Mithun Chakraborty: 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिला. प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह विज्ञान भवन में हुआ और भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए. मिथुन का नाम जैसे ही अनाउंस हुआ, एक्टर की आंखों में आंसू आ गए और वह इमोशनल हो गए.
अवॉर्ड लेते वक्त इमोशनल हो गए थे मिथुन चक्रवर्ती
हाथ में फ्रैक्चर के बावजूद मिथुन ने यह अवॉर्ड फंक्शन अटेंड किया. उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से सम्मान मिले. अभिनेता मंच पर गए और पुरस्कार स्वीकार किया. एक्टर ने राष्ट्रपति के साथ तस्वीर भी खिंचवाई. इसके बाद उन्होंने दर्शकों से बात की और कई अनकहीं किस्से शेयर किए. समारोह से पहले, मिथुन चक्रवर्ती ने कबूल किया कि उन्होंने जीत के बारे में कभी नहीं सोचा था, लेकिन जब ऐसा हो रहा है, तो मुझे क्या कहना चाहिए? इतना बड़ा सम्मान-मैं केवल भगवान को धन्यवाद दे सकता हूं. मैंने जो संघर्ष झेले, भगवान ने मुझे सब कुछ लौटा दिया.
मिथुन चक्रवर्ती ने स्ट्रगल दिनों को लेकर क्या कहा
उन्होंने इंडिया टुडे संग बात करते हुए कहा, ”मैंने शुरुआती वर्षों में, पैसों के लिए काफी स्ट्रगल किया है. मेरे पास देखभाल करने के लिए एक बड़ा परिवार था, लेकिन अब, समय बदल गया है. मैं अब ऐसी चीजों के बारे में नहीं सोचता. मैं ऐसी फिल्म करने पर ध्यान केंद्रित करता हूं, जो मेरे क्रिएटिविटी को दिखाए और दर्शक मुझे पसंद करें.”
मिथुन चक्रवर्ती ने अब जीते ये अवॉर्ड्स
मिथुन चक्रवर्ती ने 1977 में अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत की और उन कुछ अभिनेताओं में से एक बन गए, जिन्होंने पहली फिल्म के साथ राष्ट्रीय पुरस्कार जीता. अभिनेता ने ‘मृगया’ के साथ बॉलीवुड जर्नी शुरू की और 1982 में उनकी फिल्म ‘डिस्को डांसर’ रिलीज होने के बाद वह पॉपुलर हो गए. उन्होंने 1993 में ‘ताहादेर कथा’ के लिए बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता.
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