Exclusive: ‘मैं अपने ट्रोलर्स को थैंक्यू बोलना चाहूंगा’, जानिए ऐसा क्यों कहा करण कुंद्रा ने…
अभिनेता करण कुंद्रा जल्द ही कलर्स चैनल के शो तेरे इश्क़ में घायल में नज़र आनेवाले हैं. इच्छाधारी भेड़िया की पृष्ठभूमि पर बनी इस शो को वह एक दिलचस्प रोमांटिक फंतासी करार देते हैं.
अभिनेता करण कुंद्रा जल्द ही कलर्स चैनल के शो तेरे इश्क़ में घायल में नज़र आनेवाले हैं. इच्छाधारी भेड़िया की पृष्ठभूमि पर बनी इस शो को वह एक दिलचस्प रोमांटिक फंतासी करार देते हैं.उनके इस शो, विवाद, शादी और प्यार पर उर्मिला कोरी के साथ हुई बातचीत…
तेरे इश्क़ में घायल में आप मानव भेड़िया बने हुए हैं, जो एक ग्रे किरदार है, ग्रे किरदार करना कितना चुनौतीपूर्ण होता है?
हमने अब तक जो भी सिनेमा या टीवी शोज देखें हैं.उसमें हीरो बहुत अच्छे होते हैं, वो चींटी तक नहीं मारते हैं और जो विलेन है. वो किसी को भी बिना सोचे मार देगा, लेकिन असल जिंदगी ऐसी होती नहीं है.हमारा जो शो है. वो इस जोन का नहीं है, क्योंकि असल जिंदगी में ना कोई इतना अच्छा होता है और ना कोई इतना बुरा.हर इंसान कुछ एक सिचुएशन में एक जैसा ही बिहेव करेगा. हर किसी का एक डार्क साइड होता है.रियल किरदार यही होता है. वैसे इस शो में दुनिया अनरियल सी है, लेकिन किरदार रियल हैं, तो उसको प्ले करना थोड़ा मुश्किल रहता है.मगर मैंने इसे एन्जॉय किया.
शो में दो नायक हैं, आपके साथ गश्मीर भी हैं, क्या कॉम्पीटिशन का प्रेशर है?
हमने ऐसा सोचा ही नहीं, हमने सोचा था कि गश्मीर की अपनी ऑडिएन्स है, मेरी अपनी, तो इससे इस शो को ही फायदा पहुंचेगा.हम दोनों जब साथ में सीन करते हैं, तो वो कहाँ से कहाँ पहुंच जाता है, क्योंकि हमदोनो अपने काम को लेकर बहुत जूनूनी हैं.परफेक्शन में यकीन करता है.वैसे ये कोई डांस कॉम्पीटिशन नहीं है, जहाँ अपना -अपना बेस्ट एक्ट देना है. यहां सबको मिलकर अच्छा सीन देना है. अगर सिर्फ ये सोच रखेंगे कि मैं इस शो से क्या निकाल सकता हूं, तो ना आप चलोगे ना शो.
आप कॉम्पीटिशन में यकीन नहीं करते क्या?
अगर में यकीन नहीं करता, तो आपसे यहां बैठकर बात नहीं करता था, लेकिन मैं पागल नहीं हूं. मेरे अंदर खुश रहने का भी बहुत अहम गुण हैं, मैं अपने कई दोस्तों को जानता हूं,जिन्होने प्रतिस्पर्धा के चक्कर में बहुत कुछ जिंदगी में खो दिया.मैं वो सब खोना नहीं चाहता हूं.
इस शो को टीजर लॉन्चिंग के साथ ही बहुत सारी ट्रॉलिंग का भी सामना करना पड़ा?
दो दर्जन से अधिक चैनल हैं, और हर महीने कोई नहीं कोई शो आता है.सिर्फ टीवी के दर्शकों को ही इस बारे में पता होता है. हमारे शो के बारे में बड़े -बड़े फिल्म डायरेक्टर्स को पता है.मैं हाल ही में एक बहुत बड़े फिल्ममेकर को मिलने गया था, उन्होने भी मुझसे पूछा कि करन तेरा कोई शो आ रहा है. इंटरनेट पर मैंने देखा.मैं अपने ट्रोलर्स को थैंक्यू बोलना चाहूंगा, जहाँ तक यह बात नहीं पहुंचनी थी, वहां तक पहुंच गयी कि कलर्स का एक शो आ रहा है.यही सोशल मीडिया का पावर है. आप ट्रोल कर रहे हो, तब भी हमारे नंबर बन रहे हैं.आप प्यार दे रहे हो, तब भी नंबर बन रहे हैं, तो करो.आप हमारा फायदा ही कर रहे हैं.
पहले शो का नाम भेड़िया था, क्या वरुण धवन की फिल्म का भी यही नाम था, इसलिए बदलना पड़ा?
ऐसा नहीं है.यह एक लव स्टोरी है, इसलिए यह नाम ज्यादा सही है तेरे इश्क़ में घायल.शीर्षक कहानी को बयां करें. यह जरूरी है.
सीरियल में आप डार्क किरदार कर रहे हैं,निजी जीवन में आपका डार्क साइड क्या है?
मैं उसे डार्क नहीं ह्यूमन साइड कहूंगा.जब हम किसी के साथ बुरा होते हुए देखते हैं.तो मेरा दिल चुप बैठने का नहीं बल्कि गलती करने वाले को मारने का होता है.मुझे पता है कि ये बोलना नहीं चाहिए, लेकिन हमारे देश में कुछ ऐसी बुरी चीज़ें हुई हैं.उनको कोर्ट जब अंडर एज बोलकर माफ़ कर देता है, तो मुझे और मेरे दोस्तों को लगता है कि अरे वो बंदा मेरे सामने आ जाए, तो मैं उसका गला काट दूँ.
क्या आप अपने व्यवहार में कुछ बदलाव लाना चाहते हैं, जैसे गुस्से या किसी भी और चीज पर?
मैं जो हूं, वो हूं. मैं क्यों खुद को बदलूं, जिसे पसंद नहीं है. वो खुद को बदले.मैं जो हूं, जैसा हूं. उसमें खुश हूं. मैं यही हूं. अच्छा हूं.जिनको मैं अच्छा लगता हूं, उन्ही के लिए जीता हूं.
क्या इस नज़रिए की वजह से लोग आपको कई बार गलत समझ भी लेते हैं?
कई बार लोगों को यह घमंड लग सकता है, लेकिन ये घमंड नहीं है. ये कुछ अलग है. कुछ लोग दिखाते नहीं हैं, लेकिन अंदर से वह आपके बारे में बहुत गलत सोच रहे होते हैं.आपके सामने सर.. सर करेंगे, लेकिन पीछे से आपके प्रतिद्वंदी के बारे में जाकर आपको बोलेंगे. वो मैं नहीं हूं.अगर आप मुझे पसंद नहीं हो, तो मैं आपके मुंह पर बोलकर निकल जाऊँगा.मुझे लगता है कि मैं उनलोगों से ज्यादा बेहतर इंसान हूं.मैं पीठ पीछे नहीं करता हूं, जो है मुंह पर है.
आप उनके एक्टर्स में से हैं, जिन्होंने टीवी में लगातार काम किया है, आमतौर पर लोग सफलता मिलने के बाद टीवी से किनारा कर लेते हैं?
सबकुछ किया हमने. टीवी किया, फिल्म्स किया, रियलिटी शो किया. कभी प्रतियोगी बना. कभी जज भी किया. ये नियम किसने बनाया कि एक बार टीवी से फिल्म में जाने के बाद आप फिर से टीवी नहीं कर सकते हैं.आप अच्छा काम करो. यही मायने रखता है. मैं अपने प्लेटफार्मस् के लिए नहीं, अपने काम के लिए जाना जाता हूं.कोई ख़राब फिल्म होगी तो आप थिएटर में भी उसको देखने नहीं ही जाएंगे, वैसे कोई अच्छा प्रोजेक्ट होगा तो आप उसे टीवी में भी देखेंगे ही. कई ऐसी फ़िल्में हैं, जिन्हे कोई नहीं देखता है, लेकिन कई ऐसे टेलीविज़न शोज हैं, जिन्हे पूरा देश देखता है.
ग्लैमर वर्ल्ड में शादियों का मौसम चल रहा है, आप और तेजस्विनी कब कर रहे हैं?
सच कहूं तो समय ही नहीं है. उसका शो खत्म नहीं होता है कि मेरा शुरू हो जाता है.
अभी वैलेंटाइन वीक चल रहा है आप प्यार में पड़ने वाली जोड़ियों को क्या सलाह देंगे?
अगर आप फिल्मों को देखकर, किताबों को पढ़कर आईडिया करेंगे कि ऐसा मेरा पार्टनर होना चाहिए, तो ये गलत है. वो हमने आपको आईडिया बेचा है. वो असल जिंदगी नहीं है.रियल लाइफ में यशराज की कोई फिल्म नहीं चल रही होती है, तो वैसा पार्टनर नहीं होता है. उसके चक्कर में जिसके साथ आपको अच्छा लगता है. उसे सिर्फ फ्रेंड जोन में मत रखिए. वही आपके लिए बेस्ट पार्टनर साबित हो सकता है.
क्या पहली नज़र में प्यार हो सकता है?
प्यार तो नहीं क्रश हो सकता है. वैसे पहली मुलाक़ात में कोई इतना अच्छा लगने लगे, वैसा होता तो नहीं, लेकिन हो रहा है, तो कुछ तो कनेक्शन होगा ही.