Lootere: समुद्री लुटेरों की रोमांचक दुनिया ‘लुटेरे’ की मेकिंग है काफी दिलचस्प, लूटपाट की वारदात से लेकर समुद्र भी बना था मुसीबत
Lootere: शो रनर हंसल मेहता बताते हैं कि सीरीज की कहानी संपूर्ण कल्पना है. इसकी किसी भी घटना से कोई समानता नहीं है जिसे आपने पहले कभी नहीं देखा हो.
Lootere:डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर वेब सीरीज लुटेरे इन दिनों स्ट्रीम कर रही है. सोमालियाई समुद्री लुटेरों को आधार बनाकर इस सीरीज की कहानी रची गयी है. अब तक तीन एपिसोड स्ट्रीम हो चुके हैं. जबकि, बाकी एपिसोड वीकली बेसिस पर हर गुरुवार एक-एक करके जारी किए जाएंगे. इस वेब सीरीज के शो रनर प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक हंसल मेहता है. सीरीज के निर्देशन से उनके बेटे जय मेहता डेब्यू कर रहे हैं ,जबकि शो में विवेक गोम्बर,स्नेहा खानविलकर और रजित कपूर इस सीरीज का अहम चेहरा है. इस शो की मेकिंग और उससे जुड़ी चुनौतियों पर उर्मिला कोरी का यह आलेख.
यूट्यूबर परमवीर के वीडियोज और सोमालियाई डॉक्यूमेंट्रीज से सीरीज है प्रेरित
सोमालिया में स्थापित समुद्री डकैती और बुरे लोगों की यह कहानी है. पहली बार इस तरह का कंटेंट वेब सीरीज की कहानी से जुड़ा है. शो रनर हंसल मेहता बताते हैं कि सीरीज की कहानी संपूर्ण कल्पना है. इसकी किसी भी घटना से कोई समानता नहीं है जिसे आपने पहले कभी नहीं देखा हो,लेकिन यह कई सच्ची घटनाओं से प्रेरित जरूर है. इस सीरीज का रिसर्च वर्क बहुत रीयलिस्टिक है. एक यू ट्यूबर हैं पैसेंजर परमवीर वो सोमालिया गया है और बहुत से लोगों को देखा, उनसे मिला और उनसे बात की. हम उसके वीडियो से प्रेरित हुए और यह समझने की कोशिश की कि मोगादिशु यानी सोमालिया में क्या होता है. सीरीज के लेखक सुपर्ण वर्मा ने यह कहानी लिखी तो उन्होंने बहुत सारी डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी देखीं. जब मैंने इस सीरीज की स्क्रिप्ट पढ़ी तो मेरा सबसे पहला सवाल यही था कि क्या सच में ऐसा होता है, उसने मुझे एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई जो असली थी. उन्होंने मुझे एक सोमाली फिल्म मेकर द्वारा सोमालिया में बनाई गई ऑस्कर विजेता लघु फिल्म दिखाई. रिसर्च वर्क रियल है इसलिए यह फिक्शनल कहानी भी समाज को आईना दिखाती है.
वसन बाला थे फिल्म के पहले निर्देशक
सीरीज के शो रनर हंसल मेहता जानकारी देते हुए बताते हैं कि सुपर्ण वर्मा जब इस सीरीज की कहानी लिख रहे थे. उस वक्त तय हुआ था कि इस सीरीज का निर्देशक वसन बाला करेंगे ,लेकिन जब स्क्रिप्ट पूरी हुई. उस वक्त वसन अपनी फिल्म मोनिका ओ माय डार्लिंग में बिजी हो गये. जिसके बाद क्रिएटर शैलेश आर सिंह ने मुझे अप्रोच किया. स्क्रिप्ट पूरी होने के डेढ़ साल बाद यह मुझ तक पहुंची कि मुझे ये करना पड़ेगा. उस वक्त मैं स्कूप में बिजी था. उसी दौरान जय का नाम आया. मैंने कहा कि यह जय ही तय करें. अगर उसको सीरीज की कहानी पसंद आएगी तो वह चाहे तो इसके निर्देशन से शुरुआत कर सकता है. उसे सीरीज की स्क्रिप्ट ने बहुत उत्साहित किया. वैसे यह जय की बतौर निर्देशक पहला प्रोजेक्ट है ,लेकिन वह पिछले 12 सालों से मेरे साथ काम कर रहा है. उसने मेरे कई प्रोजेक्ट्स में अलग – अलग भूमिकाएं पोस्ट प्रोडक्शन में निभायी हैं.
विवेक गोम्बर का ऑडिशन छह महीने तक चला था
इस सीरीज लुटेरे के साथ- साथ उस वक्त हंसल मेहता की वेब सीरीज स्कैम 2 की भी कास्टिंग चल रही थी. सीरीज में विक्रांत गांधी की भूमिका के लिए दो एक्टर्स फाइनल हुए थे. इसकी जानकारी हंसल मेहता देते हुए बताते हैं कि स्कैम 2 के गगन देव रायर को भी विवेक गोम्बर के साथ शॉर्ट लिस्ट किया गया था ,लेकिन कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने कहा कि गगन देव तेलगी के किरदार के लिए ज्यादा परफेक्ट रहेगा. उसके बाद विवेक को लुक टेस्ट के लिए बुलाया गया. विवेक इस प्रोजेक्ट से जुड़ने के प्रोसेस को याद करते हुए आगे बताते हैं कि मैं आभारी हूं कि मुझे ऐसा अवसर मिला. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे यह भूमिका मिली. फिल्म सर में मेरे रोल को काफी सराहा गया था और वह एक अलग किरदार था. यहां मुझे खुद को एक्सप्लोर करने की काफी आजादी मिली है. मेरी कास्टिंग छह महीने तक चली था. मैंने अपना पहला ऑडिशन जनवरी में दिया, फिर हमने चार और ऑडिशन दिए. आखिरकार हमने जुलाई में लुक टेस्ट किया, मुझे साइन किया गया. मैं बहुत घबराया हुआ था कि दर्शक मुझे कैसे स्वीकार करेंगे. उम्मीद है कि मेरे काम को वह पसंद करेंगे.
सोमालिया की कहानी लेकिन शूटिंग साउथ अफीका में
सीरीज की कहानी सोमालिया पर आधारित है लेकिन शूटिंग सोमालिया में नहीं हुई है. फिल्म के निर्देशक जय मेहता जानकारी देते हुए बताते हैं कि सोमालिया में शूटिंग संभव नहीं थी. हमने फिल्म की शूटिंग दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में की है. इससे पहले हमने बहुत सारे लोकेशन देखे थे. हम यूक्रेन भी गए,लेकिन वहां लड़ाई हो रही थी तो वहां शूटिंग मुश्किल थी. इसके साथ ही शिप के साथ शूटिंग करना बहुत मुश्किल रहता है. गोदी में खड़े होने पर भी जहाज महंगे होते हैं. उनका रखरखाव करना होता है और चालक दल को भुगतान करना होता है. पानी के जहाज़ों के लिए हम दुबई, शारजाह और अबुधाबी, मिस्र भी गए. इसी बीच हमने सुना है कि एक जहाज दो महीने से केपटाउन में खड़ा है ,जिसके बाद तय हुआ कि केप टाउन ही परफेक्ट रहेगा. हमने सात महीने में लगातार काम करके अपना प्रोजेक्ट पूरा कर लिया था. हम दोबारा वापस जाने का जोखिम नहीं उठा सकते थे,क्योंकि यह शो के बजट को बढ़ा सकता था. बीस लोगों की टीम भारत से गयी थी और 20 लोगों को साउथ अफीका से शामिल किया गया.
समुन्द्र में शूटिंग नहीं थी आसान
इस सीरीज की कहानी का अहम किरदार समुन्द्र भी है. फिल्म के निर्देशक जय मेहता इसे शूटिंग की सबसे अहम चुनौतियों में करार देते हुए बताते हैं कि समुन्द्र में शूटिंग करना आसान नहीं था क्योंकि नावें स्थिर नहीं रहता थी. हमारे पास एक बड़ा जहाज था और वह स्थिर नहीं रहता था. कभी भी कुछ भी गिरने – पड़ने लगता था.
मैं एक छोटी नाव से इस बड़े जहाज की शूटिंग करता था लेकिन लहरें तबाही मचा देती थीं, कुछ भी स्थिर से शूट नहीं हो पाता था. छोटी नाव में बैठकर वॉकी टॉकी से हम पांच मिनट की दूरी पर भी बात कई बार नहीं कर पाते थे. दरअसल तेज हवाओं के कारण वॉकी वहां काम नहीं करतीं थी. समुंद्र के साथ – साथ मौसम की भी दिक़्क़त थी. कभी बहुत धूप रहती थी. कभी बारिश होने लगता था. कभी तापमान बहुत कम हो जाता था. जिससे लगभग सारी कास्ट और क्रू एक बार जरूर बीमार पड़ी. वैसे सब कुछ बुरा था ये भी नहीं है. शूटिंग के दौरान मैं दिन में एक बार डॉल्फिन और व्हेल देख ही लेता है. इसके साथ ही समुद्री शेर और ऊदबिलाव हमारे होटल के स्विमिंग पूल में भी कई बार आ जाते थे ,क्योंकि होटल समुंदर के पास था.
शूटिंग में क्रू के ट्रक में हो गयी थी लूटपाट
इस सीरीज की एकमात्र फीमेल कलाकार अभिनेत्री अमृता खानविलकर हैं. वे बताती हैं कि उनका एक ही ऑडिशन हुआ था और वह एक ही दिन में चुन भी ली गयी थी लेकिन इस फिल्म की शूटिंग और इसकी रिलीज का इंतज़ार उनके लिए बहुत मुश्किल रहा था. अमृता बताती हैं कि सीरीज की शूटिंग साउथ अफीका में हुई है लेकिन हम सिवाय शूटिंग के और कुछ एक्सप्लोर नहीं कर पाए थे. दरअसल उस वक्त ओम्नीक्रोन की वजह से वहां की इकॉनोमी बहुत बुरी हो गई थी. लोगों के पास काम और पैसे नहीं थे. हमको शूटिंग करते थे तो हमारा ट्रक भी एक बार लूट लिया गया था ,जिसमें खाने – पीने की चीजे थी. जिस बंगले में हमारी शूटिंग हो रही थी,उस मालिक को मार दिया गया था. कोरोना की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत बुरी हो गयी थी. बहुत मुश्किल हालात थे. मुझे वैनिटी वैन का दरवाजा हमेशा बंद रखने को कहा जाता था. डर था कि कहीं किडनैप ना हो जाऊं. काफी मुश्किल सिचुएशन में हमने शूटिंग की है. शूटिंग के बाद सीरीज की रिलीज का इंतज़ार भी मुश्किल था. लगभग चार सालों से इस सीरीज पर काम चल रहा है. मैं निर्देशक जय के धैर्य की तारीफ करूंगी कि वह इतने समय तक इस प्रोजेक्ट से जुड़ा रहा. हम एक्टर्स तो दूसरे भी काम कर रहे थे ,तो इस सीरीज की रिलीज का लंबा इंतजार रहा है.
सोमाली एक्टर अरमान फैन है अक्षय कुमार का
सोमाली पृष्ठभूमि पर बने इस शो की कास्टिंग की बात करें तो विदेशी एक्टर्स भी इस सीरीज का अहम चेहरा है. निर्देशक जय मेहता बताते है कि लेकिन सारे एक्टर्स सोमाली नहीं है. डरबन से था,कोई केप टाउन से सिर्फ़ एक सोमाली एक्टर सीरीज में. है सीरीज में जो अक्षय कुमार का नाम बोलता है. उसका नाम अरमान है ,वह सोमाली है. वो अक्षय कुमार का पागल टाइप फैन है. उसको अक्षय कुमार का हर गाना आता है. हर डायलॉग उसे मुंह जबानी याद है. उसे अक्षय कुमार की सारी फिल्में देखी है.
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