कोरोना वायरस की चलते देश में लगे लॉकडाउन की वजह से मनोरंजन इंडस्ट्री बिल्कुल ठप पड़ गई थी. लेकिन बीते दिनों टीवी सीरियल्स की शूटिंग ना सिर्फ दोबारा शुरू हो गई बल्कि 13 जुलाई से कई सीरियल्स के नए एपिसोड्स आने भी शुरू हो गए हैं. इन सीरियलों पर नज़र डालें तो एक नियम की साफतौर पर अनदेखी हो रही है. महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी शूटिंग गाइडलाइन्स में यह बात साफ थी कि 10 साल से छोटी उम्र के बच्चों के साथ शूटिंग ना हो लेकिन कई सीरियल में छोटे बच्चे नज़र आ रहे हैं. कलर्स चैनल का सीरियल छोटी सरदारनी (केविना 8 साल) हो, एंड टीवी का शो एक महानायक डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर (आयुध भानुशाली 8 साल) इन शोज में बाल कलाकारों की उम्र 10 वर्ष से कम है.
कलर्स चैनल के लोकप्रिय धारावाहिक छोटी सरदारनी में 8 वर्षीया केविना टक बेबी परम का किरदार लॉकडाउन के बाद शुरू हुए नए एपिसोड्स में भी निभाती नजर आ रही हैं. केविना पॉपुलर बाल कलाकार हैं. वे सलमान खान और कैटरीना कैफ की फ़िल्म भारत में भी दिखी थी. केविना इनदिनों छोटी सरदारनी की शूटिंग कर रही हैं. केविना से जब इस बारे में बात करने की कोशिश की गयी तो उनकी मां ने कहा कि केविना इन सब बातों का जवाब देने के लिए बहुत छोटी है. वह केविना के प्रवक्ता के तौर पर कहती हैं कि कई सीरियलों की अहम धुरी बच्चे हैं. बच्चे को नहीं लिया गया तो सीरियल की पूरी कहानी बदलनी पड़ेगी. जिससे काफी लोगों को नुकसान होगा. हमें ये समझना होगा. केविना ने लॉकडाउन में खुद समझा कि कोरोना क्या होता है. घर पर हमने उसे बहुत समझाया था. यही वजह है कि वह खुद भी अपना ख्याल रखती है. समय समय पर हाथ सेनिटाइज करती है. जितना हो सके लोगों से दूरी बनाकर रखती है. उसका मेकअप नहीं होता है. हमेशा मास्क पहने रहती है सिर्फ कैमरे के सामने निकालती है. बहुत ध्यान रखती है. अगर केविना नॉटी टाइप की बच्ची होती और किसी का कहना नहीं मानती तो मैं उसे शूटिंग में नहीं ले जाती थी लेकिन मुझे पता था कि मैं केविना को आसानी से इस माहौल में संभाल लूंगी.
बच्चों के साथ शूटिंग के मामले में ज़ी टीवी का शो तुझसे है राब्ता और कुर्बान हुआ के नए एपिसोडस आश्चर्य में डालते हैं. 15 जुलाई के एपिसोड में कुछ महीने के बच्चे शो में नज़र आए हैं. इस बाबत जब निर्मात्री सोनाली जफर से बात हुई तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया हैं कि ये एपिसोड्स लॉकडाउन के पहले शूट हुए थे. जिस वजह से छोटे बच्चे नजर आ रहे हैं. आनेवाले एपिसोड्स में छोटे बच्चे शूटिंग का हिस्सा नहीं होंगे।सरकार की गाईडलाइन को पूरी तरह से माना जाएगा.10 साल से कम उम्र के बच्चे मेरे सेट पर नहीं होंगे दूसरों के बारे में मैं कमेंट नहीं कर सकती हूं.
गौरतलब है कि राजन शाही का शो ये रिश्ता क्या कहलाता है में बाल कलाकार तन्मय शाह कार्तिक और नायरा के बेटे कैरव के किरदार में बहुत लोकप्रिय थे. लॉकडाउन के पहले तक वह कहानी का अहम हिस्सा थे लेकिन लॉकडाउन के बाद की कहानी में कैरव नहीं है. कहानी पूरी तरह से बदल गयी है. जिसमें बच्चे की भागीदारी बिल्कुल भी नहीं होगी लेकिन ऐसे गिने चुने ही धारावाहिक हैं. हमेशा की तरह लॉकडाउन के बाद भी टीवी धारावाहिकों की कहानी में बच्चे अहम धुरी हैं. टीवी क्वीन एकता कपूर की बात करें तो उनके कई सीरियल्स की कहानी में बच्चे अभी भी कहानी की बड़ी जरूरत बने हुए हैं.
महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स की वजह से एकता कपूर ने अपने सीरियलों में लगभग सभी 10 साल के छोटी उम्र के चाइल्ड एक्टर्स को रिप्लेस कर दिया है. एकता कपूर का शो ये हैं चाहतें में लॉकडाउन से पहले सारांश का किरदार बाल कलाकार विधान शर्मा निभा रहे थे. अब ये रोल 10 साल 11 महीने के यज्ञ भसीन प्ले कर रहे हैं. इससे पहले सीरियल पवित्र भाग्य में 8 वर्षीय वैष्णवी प्रजापति को 10 साल चार महीने की बाल कलाकार रीवा अरोरा ने रिप्लेस किया. वहीं कसौटी जिंदगी की-2 में प्रेरणा अनुराग की बेटी के किरदार में 7 वर्षीय सुमाया खान की जगह 13 वर्षीय तहशीन शाह ने ली है. गौरतलब है कि तहसीन को छोड़ दे तो बाकी बाल कलाकारों की उम्र 10 साल से कुछ ही महीने ही ज़्यादा है. मतलब साफ है कि निर्मात्री एकता कपूर ने सेफ गेम खेल रही हैं ताकि उनपर उंगली ना उठे.
मौजूदा हालात में छोटे बच्चों के साथ शूटिंग करने को बाल कलाकार दिशिता की मां ममता सहगल सीधे तौर पर गलत ठहराती हैं फिर चाहे उम्र 10 वर्ष हो या उससे कम. दिशिता बेबी, डिअर ज़िन्दगी, हिंदी मीडियम जैसी कई फिल्मों का अहम हिस्सा रही हैं. ममता कहती हैं कि हम सभी जानते हैं कि कोविड की ये जो सिचुएशन है. वो बहुत ही रिस्की है. कई लोग ऐसे हैं. जिनमें कोई लक्षण नहीं होता है. आपको देखकर लगता ही नहीं कि वो कोरोना के कैरियर हैं. ऐसे में बाहर अपने बच्चे को शूट पर लेकर जाना बहुत रिस्की हो सकता है. मुझे इस दौरान कई शूटिंग्स के आफर दिशिता के लिए मिल रहे हैं. दिशिता 10 साल की है. जो महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन में शूटिंग की उम्र में फिट भी बैठती है लेकिन हमने माता पिता के तौर पर तय किया है कि हम अपनी बेटी को कोई भी शूटिंग नहीं करने देंगे. प्रोजेक्ट्स तो बहुत आते रहेंगे. भगवान की दी हुई ज़िन्दगी एक ही है. उसके साथ हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. हमारा बच्चा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. नेम फेम जब मिलना होगा मिल जाएगा.
इंडियन फिल्म्स एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स काउंसिल के टीवी विंग के चेयरमैन जेडी मजीठिया 10 साल से छोटे उम्र के बच्चों के साथ शूटिंग करने पर ज़्यादा टिप्पणी करने से बचते हैं. वे कहते हैं कि गाइडलाइन माननी चाहिए. मैंने खुद अपने शो में 5 साल के बच्चे को 10 साल के बच्चे के साथ रिप्लेस किया है. दूसरे के बारे में मैं नहीं कह सकता. लेकिन ये ज़रूर कहूंगा कि हमेशा हम इन बातों को मनमानी की तरह ही क्यों देखते हैं. कभी कभी मज़बूरी भी होती है.
Posted By: Budhmani Minj