नेहा कक्कड़ ने दिए थे 5 लाख, अब संतोष आनंद बोले- ‘मैंने मदद नहीं मांगी थी, नहीं जानता पैसे क्यों दिए’
indian idol 12 santosh anand break slience over neha kakkar donates 5 lakh says i have never asked for money bud: बॉलीवुड को कई सुपरहिट गानों का तोहफा दे चुके संतोष आनंद इनदिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में बने हुए हैं. हाल ही में उनका और नेहा कक्कड़ का एक वीडियो वायरल हुआ था. संतोष आनंद हाल ही में सिगिंग रिएलिटी शो इंडियन आइडल 12 के सेट पर पहुंचे थे
Santosh Anand break slience on Neha Kakkar : बॉलीवुड को कई सुपरहिट गानों का तोहफा दे चुके संतोष आनंद इनदिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में बने हुए हैं. हाल ही में उनका और नेहा कक्कड़ का एक वीडियो वायरल हुआ था. संतोष आनंद हाल ही में सिगिंग रिएलिटी शो इंडियन आइडल 12 के सेट पर पहुंचे थे, जहां नेहा कक्कड़ ने उन्हें 5 लाख रुपये देने का ऐलान किया था. पहले तो गीतकार ने इनकार कर दिया था. हालांकि नेहा के मनाने पर वो मान गए थे. इस बीच खबरें थी कि संतोष आनंद के पास घर चलाने और इलाज कराने के पैसे नहीं है. अब इसपर उनकी सफाइ सामने आई है.
उन्होंने कहा, ‘एक कलाकार को सम्मान चाहिए. उसे याद किया जाना अच्छा लगा, पर बाद में कुछ ऐसी बातें हुई जो गलत है.’ जहां सिंगर नेहा कक्कड़ ने उन्हें उपहार के रूप में 5 लाख की पेशकश की, जिसके वजह से ऐसी बातें हुई कि उन्हें वित्तीय मदद की जरूरत है. संतोष आनंद ने आगे कहा, मेरा घर ठीक से चला रहा है. नेहा बहुत अच्छी इंसान हैं जब उन्होंने मुझे 5 लाख रुपए देने का ऐलान किया तो मैंने कहा, मैं नहीं ले सकता.
उन्होंने कहा,’ मैं एक स्वाभिमानी आदमी हूं. मैंने कभी किसी से पैसे नहीं मांगे औ ना ही कभी मांगूगा. मैंने किसी से मदद नहीं मांगी. मैं कवि सम्मेलन में भाग लेता हूं और वहां से पैसे कमाता हूं. मुझे कोई परेशानी नहीं है तो मैं क्यों मदद मांगूगा. मैं नहीं जानना कि नेहा ने मुझे ये गिफ्ट क्यों दिया. अगर वो ये ना कहती कि आप इसे अपनी पोती समझ के ले लीजिए तो मैं कभी नहीं लेता. और उसके बाद लोग ये सब बातें करने लगे जो सच नहीं है. स्टेज पर बुलाया, सम्मान दिया, बस यही काफी था. सम्मान और मदद में फर्क है. मुझे मदद नहीं चाहिए.’
बता दें कि संतोष आनंद ने एक प्यार का नगमा है (शोर, 1970), पूर्वा सुहाना आई रे (पूरब और पश्चिम 1970), मैं न भूलूंगा (रोटी कपड़ा और मकान 1974), जिंदगी की न टूटे लड़ी (क्रांति, 1981) ये गलियां ये चौबारा, मोहब्बत है क्या चीज (प्रेम रोग; 1982) जैसै सुपरहिट गीत लिखे हैं.
82 वर्षीय गीतकार का कहना है कि, उन्हें अलग अलग समारोहों में जाने और अपनी कविता सुनाने में मज़ा आता है. शो में मैं भावुक हो गया था क्योंकि मुझे लगा कि शायद इंडस्ट्री मुझे भूल गई लेकिन मैंने जो अनुभव किया वह दिल छू लेनेवाला था. इस प्रकरण के बाद से, कई लोगों ने मुझसे संपर्क किया है. मैं अब ज्यादा इधर-उधर नहीं जा सकता हूं.’