Laapataa Ladies: इन 5 वजह से दोबारा देख सकते है किरण राव की मास्टरपीस फिल्म

इस साल की वन ऑफ मोस्ट लव्ड फिल्म लापता लेडीज को ऑस्कर की रेस में भेजा गया हैं, यें फिल्म सिर्फ एंटरटेनमेंट के लिए नहीं है बल्कि हमे काफी बातें भी सिखाती है.

By Sahil Sharma | September 23, 2024 9:51 PM
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यह फिल्म दोस्ती, संघर्ष और शिक्षा के महत्व को एक अलग ही अंदाज में पेश करती है

Laapataa Ladies: किरण राव की फिल्म लापता लेडीज जिसे इंडिया की तरफ से ऑस्कर के लिए चुना गया है, ने मार्च में थिएटर में धूम मचाई थी. लेकिन जब यह अप्रैल में नेटफ्लिक्स पर आई, तो इसकी पॉपुलैरिटी और भी बढ़ गई! यह सिर्फ लड़कियों की शिक्षा पर बनी एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी कहानी है जिसमें अलग-अलग किरदारों के जरिए जिंदगी के कई रंग दिखाए गए हैं. 

फिल्म हंसी-माजक और दिल को छू लेने वाले संदेशों से भरी हुई है. इसके किरदार आपको हंसाएंगे और साथ ही आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे कि हम अपनी जिंदगी में किन चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं. तो आइए जानते हैं उन 5 कारणों के बारे में जो आपको इस फिल्म को बार-बार देखने पर मजबूर कर देंगे.

1. फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस – अपने पैरों पर खड़े होना

फूल के चेहरे पर तब की खुशी देखनी बनती है जब मंजू माई उसे चाय की दुकान से कमाए पैसे देती है. उस पल में फूल तय करती है कि अब वो भी अपनी कमाई से अपने घर को सपोर्ट करेगी. फूल की यह सोच कि वह खुद के दम पर कुछ करेगी, समाज में महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने का एक बड़ा उदाहरण है. यह फिल्म यही दिखाती है कि कैसे महिलाएं आज खुद को पुरानी परंपराओं से बाहर निकालकर अपनी पहचान बना रही हैं.

Laapataa ladies

2. सीखना मुश्किलों से – एडवर्सिटी से इंस्पिरेशन

फूल भले ही खुद को सबसे बेहतर दिखाने की कोशिश करती हो, लेकिन मंजू माई से मिली सलाह उसे बदल देती है. फूल मंजू माई की बातें सुनती है और उनसे बहुत कुछ सीखती है. यह रिश्ते की खूबसूरती दिखाता है कि कैसे सही सलाह और गाइडेंस किसी को पूरी तरह बदल सकते हैं. फूल का सफर बताता है कि खुद को बेहतर बनाने के लिए हमें दूसरों से भी सीखने को तैयार रहना चाहिए.

3. इंसानियत की ताकत – ह्यूमैनिटी से बड़ा कुछ नहीं

जया ने दिखा दिया कि दूसरों की मदद करना असली इंसानियत है. फूल को ढूंढने के लिए उसने अपनी सेफ्टी की परवाह नहीं की और पंपलेट्स बांटे, क्योंकि वो दीपक का एहसान चुकाना चाहती थी. दीपक ने उसे घर पहुंचाया और सेफ रखा था. दीपक का परिवार भी जया को अपने घर की तरह अपनाता है, जो दिखाता है कि छोटी जगहों पर भी दिल बड़े होते हैं. इस फिल्म में ऐसी इंसानियत दिखाई गई है जो आज की दुनिया में भी लोगों को प्रेरित करती है. 

 4. उम्मीद के खिलाफ भी भरोसा – होप अगेंस्ट ओड्स

फूल का अपने पति पर अटूट विश्वास दिखाता है कि वह कितनी मजबूत है. भले ही उसके पति ने उसका सारा सोना ले लिया हो, फिर भी फूल को यकीन है कि वह लौट आएगा. यह फिल्म प्यार और विश्वास की ताकत दिखाती है, चाहे हालात कैसे भी हों. फूल की कहानी बताती है कि सच्चे प्यार में भी चुनौतियां होती हैं, लेकिन उम्मीद कभी नहीं छूटनी चाहिए. 

 5. शिक्षा से आजादी – एजुकेशन इज फ्रीडम

फूल जब दीपक से शादी करके गांव आती है, तो उसे उस गांव के बारे में कुछ भी पता नहीं होता. उसका पूरा बचपन सिर्फ खाना बनाने और घर संभालने में गुजरा था. इसी कारण वह कई अहम चीजों से अनजान थी जो उसे सेफ और आजाद बना सकती थीं. दूसरी तरफ, जया (जिसे पुष्पा भी कहा जाता है) को भी पढ़ाई छोड़कर शादी के लिए मजबूर किया गया था, जबकि उसका सपना खेती सीखने का था. फिल्म बड़े अच्छे से दिखाती है कि शिक्षा लड़कियों के लिए कितनी जरुरी है. यह केवल जिंदगी को बेहतर बनाती है, बल्कि उन्हें अपने फैसले खुद लेने के काबिल भी बनाती है.

लापता लेडीज क्यों देखनी चाहिए?

लापता लेडीज सिर्फ एक एंटरटेनमेंट फिल्म नहीं है, यह आपको जिंदगी के बारे में कुछ गहरे मेसेज भी देती है. यह फिल्म आपको हंसाती भी है, रुलाती भी है और सोचने पर भी मजबूर करती है. नेटफ्लिक्स पर यह फिल्म देखते हुए आप एक बार फिर दोस्ती, संघर्ष और शिक्षा की ताकत को महसूस करेंगे. अगर आपने अब तक नहीं देखी है, तो अब समय आ गया है कि आप भी इसे देख लें और जो देख चुके हैं, उन्हें शायद एक बार और देखने का मन कर जाए.

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