International Film Festival : बोकारो के बिजनेसमैन की ‘ग्रीन‘ पूरी दुनिया में मचा रही धूम, यूथ के डिप्रेशन और नशे की लत पर बनी है फिल्म
International Film Festival, Jharkhand News, बोकारो (सुनील तिवारी) : झारखंड की बौद्धिक राजधानी बोकारो के सेक्टर तीन सी निवासी रियल स्टेट से जुड़े व्यवसायी मनीष कुमार सिंह की फिल्म 'ग्रीन' स्पेन फिल्म फेस्टिवल के 'बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म' केटेगरी के चौथे स्थान पर रही. वहीं, न्यूर्याक के 'एफ्रोडाइट फिल्म अवार्ड्स' में तीसरे स्थान पर रही. फिल्म का चयन यूएस में 30 जनवरी को आयोजित होने 'फ्लीक्स रेप्स फेस्टिवल अवार्ड' के लिये हुआ है. फिल्म ‘ग्रीन’ युवाओं के जीवन पर आधारित है. मनीष फिल्म के प्रोडूसर हैं.
International Film Festival, Jharkhand News, बोकारो (सुनील तिवारी) : झारखंड की बौद्धिक राजधानी बोकारो के सेक्टर तीन सी निवासी रियल स्टेट से जुड़े व्यवसायी मनीष कुमार सिंह की फिल्म ‘ग्रीन’ स्पेन फिल्म फेस्टिवल के ‘बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म’ केटेगरी के चौथे स्थान पर रही. वहीं, न्यूर्याक के ‘एफ्रोडाइट फिल्म अवार्ड्स’ में तीसरे स्थान पर रही. फिल्म का चयन यूएस में 30 जनवरी को आयोजित होने ‘फ्लीक्स रेप्स फेस्टिवल अवार्ड’ के लिये हुआ है. फिल्म ‘ग्रीन’ युवाओं के जीवन पर आधारित है. मनीष फिल्म के प्रोडूसर हैं.
यशस्विनी फिल्म के बैनर तले बनी हिंदी फीचर फिल्म ‘ग्रीन’ ने झारखंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी चार अवार्ड हासिल किया है. कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के कारण मनीष की यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ नहीं हो पायी. लेकिन, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स में धूम मचाने में कामयाब रही. ‘स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म’ से मूवी रिलीज़ करने का ऑफर मिला है. ‘ग्रीन’ मनीष की पहली फिल्म है. शिक्षा खत्म करने के बाद वह रियल एस्टेट के व्यवसाय जुड़े हैं.
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मनीष ने शुक्रवार को ‘प्रभात खबर’ से बातचीत करते हुये बताया : फिल्म ‘ग्रीन’ की शूटिंग अधिकतर बोकारो व झारखंड के विभिन्न स्थानों पर हुई है. इसकी कहानी बहुत हीं रोचक व प्रेरणात्मक है. इस फिल्म में एक युवक की कहानी को दर्शाया गया है, जो अपने जीवन में मानसिक अवसाद से ग्रस्त होने के बाद कैसे उससे उभरता है. 80 फीसदी आबादी डिप्रेशन का शिकार है. मानसिक स्वास्थ्य समस्या, अवसाद व नशे की लत से जूझ रहे युवाओं पर फिल्म केंद्रीत है.
मनीष ने बताया कि 2012 तक बोकारो से बाहर प्राईवेट नौकरी करते रहे. 2011 में रांची से रियल स्टेट के व्यवसाय की शुरूआत की. 2013 से बोकारो में रियल स्टेट के व्यवसाय से जुड़े हैं. बताया : उनका एक मित्र नशा का आदि होकर डिप्रेशन का शिकार हो गया. उसको लेकर एम्स गया, जहां ईलाज के बाद वह दुरूस्त हो गया. उसी समय इस थीम पर फिल्म बनाने का विचार आया. इस बीच फिल्म निर्माता प्रशांत नागेंद्र से पहचान हुई. दिलचस्पी फिल्मों में बढ़ी.
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मनीष ने बताया कि कोरोना के वजह से काफी कुछ झेलना पड़ा. लेकिन, ‘ग्रीन’ की सफलता ने उत्साह व उमंग से भर दिया. बेहद खुशी है कि पहली फिल्म इस मुकाम तक पहुंची. स्टेट के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिल्म की प्रशंसा हो रही है. कहा : सामाजिक बुराईयों को लेकर भविष्य में भी इसी तरह की फिल्म बनाने की योजना है. बताया : हर फिल्म की शूटिंग अधिकतर बोकारो सहित झारखंड के लोकेशन में हीं करेंगे, ताकि उनका शहर व राज्य आकर्षण का केंद्र बने.
प्रोफाइल
नाम : मनीष कुमार सिंह (व्यवसाय-रियल इस्टेट)
10वीं : केंद्रीय विद्यालय नंबर-02 (1995)
12वीं : बीआइएसएसएस-03 (1997)
बीआईटी : मणिपाल (2002)
पिता : रामाशंकर सिंह (पूर्व बीएसएल कर्मी-टीए)
माता : उर्मिला सिंह (गृहिणी)
पता : क्वार्टर नंबर : 142, सेक्टर तीन सी, बीएस सिटी