Pratik Gandhi के साथ मुंबई पुलिस ने की बदसलूकी, जबरन गोदाम में किया बंद, जानें पूरा मामला

प्रतीक गांधी ने ट्विटर पर मुबंई पुलिस के साथ अपने बुरे अनुभव को शेयर किया है. उन्होंने कहा कि वीआईपी मूवमेंट के दौरान पुलिस ने जबरन गोदाम में बंद कर दिया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2022 3:43 PM

‘स्कैम 1992’ और ‘द ग्रेट इंडियन मर्डर’ फेम प्रतीक गांधी (Pratik Gandhi) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. हाल ही में एक्टर के साथ मुंबई में ‘वीआईपी मूवमेंट’ के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों के बीच पुलिस पर हाथापाई किए जाने का अपना अनुभव शेयर किया है. अभिनेता ने ट्विटर पर अपने बुरे अनुभवों के बताया. प्रतीक गांधी ने कहा कि मुंबई पुलिस ने मेरे साथ बुरा बर्ताव कर अपमानित किया.

प्रतीक गांधी का ट्वीट

उन्होंने रविवार देर शाम ट्विटर पर अपनी दुर्दशा साझा की. उन्होंने लिखा, “मुंबई WEH “वीआईपी” आंदोलन के कारण जाम है, मैंने शूट लोकेशन तक पहुंचने के लिए सड़कों पर चलना शुरू कर दिया और पुलिस ने मुझे कंधे से पकड़ लिया और बिना किसी चर्चा के इंतजार करने के लिए मुझे किसी यादृच्छिक संगमरमर के गोदाम में धकेल दिया. #अपमानित.”


प्रतीक गांधी को फैंस ने किया सपोर्ट 

प्रतीक गांधी के फैंस ने जहां एक ओर उनका सपोर्ट किया, वहीं दूसरी ओर कई फैंस ने उन्हें स्थिति को समझने के लिए भी कहा. जैसा कि उनके एक फैन ने लिखा, “हर बार ‘जोखिम है तो इश्क है’, नहीं होता मोटा भाई.” प्रतीक ने उसे उत्तर दिया, “भाई कोई रिस्क नहीं सिर्फ काम पे जा रहा था.” वहीं एक अन्य यूजर ने मुंबई पुलिस की यातायात सलाह को भी साझा किया, जिसमें है, “वीआईपी मूवमेंट के कारण सांताक्रूज में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर धारावी, माटुंगा की ओर 24-04-2022 को दोपहर 3-9 बजे के बीच ट्रैफिक धीमा हो सकता है. मुंबईकरों से अनुरोध है कि वे इस मार्ग का उपयोग करने से बचें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें. #MTPTrafficUpdate.” उन्होंने इस ट्रैफिक एडवाइजरी को शेयर किया और उन्हें बताया कि पुलिस पहले इसकी जानकारी दे चुकी थी.

इन फिल्मों में आएंगे नजर

वर्कफ्रंट की बात करें तो प्रतीक गांधी को स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी में अपने प्रदर्शन के लिए प्रशंसा मिली थी. वर्तमान में, उनके पास पाइपलाइन में कई परियोजनाएं हैं, जिनमें तापसी पन्नू के साथ वो लड़की है कहां शामिल हैं. उनकी झोली में एक नेटफ्लिक्स प्रोजेक्ट भी है. उन्हें फुले में महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले के रूप में भी देखा जाएगा.

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