Joyland: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने ऑस्कर एंट्री फिल्म पर प्रतिबंध की समीक्षा का दिया आदेश
फिल्म के निर्देशक सैम सादिक ने प्रतिबंध को "असंवैधानिक और अवैध" कहा है. जॉयलैंड शुक्रवार को पाकिस्तान में रिलीज होने वाली थी. बता दें कि, जॉयलैंड' ऑस्कर में पाकिस्तान की आधिकारिक प्रविष्टि है. इसे सरकार ने 17 अगस्त को प्रमाण पत्र दिया था. बहरहाल इसकी सामग्री को लेकर ऐतराज़ जताया गया था.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश की ऑस्कर प्रविष्टि जॉयलैंड (Joyland movie) पर प्रतिबंध की समीक्षा करने का आदेश दिया है. इस फिल्म के ट्रेलर जारी होते ही इसके विषय को लेकर पाकिस्तान में विवाद पैदा हो गया. पिछले हफ्ते राज्य सेंसर ने सिनेमाघरों में इसके प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया. प्रधानमंत्री के सलाहकार सलमान सूफी के सोमवार देर रात एक ट्वीट के मुताबिक, जॉयलैंड का आकलन करने और प्रतिबंध की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है.
शुक्रवार को पाकिस्तान में रिलीज होने वाली थी जॉयलैंड
फिल्म के निर्देशक सैम सादिक ने प्रतिबंध को “असंवैधानिक और अवैध” कहा है. जॉयलैंड शुक्रवार को पाकिस्तान में रिलीज होने वाली थी. बता दें कि, जॉयलैंड’ ऑस्कर में पाकिस्तान की आधिकारिक प्रविष्टि है. इसे सरकार ने 17 अगस्त को प्रमाण पत्र दिया था. बहरहाल इसकी सामग्री को लेकर ऐतराज़ जताया गया था. ‘जॉयलैंड’ में पितृसत्तात्मक परिवार की कहानी है जो चाहता है कि परिवार का वंश चलाने के लिए बेटा पैदा हो जबकि उनका छोटा बेटा चुपके से कामुक नृत्य थियेटर में शामिल हो जाता है और ट्रांसजेंडर महिला के प्रेम में पड़ जाता है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने लगाया फिल्म पर प्रतिबंध
आपत्ति के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने देश के रूढ़िवादी तत्वों के साथ टकराव से बचने के लिए फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया. मंत्रालय ने 11 नवंबर को जारी अधिसूचना में कहा कि यह फिल्म देश के ‘सामाजिक मूल्यों और नैतिक मानकों’ के अनुरूप नहीं है. अधिसूचना में कहा गया है, “ लिखित शिकायतें मिली हैं कि फिल्म में अत्यधिक आपत्तिजनक सामग्री है जो हमारे समाज के सामाजिक मूल्यों और नैतिक मानकों के अनुरूप नहीं है और स्पष्ट रूप से ‘शिष्टता और नैतिकता’ के मानदंडों के प्रतिकूल है.” सादिक के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 2023 अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर श्रेणी की अंतिम पांच में स्थान पाने की दौड़ में है.
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मुश्ताक अहमद खान ने फैसले का किया स्वागत
पाकिस्तान की सीनेट में कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी के एकमात्र सीनेटर मुश्ताक अहमद खान ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि फिल्म इस्लाम के खिलाफ है. उन्होंने ट्वीट किया, “पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और इसके खिलाफ किसी भी कानून, विचारधारा या गतिविधि की अनुमति नहीं दी जा सकती है.” फिल्म को टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी दिखाया गया था. इसे शुक्रवार को ‘एशिया पैसिफिक स्क्रीन अवार्ड्स’ का युवा सिनेमा पुरस्कार मिला है.