Kriti Sanon ने बताया कि आखिर क्यों उन्हें निर्मात्री बनने का फैसला करना पड़ा .. जानिये क्या है वजह
kriti sanon ने बातचीत में बताया कि कभी-कभी हम आउटसाइडर्स को खुद ही मौके क्रिएट करने भी पड़ते हैं, जब अच्छे मौके नहीं मिलते हैं.
kriti sanon की साइंस फिक्शन फिल्म तेरी बातों में उलझा जिया के बाद इस साल फिल्म दो पत्ती के साथ दर्शकों के साथ फिर से रूबरू होने वाली हैं. 5 जुलाई को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने इस बात की घोषणा की कि यह फिल्म इस साल उनके प्लेटफार्म पर दस्तक देगी। खास बात है कि इस फिल्म से अभिनेत्री कृति सेनन बतौर निर्मात्री भी इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत कर रही हैं.वह साफ़ तौर से इस बात को स्वीकार करती हैं कि निर्माता के तौर पर वह अपने एक्टिंग करियर को फायदा पहुंचाना चाहती थी. प्रभात खबर से एक खास बातचीत में उन्होंने बताया कि जब आप प्रोड्यूसर बन जाते हैं,तो आप खुद सामने से लेखक को बोल सकते हैं कि आपको इस तरह किरदार या कहानी अपने लिए चाहिए.फिल्म दो पत्ती के साथ भी ऐसा ही हुआ.अपने लिए मैं कुछ चैलेंजिंग किरदार ढूंढ रही थी. मिमी की सफलता और उसके लिए नेशनल अवार्ड का सम्मान पाने के बाद भी मुझे वैसा कुछ इंटेंस रोल मिल नहीं रहा था और आप एक्टर के तौर पर इंटेस किरदार भी अपनी फिल्मोग्राफी में देखना चाहते हैं.उस तरह की भूमिकाएं मुझे ऑफर नहीं हो रही थी. उसे वक्त मैंने लेखिका कनिका ढिल्लन से बात की कि मैं ऐसा कुछ करना चाहती हूं.आपके पास कुछ है क्या?उन्होंने कहा कि फिलहाल तो मेरे पास ऐसा कुछ नहीं है लेकिन मैं लिख सकती हूं. फिर उन्होंने कुछ लिखा,जो मुझे बहुत अच्छा लगा. कुलमिलाकर कभी-कभी हम आउटसाइडर्स को खुद ही मौके क्रिएट करने भी पड़ते हैं. गौरतलब है कि कृति के साथ – साथ लेखिका कनिका ढिल्लन भी इस फिल्म की सह निर्मात्री हैं. कृति को उम्मीद है कि भविष्य में उनकी जोड़ी और भी खास कहानियों के साथ दर्शकों का मनोरंजन करेंगी.
काजोल के साथ स्क्रीन फिर से शेयर
कृति सेनन दो पत्ती फिल्म में अभिनेत्री काजोल के साथ स्क्रीन शेयर करती दिखेंगी.लगभग आठ सालों बाद यह दोनों अभिनेत्रियां एक साथ फिर से स्क्रीन शेयर कर रही हैं.इससे पहले दोनों की जोड़ी रोहित शेट्टी की फिल्म दिलवाले में साथ नजर आयी थी.दो पत्ती एक थ्रिलर ड्रामा फिल्म है,जिसमें काजोल का किरदार इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर का है और कृति के किरदार एक रहस्य ओढ़े टीज़र में नजर आ रहा है.कृति की मानें तो काजोल जैसे बेहतरीन अदाकारा के साथ होने से आप हर खुद भी अपना बेस्ट देते हैं.कृति यह भी बताती हैं कि काजोल वाली भूमिका के लिए सह निर्मात्री कनिका ढिल्लन के साथ – साथ उनकी भी पहली पसंद काजोल ही थी.वे उस किरदार के लिए काजोल को सबसे बड़ी जरूरत मानती थी, जिनके हां कहने के बाद कनिका और उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था.इसके अलावा फिल्म में शहीर शेख और तन्वी आजमी की भी अहम् भूमिका है.फिल्म के निर्देशक शशांक खेतान हैं. फिलहाल फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन काम जोरों शोर से चल रहा है.
इंडस्ट्री में दस साल पूरे हो गए
हीरोपंती फिल्म से इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत करने वाली कृति बताती हैं कि मेरा एक्टिंग का कोई बैकग्राउंड नहीं था. एक्टिंग का कोई कोर्स नहीं किया था, जो भी सीखा अपनी फिल्मों के सेट पर ही मैंने सीखा है.यही वजह है कि इन दस सालों में मेरो हर फिल्म से यही कोशिश रहती है कि मैं हर फिल्म से कुछ ना कुछ सीखूं. एक्टर के तौर पर ग्रो करूं . मैं चाहती हूं कि मेरी हर फिल्म देखने के बाद लोग कहे यह तुम्हारा बेस्ट परफॉर्मेंस है. चाहे फिल्म थिएटर में अच्छी कर रही हो या फिर बुरी ,क्योंकि बॉक्स ऑफिस किसी की कंट्रोल में नहीं होता है. फिल्म की किस्मत होती है कई बार टाइमिंग होती है कि फिल्म कब रिलीज हो रही है. ये सब आपके हाथ में नहीं होता है.अभिनय करना आपका काम है और उसमें आपको अपना 200% देना चाहिए. चाहे फिल्म अच्छी चले ना चले लेकिन लोग बोले कि इसने अच्छा काम किया था.मैं अपनी हर फिल्म से यही चाहती हूं.