Indian Idol 12, Sitara Parveen : बिहार के कटिहार की सितारा परवीन इंडियन आइडल के इस सीजन में अपनी आवाज़ को लेकर सुर्खियों में है. हाल ही में उन्होंने इस रियलिटी शो में गोल्डन टिकट जीता. सितारा ‘इंडियन आइडल’ का खिताब अपने नाम करना चाहती हैं. वह अपना हर परफॉर्मेंस बेस्ट देना चाहती हैं. वे कहती हैं कि बिहार के लोग उन्हें वोट करें या ना करें उनकी मर्जी लेकिन जब वे उनका परफॉर्मेंस देखें तो ये ज़रूर कहें कि सितारा ने अपना बेस्ट परफॉरमेंस दिया. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत…
संगीत में आपका रुझान कब और कैसे हुआ?
मेरी अम्मी गाती थी. वह अपने स्कूल के दिनों में गाती थी. उन्होंने सीखा नहीं था हां उनको शौक था और वो शौकिया तौर पर गाती थी. उनके ज़रिए ही संगीत मुझमें आया. अम्मी का सपना था कि जो वो नहीं कर पायी मैं करूं. मैं टीवी पर नज़र आऊं ये उनका ही सपना था.
संगीत में आपकी शिक्षा क्या रही है?
पांच साल की उम्र से सीख रही हूं यही अपने गांव कटिहार में. 8 साल तक यहीं सीखा लेकिन उस तरह से नहीं सीख पायी. जिस तरह से सीखना था. मेरे गुरुजी जो मुझे तबला सीखाते हैं. उन्होंने मुझे कहा कि आप कोलकाता जाओ और वहां सीखो. 2016 में मैं कोलकाता गयी. वहां पर मैंने जाना रियल क्लासिकल म्यूजिक क्या होता है.
कोलकाता में कितने सालों तक आपने संगीत सीखा?
आर्थिक परेशानी की वजह से मैं कोलकाता में ज़्यादा दिनों तक नहीं सीख पायी. शिफ्ट नहीं हुई थी कोलकाता हर तीन महीने में कटिहार से कोलकाता 4 दिनों के लिए जाती थी लेकिन ढाई साल के बाद वो भी बंद करना पड़ा. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और कोलकाता जाकर संगीत सीखने में बहुत पैसे चले जा रहे थे इसलिए क्लास छोड़ दिया.
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आपका परिवार आपके संगीत के खिलाफ रहा है?
उसके पीछे की वजह पैसों की तंगी ही थी. भइया लोग कोई पोस्ट पर नहीं थे कि मदद कर सकें कि तुम संगीत सीखो. हां मेरे भाई हैदर ने मुझे बहुत सपोर्ट किया. उन्होंने कर्ज़ लेकर मुझे संगीत की क्लासेज करवायी है.
आपके परिवार में आपके भाई और अब्बू क्या करते हैं?
मेरे अब्बू का कटिहार में मछली व्यवसाय से जुड़े है. बड़े वाले और सेकेंड नंबर भाई भी उनके साथ काम करते हैं. मां हाउस वाइफ है. हैदर स्टूडेंट है.
छोटे शहर के लोगों को क्या ज़्यादा संघर्ष करना पड़ता है?
हां, हमारे आसपास के लोग ही हमारी काबिलियत पर सबसे पहले सवाल उठाते हैं।लड़कियों को तो बहुत कुछ सुनना पड़ता है लेकिन अब बदलाव दिखने लगा है. इंडियन आइडल में मैं नज़र आईं तो बहुत से लोग घर पर आए और बधाई देकर गए और ये भी कहकर गए कि हमें नहीं लगा था कि लड़कियां इतनी दूर तक जा सकती हैं. हम भी अपनी बच्चियों को कहेंगे कि सितारा के जैसा बनों और आगे बढ़ो. सभी में बहुत पॉजिटिव बदलाव आया है.
कब तय किया कि रियलिटी शोज में किस्मत आज़माना चाहिए
बहुत लोगों को आइडल और दूसरे सिंगिंग रियलिटी शोज में जाते देखती तो मुझे भी लगता था कि मुझे भी जाना चाहिए.बहुत से लोग मेरी आवाज को सुनने के बाद ये कहते थे कि तुम्हे सिंगिंग रियलिटी शो में जाना चाहिए
क्या इससे पहले किसी सिंगिंग रियलिटी शो में आपने किस्मत आजमाया था
हां इंडियन आइडल के 10 वे सीजन में गयी थी लेकिन उस वक़्त मेरा सेलेक्शन नहीं हुआ था.मैंने उस रिजेक्शन को मायूसी की तरह नहीं बल्कि मोटिवेशन की तरह लिया.मैंने दूसरे प्रतियोगियों को वहां सुना था तो मैंने समझा कि मैं तो अभी कुछ भी नहीं हूं. रियाज़ पर पूरा ध्यान देना होगा तभी मुझे मौका मिलेगा.
आपकी पढ़ाई क्या हुई है
मैं इसी साल ग्रेजुएट हुई हूं. म्यूजिक से मैंने ग्रेजुएट किया है. मेरी स्कूलिंग उमा देवी बालिका विद्यालय से हुई है. कॉलेज एमजेएम से किया.
इंडियन आइडल की जर्नी पर क्या कहना है
बहुत सपोर्ट मिल रहा है. बहुत अच्छे से हमारा क्लासेज चलता है. एक अलग ही माहौल है. इतना अच्छा लगता है कि वापस जाने का मन ही नहीं कर रहा है. सभी जजेस अच्छे हैं लेकिन नेहा कक्कड़ मेरी सबसे पसंदीदा है.
संगीत में आपका आइडल कौन है
लता मंगेशकर जी मेरी आइडल हैं.
Posted By : Budhmani Minj