Puneet Issar के बेटे सिद्धांत ने अपने पापा के दोस्त सलमान खान से फिल्मों में काम मांगने पर कही यह बात.. . जानिए क्या
puneet issar के बेटे सिद्धांत ने इस इंटरव्यू में यह भी बताया कि उनके पिता के नाम ने उनका फायदा पहुंचाने के बजाय करियर में नुकसान ज्यादा किया है.
Puneet issar के बेटे सिद्धांत इस्सर स्टार भारत के शो शैतानी रस्में में खलनायक की भूमिका को निभाने जा रहे हैं.अपने पिता की तरह वह भी विलेन के इस किरदार में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं. उनके किरदार,उससे जुड़ी तैयारियों और उनके पिता सहित कई पहलुओं पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश
एक और नेगेटिव किरदार को करने की क्या वजह थी?
जैसा कि आप जानती हैं कि यह किरदार एक शैतान का है और शो का नाम है शैतानी रस्में . इस तरह से मेरा टाइटल रोल हो गया. यह खलनायक की भूमिका है. मैं मानता हूं लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार है. मुझे लगता है कि कोई भी एक्टर इसको ब्लेसिंग ही समझेगा. इंडियन टेलीविजन पर बहुत ही आईकॉनिक खलनायक हुए हैं , लेकिन शैतान कभी नहीं आया है. मुझे लगता है कि यह एक लाइफ टाइम का किरदार है. मेरे पिताजी ने दुर्योधन के किरदार में जिस तरह से छाप छोड़ी थी कि आज भी लोग उनको याद करते हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि मैं भी अपने इस किरदार में कुछ ऐसी छाप छोडूं कि 20-25 साल तक लोग इसे नहीं भूले.
अपने अपने लुक को लेकर कुछ स्पेशल प्लान किया है?
मैं इसको एकदम इंटरनेशनल लुक देना चाहता हूं. लेदर के कपड़े जैसे वैंपायर टाइप में वैसे पहनने वाला हूं. किरदार भी वैसा ही है कि जब से समय है,तब से यह जीवित है. जब तक भगवान रहेगा, तब तक शैतान भी रहेगा. लुक से ज्यादा अपने किरदार में मुझे वह छाप छोड़नी पड़ेगी क्योंकि यह माइंड गेम भी बहुत खेलता है.
यह एक सुपरनैचुरल शो है रियल लाइफ में आप इन चीजों में क्या विश्वास रखते हैं?
मैं मुंबई में पला बढ़ा हूं. कॉलेज में मस्ती करने के लिए मुंबई की जो भी हॉन्टेड जगह है.वहां पर जाते थे.जैसे एनिमल कॉलोनी, माहिम हॉल,जो जल गई थी.हम लोग उसमें जाया करते थे. यह देखने के लिए उनकी भूत पिशाच है की नहीं. उसे दौरान मैंने यह नोटिस किया है कि कभी आप नेगेटिव जगह पर चले गए तो बीमार पड़ गए. वहां से आने के बाद बुखार हो जाना या कुछ और दिक्कत।हम में से किसी ना किसी को हो ही जाती थी.
किसी खास नंबर या रंग को लकी मानते हैं ?
आजकल क्या हो गया है कि इंस्टाग्राम पर हर एक आदमी ज्योतिषी बन गया है. आप यह रंग पहनो . आप यह नंबर आपके लिए लकी है. आप इतना कुछ दिन रात सुनते रहते हैं,तो थोड़ा बहुत मान लेते हैं. वैसे मैं पूरी तरह से कर्म में यकीन करता हूं.
आपके पिता टेलीविजन के बेहद पॉपुलर खलनायक रहे हैं तो क्या उनसे कोई टिप्स आपने ली है?
उन्होंने मुझे हमेशा कहा है कि अगर आप खलनायक की भूमिका निभाएं, तो यह कभी मत सोचो कि आप खलनायक प्ले कर रहा है.आप सोचो कि आप महानायक पर प्ले कर रहे हो. आप ही हीरो हो स्टोरी के, आप अपने आप को हीरो समझोगे तो आप विलेन का किरदार भी इतनी कनविक्शन से करोगे कि दर्शक भी कंविंस हो जाएगी. अगर वह पहले ही सोच लेते हैं कि दुर्योधन गलत था,तो वह उसे उस तरह से उसको प्ले नहीं कर पाते थे .उन्होंने हमेशा इस बात को सोचा कि मैं सही हूं.वासुदेव गलत है और पांच पांडव भी. पापा कहते हैं कि दुनिया बोले कि आप गलत है, लेकिन आपको लगे आप सही है,तो ही आप कनविक्शन से विलेन पर्दे पर बन सकते हैं.
आपके पिता लीजेंड अभिनेता रहे हैं उनके स्टारडम को आपने किस तरह से देखा है?
मैं 1995 में पैदा हुआ हूं तब तक वह काफी काम कुछ कर चुके थे. महाभारत और उनके दूसरे प्रोग्राम उस समय तक हो चुके थे. मैं बॉर्डर फिल्म के सेट पर गया हूं और बाद में जब उन्होंने गर्व फिल्म सलमान खान सर के साथ बनाई थी. मैं उसके सेट पर भी जाता था. उन्होंने हेमा मालिनी जी के साथ जय माता दी बनाया है. उस सीरियल के सेट पर भी मैं गया हूं.
आपके पिता और आप में कंपेयर नहीं होता है?
मुझे लगता है कि टाइम बहुत बदल चुका है तो तुलना नहीं होती है. वैसे जो लोग उनको जानते हैं वह मुझको कहते हैं कि मेरी आंखें और आवाज पापा से मिलती है.
पुनीत इस्सर के बेटे होने का आपको कितना फायदा मिलता है?
सच कहूं तो फायदा नहीं नुकसान ज्यादा होता है. कई बार हीरो के अलावा भी दूसरे जो अच्छे रोल होते हैं. लोग मेरे पास लेकर नहीं आते क्योंकि मैं पुनीत इस्सर का बेटा हूं. उनको लगता है कि मैं मना ही करूंगा क्योंकि मेरे पिता का मुझे सपोर्ट है. मैं बड़े रोल ही करूंगा.उस चक्कर में मुझे कई लोग बुलाते नहीं है. फायदा उन स्टार किड्स को होता है ,जिनके मम्मी या पापा फिल्में बनाते हैं या फिल्में बनाने वाले लोगों से सीधे तौर पर कांटेक्ट में है. मेरे पापा के साथ ऐसा नहीं है.
आपके पिता और सलमान खान की दोस्ती बहुत ही चर्चित है क्या सलमान खान से कभी आपने फिल्मों में काम नहीं मांगा?
वहां पर तो कतार है. उनके 100 दोस्त हैं. उनके बच्चे हैं. उनके घर में भी इतने बच्चे हैं और सब लाइन में है. मैं वहां पर लाइन में खड़ा हो जाऊं और सिफारिश से काम पाऊं.उससे अच्छा है कि मैं अपनी काबिलियत से कोई किरदार पाऊं.वैसे वो दिल से बहुत अच्छे हैं.उन्होंने हमेशा मुझे मोटिवेट किया है,लेकिन उनके पास काम मांगने वाले बहुत लोग हैं.
आगे की क्या प्लानिंग है?
अभी मैंने दो माइथॉलजी शो किए थे. इसके बाद मैं यह सुपरनैचुरल शो कर रहा हूं. मैं चाहता हूं कि यह एक डेढ़ साल चले.उसके बाद में एक सोशल शो करूं और उसके बाद मैं ओटीटी की तरफ रख करूं.फिलहाल मेरा फोकस सिर्फ अभी यही शो है.