Exclusive : मिर्जापुर से जाना पॉपुलैरिटी क्या होती है- प्रियांशु पैन्यूली
भावेश जोशी सुपर हीरो, एक्सट्रैक्शन और मिर्जापुर जैसे प्रोजेक्ट्स से अभिनेता प्रियांशु पैन्यूली इंडस्ट्री का परिचित चेहरा बन चुके हैं . प्रियांशु जल्द ही ज़ी 5 पर रिलीज हो रही फ़िल्म रश्मि रॉकेट में अभिनेत्री तापसी पन्नू के अपोजिट नज़र आएंगे. उनकी इस फ़िल्म और कैरियर पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत...
भावेश जोशी सुपर हीरो, एक्सट्रैक्शन और मिर्जापुर जैसे प्रोजेक्ट्स से अभिनेता प्रियांशु पैन्यूली इंडस्ट्री का परिचित चेहरा बन चुके हैं . प्रियांशु जल्द ही ज़ी 5 पर रिलीज हो रही फ़िल्म रश्मि रॉकेट में अभिनेत्री तापसी पन्नू के अपोजिट नज़र आएंगे. उनकी इस फ़िल्म और कैरियर पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत…
तापसी के अपोजिट रश्मि रॉकेट में आप नज़र आएंगे कैरियर के लिहाज से इस रोल को कितना खास कहेंगे?
मेरे करियर के पड़ाव में यह एक बड़ी फिल्म है. जिस तरह का मुझे रोल मिला है. मैंने अब तक नहीं किया है. देखा जाए तो लीड एक्टर हूं।फ़िल्म में रश्मि और कैप्टेन गगन के बीच बहुत ही मैच्योर लव स्टोरी दिखायी गयी है. वे एक दूसरे को हर बात में आई लव यू नहीं बोलते हैं लेकिन उनकी बॉन्डिंग बहुत खास है. मुझे दर्शकों के रिस्पांस का इंतज़ार रहेगा.
फ़िल्म में मैं आर्मी ऑफिसर के किरदार में हूं तो अपने किरदार के लिए मुझे मसल्स बनाने पड़े। तीन महीने बॉडी पर काम किया?
यह फ़िल्म स्पोर्ट्स में जेंडर वेरिफिकेशन के स्याह पक्ष को दिखाती है क्या आपको इस बारे में मालूम था नहीं ,मुझे नहीं मालूम था. फ़िल्म की शूटिंग के दौरान मैंने निर्देशक आकर्ष को पूछा भी था कि जो दिखा रहे हैं वो होता है या हम सिनेमैटिक लिबर्टी ले रहे हैं. उनका जवाब था कि हम कम दिखा रहे हैं. इससे ज़्यादा होता है फिर मैंने गूगल किया और पाया कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की फीमेल एथलीट इससे जूझ रही हैं. 1960 से इसके खिलाफ आवाज़ उठायी जा रही है. वाकई ये अपमानजनक है लोग आपके टैलेंट को नहीं देखते है चूंकि आपका टेस्टोस्टेरॉन लेवल ऊंचा है तो आपको महिला मानने से इनकार कर दिया जाता है. इस फ़िल्म से अगर आम लोग इस पर बात करना शुरू करते हैं तो समझेंगे हमारी कोशिश कामयाब हुई.
यह एक स्पोर्ट्स फ़िल्म है,आपका रुझान कभी किसी स्पोर्ट्स में रहा था?
हर भारतीय लड़के की तरह मैं भी क्रिकेटर बनना चाहता था. मैं रीजनल और जोनल लेवल पर क्रिकेट खेल चुका हूं. समय के साथ क्रिकेट का क्रेज़ कम हुआ कभी आर्मी तो कभी एयरफोर्स ऑफिसर बनने का सोचने लगा था एक चीज़ जो स्कूल से लेकर कॉलेज तक एक सी थी वो ड्रामा थी. मैं ड्रामा को बहुत एन्जॉय करता था. सोचा निर्देशक या राइटर बनूंगा तीन साल का कोर्स भी किया लेकिन जब थिएटर करने लगा तो लगा कि एक्टिंग ही मेरे लिए सही होगा. यहां मैं हर तरह का किरदार कर सकता हूं. आर्मी ऑफिसर बनने का भी सोचा था जो फ़िल्म रश्मि रॉकेट ने मुझे मौका दे दिया.
तापसी पन्नू को एक को एक्टर के तौर पर कैसा पाते हैं?
मैं तापसी पन्नू का फैन रहा हूं जिस तरह की फिल्मों का वो चुनाव करती हैं. वो कमाल का है. सेट पर पहले दिन ही हमारी दोस्ती हो गयी. मैं उनको फायर बॉल बुलाता हूं क्योंकि वो इतनी एनर्जी से भरी रहती हैं. इस फ़िल्म के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है. हम सुबह 9 बजे जिम जाते थे जबकि वो सुबह 5 बजे रनिंग और जिम दोनों करती थी।सही मायनों में वो रॉकेट हैं.
थिएटर कुछ दिनों में शुरू होने वाले हैं ऐसे में फ़िल्म की ओटीटी रिलीज क्या खुश हैं?
मुझे लगता है कि थोड़ा समय जाएगा जब लोग फिर से सिनेमाघरों में जाकर फिल्में देखना शुरू करेंगे. 100 प्रतिशत दर्शकों के साथ सिनेमाघर गुलज़ार होने में समय जाएगा तो मैं खुश हूं कि यह फ़िल्म ओटीटी पर आ रही है क्योंकि ओटीटी की पहुंच देश के घर घर तक नहीं बल्कि विदेश तक पहुंच गयी है.
प्रियांशु आप लगातार अपनी छाप छोड़ रहे हैं आप अपना टर्निंग पॉइंट किसे कहेंगे?
टर्निंग पॉइंट तो नहीं मेरे करियर में अलग अलग पड़ाव रहे हैं. भावेश जोशी पहला पड़ाव था . इस फ़िल्म को पूरी इंडस्ट्री ने देखा था सभी को मेरा काम पसंद आया था. जिससे निर्माता निर्देशकों के दरवाजे मेरे लिए खुल गए थे. बीता साल कमाल का रहा. इंटरनेशनल फ़िल्म एक्स्ट्राक्शन में अलग ही तरह का रोल मिला था. जिसने बहुत ही खास पहचान दी फिर मिर्जापुर आयी और समझा कि पॉपुलैरिटी क्या होती है. लोग मुझे रोबिन भैया बुलाते हैं और मेरा डायलॉग ये भी ठीक है हर कोई मिलने पर दोहराता है. इतने मीम्स बनें थे. बहुत एन्जॉय किया था उस फेज को.
आपकी आनेवाली फिल्में
ईशान खट्टर के साथ पीपा जिसका अगला शेड्यूल जल्द ही शुरू होनेवाला है. इसके अलावा यू टर्न है अलाया एफ के साथ।उसकी थोड़ी बहुत शूटिंग बाकी है. दोनों फिल्में अगले साल रिलीज होंगी.