्रीमियर पर रोक लगाने का फैसला लिया है.सरकार ने यह फैसला देश के कुछ अन्य हिस्सों में फिल्म की रिलीज से तनाव फैलने की रिपोर्टो के मद्देनजर लिया है.
गौरतलब है कि एमएसजी के विरोध में पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में प्रदर्शन किये जा रहे हैं. विवादों के बीच राम रहीम की फिल्म मैसेंजर ऑफ गॉड की रिलीज पर पंजाब सरकार ने राज्य में पाबंदी भी लगा दी है. इतना ही नहीं फिल्म की रिलीज को लेकर सेंसर बोर्ड में भी तूफान मच गया है. बोर्ड के सदस्य ने इरा भास्कर, राजीव मसंद, पंकज शर्मा, लोरा प्रभु, ममंग दाय, टीजी थायगराजन, शुभ्रा गुप्ता, शेखरबाबू कंचरेला और शाजी करूण सहित 12 लोगों ने इस्तीफा दे दिया है. सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन ने भी इस्तीफा दे दिया है.
आपको बता दें कि फिल्म के अभिनेता गुरमीत राम रहीम ने पूर्व में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर फिल्म के बारे में कई बातें सामने रखी थी. गुरमीत राम रहीम ने फिल्म के बारे में कहा कि फिल्म पर कुछ भी बोलने से पहले फिल्म देख तो लें. इसके बाद आप अपना कोई भी तर्क-वितर्क दे सकते है. भगवान को सभी लोग अलग-अलग नाम से पुकारते हैं. हमने कहीं भी कोई धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कोई काम नहीं किया है.
हमने तो यही कहा है कि हम केवल एक इंसान हैं. एक सवाल को जवाब देते हुए गुरमीत राम रहीम ने कहा कि अंग्रेजी कपड़े पहनने से कोई भगवान नहीं हो जाता. भगवान सबके दिमाग में होता है. फिल्म की दो लाइनें और कुछ शब्द म्यूट कर दिये गये है. हमने लोकहित को ध्यान में रखकर इस फिल्म का निर्माण किया है. यूथ को फिल्में ज्यादा पसंद आती है इसलिए हमने फिल्म को सहारा लिया. ‘मैंसेजर ऑफ गॉड’ का मतलब है एक फकीर को भगवान द्वारा दिया गया संदेश. हमने भी एक अच्छा संदेश देने की कोशिश इस फिल्म के माध्यम से की है. फिल्म में अंधविश्वास प्रकट करता कोई दृश्य नहीं हैं. दर्शकों को फिल्म पसंद आयेगी.