Mirzapur 2 famous dialogues : रिवेंज ड्रामा मिर्ज़ापुर (Mirzapur) का दूसरा सीजन आखिरकार दस्तक दे चुका है. पंकज त्रिपाठी, अली फजल, दिव्येंदु शर्मा, रसिका दुग्गल और श्वेता त्रिपाठी स्टारर इस सीरीज का फैंस बेताबी से इंतजार कर रहे थे. इस बार भी सभी किरदारों के उम्दा डायलॉग कहानी को प्रभावी बना रहे हैं. एक नज़र कुछ चुनिंदा डायलॉग पर…
1. कुछ लोग बाहुबली पैदा होते हैं और कुछ को बनाना पड़ता है इनको बनाएंगे
2. औरत चाहे चंबल की हो या पूर्वांचल की।गन उठायी है तो इसका मतलब दिक्कत है
3. शादीशुदा मर्द को अपनी पत्नी से भय ना हो मतलब शादी में कुछ गड़बड़ है
4. नेताजी बनना है तो गुंडे पालो.गुंडे बनों मत.
5. गद्दी पर हम बैठे या मुन्ना नियम सेम होगा ..और हम एक नया नियम एड कर रहे हैं.मिर्ज़ापुर की गद्दी पर बैठने वाला कभी भी कोई भी नियम बदल सकता है
6. जब कुर्बानी देने का वक़्त आए तो सिपाही की कुर्बानी दी जाती है।राजा और राजकुमार जिंदा रहते हैं..गद्दी पर बैठने के लिए
7. उद्देश्य हमारा एक ही रहेगा..जान से मारेंगे.. क्योंकि मारेंगे तो ही तो जी पाएंगे
8. हिंदी फिलम का हीरो है हम..हमें कोई नहीं मार सकता..हम अमर हैं
9. जीत की गारंटी तभी है..जब जीत और हार दोनों तुम्हारे कंट्रोल में हो.
10. तकलीफ उनकी नहीं होती है जो चले जाते है.तकलीफ उनकी होती है.जो पीछे रह जाते हैं.
11. साला सब जगह की शादी में डीजे चलता है लेकिन हमारी यूपी की शादी में गोली चलता है.
12. जो आया है वो जाएगा भी बस मर्ज़ी हमारी होगी.
13. हम हैं राजनेता.लोगों को चूतिया बनाना हमारा काम है.
14. साला एनपीए बन गए हैं नॉन परफार्मिंग असेट
15. अब हमको बदला भी लेना है और मिर्ज़ापुर भी
16. आप हमको घर की ओनरशिप समझा रहे हैं. हमको पूरा शहर लेना है
18. आप ही का मन था ना कि आपकी बेटी मिर्ज़ापुर पर राज करें बड़ी ना सही छोटी करेगी।
19. बबलू स्वीटी का उधार है हम पर चुकाना है
20. बातें ज़्यादा नहीं हुई,बस आहट लेकर आ गए
Posted By: Divya Keshri