Nandhan Review: 35 दिनों में बनी इस तमिल फिल्म में दिखें जातिगत राजनीति के दांव-पेंच, एंडिंग में आंखे नम होना तय
Nandhan Review: तमिल की कॉमेडी ड्रामा फिल्म नंधन आज रीलज हो गई है. फिल्म का निर्देशन एरा सरवनन ने किया है. वहीं, इसका निर्माण एरा एंटरटेनमेंट ने किया है.
Nandhan Review: एम. शशिकुमार और सुरुथी पेरियासामी स्टारर ‘नंधन’ आज देशभर में बड़े पर्दों पर रिलीज हो चुकी है. फिल्म को लेकर थिएटर्स में फैंस का क्रेज देखने लायक है. इस फिल्म का निर्देशन एरा सरवनन ने किया है. वहीं, इसका निर्माण एरा एंटरटेनमेंट ने किया है. यह कॉमेडी-ड्रामा फिल्म सिर्फ 35 दिनों में तैयार की गई है, जो गांव की जातीय राजनीति के दांव-पेंच पर आधारित है. ऐसे में अगर आपने अभी तक फिल्म नहीं देखी तो आइए इसकी कहानी के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.
नंधन की कहानी क्या है
नंधन फिल्म की कहानी तमिलनाडु के एक छोटे गांव के एक दलित व्यक्ति कूझ पाना (एम. शशिकुमार) की है, जो ऐसे गांव में रहता है, जहां एक ही जाति के पास सारी शक्तियां हैं और चुनाव भी नहीं होते. कूझ पाना पेशे से एक मजदूर है, जो मुखिया कोपुलिंगम के प्रति काफी वफादार है, भले ही उसके साथ दुर्व्यवहार होता है, लेकिन वह फिर भी उसके प्रति समर्पित है. कूझ पाना सामाजिक बाधाओं को तोड़ने के लिए कई चुनौतियों का सामना करता है. इस बीच उसे स्थानीय समुदायों में चल रही सत्ता की लड़ाई और राजनीतिक हेरफेर के बारे में पता चलता है.
कैसी है नंधन मूवी
नंधन फिल्म तमिल की मस्ट वॉच फिल्मों में से एक है. यह फिल्म राजनीति, कॉमेडी, ड्रामा से भरपूर है. साथ ही इसकी कहानी कई सामाजिक मुद्दों को टटोलती है, जिसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. यही नहीं फिल्म की एंडिंग को देखकर आपकी आंखे भी नम हो जाएंगी.
नंधन की स्टारकास्ट
नंदन के कलाकारों में एम. शशिकुमार कूझ पाना का किरदार निभा रहे हैं. सुरुथी पेरियासामी सेल्वी की भूमिका में हैं. एस. मथेश ने अजहगन और मिथुन बोस ने नंदन की भूमिका में नजर आए हैं. बालाजी शक्तिवेल गांव के मुखिया कोप्पुलिंगम की भूमिका में हैं, और कट्टा एरुम्बु स्टालिन क्लर्क के रूप में नजर आए हैं.