फेमस सिंगर कृष्णकुमार कुन्नाथ उर्फ केके (KK Death) अब हमारे बीच नहीं रहे. कोलकाता में लाइव कॉन्सर्ट के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. केके दक्षिण कोलकाता के एक सभागार नजरूल मंच में आयोजित एक कॉलेज उत्सव में परफॉर्म कर रहे थे. अब यह मामला कोलकाता हाईकोर्ट पहुंच गया है. वकील रविशंकर चटर्जी ने एक जनहित याचिका दायर की है और मामले की सीबीआई जांच का अनुरोध किया है.
कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने मामले को दायर करने की अनुमति दी है. रविशंकर चटर्जी ने गायक की मौत के मामले में सीबीआई जांच की अपील की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या आयोजकों द्वारा प्रबंधन की कमी के कारण केके की मौत हुई. इधर कोलकाता पुलिस केके की मौत की जांच कर रही है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में के के की मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है.
अब प्रारंभिक ऑटोप्सी रिपोर्ट के अनुसार, सिंगर को हार्ट ब्लॉकेज था. पिंकविला की एक रिपोर्ट के अनुसार: “उनकी बाईं मुख्य कोरोनरी धमनी में एक बड़ी रुकावट थी और कई अन्य धमनियों और उप-धमनियों में छोटे ब्लॉकेज थे.”
रिपोर्ट में कहा गया है कि, सिंगर का शव परीक्षण करने वाले डॉक्टर ने कहा कि लाइव शो के दौरान अधिक उत्तेजित होने के कारण रक्त प्रवाह रुक जाता है जिससे हृदय गति रुक जाती है. केके की पत्नी ने पुलिस को यह भी बताया कि केके ने शो के लिए कोलकाता आने से पहले अपने हाथ और कंधे में दर्द की शिकायत की थी. केके को गैस्ट्रिक की भी समस्या थी और वह कभी-कभी एंटासिड भी लेते थे.
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रिपोर्ट में कहा गया है, “गायक की बाईं मुख्य कोरोनरी धमनी में 80 प्रतिशत और विभिन्न अन्य धमनियों और उप-धमनियों में छोटी ब्लॉकेज थीं. कोई भी ब्लॉकेज 100 प्रतिशत नहीं था.” डॉक्टर ने यह भी कहा कि अत्यधिक उत्तेजना के कारण खून का प्रवाह कुछ समय के लिए रुक जाता है, जिसके परिणामस्वरूप बहुत कम समय के लिए धड़कन अनियमित होती है. डॉक्टर ने कहा, “परिणामस्वरूप, केके बेहोश हो गए और उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ. अगर सीपीआर तुरंत दिया जाता, तो कलाकार को बचाया जा सकता था.”