Happy Mother’s Day 2020 : मां जन्म देती है, जीने का सलीका सिखाती है और इस दुनिया में आगे बढ़ने की सलाहियत भी देती है. मां कि बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती. ऐसे पलों में, जब हमें किसी अपने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, हमारी जुबान से पहली पुकार मां के लिए निकलती है. मां हमारे लिए हर पल होती है लेकिन हम क्या करते हैं मां के लिए?
कोविड-19 के इस दौर में जब हमारी दुनिया घर की चार दीवारी में सिमट गयी है. क्यों न घर पर ही इस मदर्स डे (10 मई) को अपनी मां के लिए बेहद खास बनायें. एक नोट लिख कर मां के लिए प्यार भरे शब्दों को जाहिर करें, उनकी पसंद का खाना बनायें और उनके साथ बैठ कर देखें मां की कहानी कहती ये खास फिल्में-
भारतीय फिल्म इतिहास की महान फिल्मों में शुमार नरगिस अभिनीत मदर इंडिया एक ऐसी मां की कहानी है, जो स्त्री अस्मिता को बचाने के लिए अपने बेटे के खिलाफ खड़े होने से भी पीछे नहीं हटती. मदर इंडिया की मां एक लालची साहूकार से लड़ते हुए अपने बच्चों की अकेले परवरिश करती है. महबूब खान निर्देशित यह फिल्म सभी महिलाओं को समर्पित है. यू-ट्यूब या जियो सिनेमा में इस फिल्म को देख सकते हैं.
बेशक यह फिल्म सलीम-जावेद के लेखन और अमिताभ बच्चन-शशि कपूर के अभिनय के लिए याद की जाती है, लेकिन फिल्मों में मां के किरदारों की जब भी बात होती है, तो दीवार फिल्म की मां (निरुपमा रॉय) का जिक्र जरूर आता है. दीवार की मां भी बहुत संघर्ष कर के अपने बच्चों को बड़ा करती है. इस फिल्म में अमिताभ और शशि कपूर के बीच यह संवाद आज भी सबकी जुबान पर है- मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, बैंक बैलेंस है… तुम्हारे पास क्या है?… मेरे पास, ‘मां’ है. ये फिल्म जी5 में देखी जा सकती है
यह बेहद खूबसूरत फिल्म एक ऐसी मां की कहानी है, जो अपने प्रेमी द्वारा जिम्मेदारी से पीछे हटने के बाद अकेले ही बच्चे को जन्म देती है और उसकी परवरिश करती है. बच्चा ऑरो एक अनुवाशिंक बीमारी से ग्रस्त होता है, जिसकी भूमिका अमिताभ बच्चन ने निभायी है, मां की भूमिका में हैं विद्या बालन. वर्ष 2009 में आई फिल्म पा में मां बेटे का एक अनोखा रिश्ता नजर आता है. यह फिल्म डिजनी हॉट स्टार पर उपलब्ध है.
यह श्रीदेवी की एक यादगार फिल्म है. यह एक तरह से उन भारतीय मांओं की कहानी कहती है, जो बेहद कुशल होने के बाद भी अंग्रेजी न बोल पाने के कारण कई बार बच्चों और पति की उपेक्षा का समाना करती हैं. फिल्म में श्रीदेवी एक ऐसी मां बनी हैं, जो अंग्रेजी भाषा बोल व समझ न पाने के कारण हमेशा सहमी हुई रहती है. लेकिन, वह कैसे अंग्रेजी पर जीत हासिल कर सबको चकित कर देती हैं, यह जानने के लिए आप अपनी मां के साथ यह फिल्म देख सकते हैं. यह फिल्म जी5 और जियो सिनेमा में देखी जा सकती है.
पढाई करने से जिंदगी बदल सकती है, इस भरोसे से भरी चंदा की कहानी है इस फिल्म में. चंदा दूसरों के घरों में घेरलू सहायिका का काम करती है, लेकिन अपनी बेटी को पढ़ा-लिखा कर कलेक्टर बनाने का सपना देखती है. पढ़ने की ललक से भरी चंदा अपनी बेटी को बेहतर शिक्षा और सम्मानजनक जिंदगी देना चाहती है. बेटी को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने की खातिर वह खुद भी स्कूल में दाखिला ले लेती है. चंदा की कहानी जानने के लिए आप यह फिल्म जियो सिनेमा या जी5 में देख सकते हैं.
यह कहानी है मां-बेटी नजमा और इंसिया की. नजमा अपनी बेटी के सपने पूरे करने के लिए उसे लैपटॉप खरीदकर देती है. पति और बेटी के सपनों में से किसी एक को चुनने की बारी आती है, तो नजमा अपनी बेटी के सपनों को चुनती है. एक मां की हिम्मत और बेटी के मां के लिए प्यार को दर्शाने वाली यह फिल्म आप नेटफिल्क्स पर देख सकते हैं.