Stree 2 Movie Review:स्त्री 2 हॉरर कॉमेडी जॉनर की ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाइजी फिल्म ..
stree 2 सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है.इस सीक्वल फिल्म को देखने का मन बना रहे हैं , तो आइये जानते हैं इस बार क्या है खास और कहां नहीं बनी बात.इस रिव्यु में
फिल्म- स्त्री 2
निर्देशक-अमर कौशिक
निर्माता- दिनेश विजन
कलाकार- श्रद्धा कपूर,राजकुमार राव,पंकज त्रिपाठी,अभिषेक बनर्जी,अपारशक्ति खुराना,तमन्ना भाटिया,वरुण धवन,अक्षय कुमार और अन्य
प्लेटफार्म- सिनेमाघर
रेटिंग- साढ़े तीन
stree 2 अपने एडवांस बुकिंग में ही 2024 की सबसे बड़ी फिल्म बन चुकी थी.यह आंकड़ा इसलिए और भी खास बन जाता है क्योंकि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्त्री 2 के साथ अक्षय कुमार की फिल्म खेल खेल में और जॉन अब्राहम की मूवी वेदा भी रिलीज हुई है, लेकिन टिकटों की बुकिंग के मामले में यह दोनों फिल्में स्त्री 2 के सामने कहीं भी नहीं है.इन आकड़ों का मतलब साफ़ है कि 2018 में रिलीज हुई निर्देशक अमर कौशिक की फिल्म स्त्री के सीक्वल स्त्री 2 का लोग किस बेसब्री से इंतजार रहे थे और स्त्री 2 दर्शकों की उस उम्मीद पर पूरी तरह से खरी उतरती है. एक बार फिर यह फिल्म हँसाने,डराने के साथ – साथ एक महत्वपूर्ण मैसेज भी दे जाती है,जो अमूमन बहुत कम सीक्वल फिल्मों में देखा जाता है.यह पैसा वसूल मनोरंजन करती है.
सरकटा के आंतक की है कहानी, जिसका शिकार हैं औरतें
फिल्म की कहानी की बात करें तो यह बात फिल्म के ट्रेलर से ही साफ हो गयी थी कि स्त्री 2 के गांव चंदेरी में इस बार आतंक एक बिना सिर वाले राक्षस का है, जो रात के अंधेरे में महिलाओं का अपहरण कर रहा है. इन अपहरणों का मकसद स्त्री को फिर से गांव में वापसी के लिए प्रेरित करता है ताकि वह अपने शैतानी इरादों को पूरा कर सके.स्त्री 2 में यह भी बताया गया है कि सरकटा पहले गांव का मुखिया था और उसने ही स्त्री और उसके प्रेमी की जान ली थी.मरने के बाद स्त्री ने मुखिया के सिर को काटकर अपना बदला लिया था.कुल मिलाकर चंदेरी एक बार फिर खतरे में है. चंदेरी खतरे में है ,तो उसका रक्षक विक्की (राजकुमार राव) और उसके दोस्त रूद्र (पंकज त्रिपाठी), जना (अभिषेक बनर्जी) और बिट्टू (अपारशक्ति खुराना )कैसे चुप बैठेंगे. वे अपने गांव को बचाने के मिशन पर हैं और उनका साथ बिट्टू के लिए पिशाचिनी ,रूद्र के लिए छलावा (श्रद्धा कपूर) भी दे रही है, लेकिन उसने चेतावनी दे दी है कि उनके पास अपने गांव की औरतों को बचाने के लिए कुछ दिन ही है.क्या उससे पहले विक्की और उसके दोस्त सरकटा के आंतक को खत्म कर पाएंगे।सरकटा स्त्री को क्यों बुलाना चाहता है. इन सब सवालों के जवाब के लिए आपको सिनेमाघर का रुख करना होगा।
फिल्म की खूबियां और खामियां
स्त्री की तरह स्त्री 2 में पुराने किरदारों के साथ कहानी को बखूबी आगे बढ़ाया है.यह मनोरंजन भर की कहानी नहीं है बल्कि यह समाज की पितृसत्ता सोच पर चोट भी करती है.इसके लिए इस फिल्म से जुड़े सभी लोग बधाई के पात्र है.निर्देशक अमर कौशिक ने कहीं भी अपनी पकड़ फिल्म में कमजोर नहीं होने दी है. फिल्म फर्स्ट हाफ में जमकर हंसाने के साथ – साथ डराती भी है, तो सेकेंड हाफ में फिल्म मैसेज भी दे जाती है कि पितृसत्ता समाज किस तरह से एक सरकटा जैसा दानव है, जिसे हर उस महिला से परेशानी है. जो अलग सोचती है और अलग तरह से जिंदगी जीना चाहती है.जिसमें महिला के कपडे पहनने से लेकर मोबाइल चलाने पर भी ऐतराज है.समाज के भेड़चाल में आंख मूंद कर शामिल हो जाने को भी यह फिल्म गांववालों के माध्यम से दिखाती है.फिल्म के क्लाइमेक्स को थोड़ा और रोचक बनाया जा सकता था.पंकज त्रिपाठी,अभिषेक बनर्जी और अपारशक्ति खुराना के किरदार को उससे अलग थलग रखना अखरता है.फिल्म के गीत संगीत की बात करें तो यह पहले ही हिट हो चुके हैं. आज की रात गाना फिल्म में है.बाकी के दो गीत तू आयी नहीं और एक गीत वरुण धवन के साथ वाला एन्ड क्रेडिट में एक के बाद एक देना थोड़ा अजीब लगता है , लेकिन गीत संगीत मनोरंजक है. इससे इंकार नहीं है. फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक में थोड़ा शोर ज्यादा हो गया है. फिल्म के संवाद रोचक हैं, जिसमें गाढ़ी हिंदी के साथ – साथ अंग्रेजी को भी बखूबी जोड़ा गया है, जो आपको पूरी फिल्म के दौरान हंसाते रहते हैं. इस फिल्म के संवाद इसकी सबसे बड़ी यूएसपी है.पिछली बार की तरह इस बार भी सिनेमेटोग्राफी में संकरी गलियां, पुराने घर, मंदिर को बखूबी कहानी के साथ जोड़ा है, जो कहानी के रहस्य को बढ़ाता है. फिल्म का वीएफक्स भी अच्छा बन पड़ा है.यह फिल्म में दहशत को बखूबी कहानी के साथ जोड़ता है.
स्टारकास्ट का जबरदस्त है अभिनय
राजकुमार ने विक्की की भूमिका को एक बार फिर पूरी सहजता के साथ जिया है और अपने संवाद अदायगी और चेहरे के एक्सप्रेशन से वह अपने किरदार को पिछली बार की तरह इस बार भी मजबूती देते हैं. श्रद्धा कपूर की भी तारीफ बनती है खासकर उनके एक्शन दृश्यों के लिए, तो जना के किरदार में अभिषेक बनर्जी, बिट्टू की भूमिका में अपारशक्ति और पंकज त्रिपाठी ने रुद्र की भूमिका में एक बार फिर से अपने अभिनय से तालियां बटोर ली हैं.तमन्ना भाटिया मेहमान भूमिका में दिखी हैं. आज की रात गाने में वह छाप छोड़ती हैं.बाकी फिल्म में उनके करने को कुछ खास नहीं था. मेहमान भूमिका में जैसा की पहले ही तय था कि भेड़िया यूनिवर्स भी स्त्री 2 का हिस्सा होगा.फिल्म में वरुण धवन भी अपनी उपस्थिति फिल्म के क्लाइमेक्स में दर्शाते नजर आये हैं,लेकिन सबसे दिलचस्प किरदार अक्षय कुमार के हिस्से आया है, जिसे उन्होंने बहुत ही रोचक ढंग से निभाया है. उम्मीद है कि वह आगे इस दुनिया का हिस्सा बन सकते हैं.