सोशल मीडिया को गंभीरता से नहीं लेती राशि खन्ना, शाहिद कपूर संग ‘फर्जी’ में आयेंगी नजर
राशि खन्ना ने कहा कि, जब मैंने यह शो साइन किया था, तो मुझे पता था कि इसमें शाहिद और सेतुपति सर हैं. मुझे इसकी स्टोरी काफी मजेदार लगी. मुझे नहीं लगता है कि इससे पहले कोई शो या ऐसी फिल्म आयी हो. कम-से-कम मैंने तो नहीं देखी है.
साउथ फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री राशि खन्ना जल्द ही वेब सीरीज ‘फर्जी’ में नजर आयेंगी. इसमें वे शाहिद कपूर व विजय सेतुपति संग स्क्रीन शेयर करती दिखेंगी. पिछले साल वेब सीरीज रुद्र से राशि ने ओटीटी डेब्यू किया था, जिसके बाद इन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में पहचान मिली. राशि साउथ और बॉलीवुड इंडस्ट्री को अलग-अलग नहीं देखतीं. इस नये वेब सीरीज को लेकर राशि बेहद उत्साहित हैं. प्रस्तुत हैं कुछ अहम सवालों पर उनके दिलचस्प जवाब.
वेब सीरीज ‘फर्जी’ में क्या अपीलिंग लगा?
जब मैंने यह शो साइन किया था, तो मुझे पता था कि इसमें शाहिद और सेतुपति सर हैं. मुझे इसकी स्टोरी काफी मजेदार लगी. मुझे नहीं लगता है कि इससे पहले कोई शो या ऐसी फिल्म आयी हो. कम-से-कम मैंने तो नहीं देखी है.
सीरीज में अपने किरदार को कैसे देखती हैं?
मेरे किरदार का नाम मेघा है, जो इस शो में सिर्फ एक लड़की भर नहीं है. बहुत सारे लेयर्स इस किरदार में दिखेंगे. इसमें मेरा किरदार हर उस लड़की का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे अपने औरत होने की वजह से ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा है और यह किसी भी क्षेत्र में हो सकता है. आप मेरे किरदार को देखेंगी, वो लड़ रही है, झगड़ रही है. वो पुराने बनाये हुए नियमों को तोड़ रही है.
निजी जिंदगी में आपने किस तरह के भेदभाव का सामना किया है?
एक लड़की को शुरुआत से ही कई तरह के भेदभाव से गुजरना पड़ता है. स्कूल से लेकर प्रोफेशन में मिलने वाले मौकों की बात हो, हम मानें या ना मानें, हर कदम पर महिलाओं को लेकर भेदभाव तो रहता ही है. हम लड़कियां इससे लगातार लड़ रही हैं, लेकिन अभी भी सबकुछ ठीक होने में बहुत समय लगेगा. फिल्म इंडस्ट्री की ही बात करें, तो मेल एक्टर्स को हमारे मुकाबले ज्यादा पैसे मिलते हैं. उन्हें सेट पर अलग तरह से ट्रीट किया जाता है. किसी को बायस्ड होकर नहीं देखना चाहिए. कई बार ऑडिशन के दौरान मुझसे कहा गया कि आप सुंदर तो हो, मगर आपको कास्ट नहीं कर सकते, क्योंकि आप आउटसाइडर हो. फिल्म फ्लॉप हो गयी, तो क्या करेंगे. यहां मैं कहती हूं कि टैलेंट के दम पर सिलेक्शन हो तो हम आउटसाइडर्स को भी मौके मिलने चाहिए. इस सीरीज में दिखाया गया है कि मेरे किरदार को बहुत आलोचना से गुजरना पड़ता है. उसकी अपनी छोटी-छोटी जीत भी है, जिससे हर लड़की खुद को रिलेट करने वाली है. मुझे लगता है कि इस शो के बाद मेरी महिलाओं में फैन फॉलोइंग बढ़ने वाली है.
मेघा के किरदार ने आपको क्या सिखाया?
मेघा मुझसे थोड़ी अलग है. मैं आमतौर पर खुद को हालात के हवाले कर देती हूं. अच्छा ये हो रहा है ठीक है… मेघा गो गेटर है. उसको जो चाहिए, वो हर हाल में चाहिए. वो बहुत जुझारू है. बहुत जुनूनी है. मुझे लगता है कि ये खास चीजें हैं, जो इस किरदार से मैं सीखना चाहूंगी.
अपने रोल के लिए क्या तैयारियां करनी पड़ीं?
मेरे लिए ये शो एक एग्जाम की तरह था. शो में मेरा किरदार नोट के कागज को सिर्फ छू कर बता सकता है कि यह नकली है या असली. असली करेंसी को कैसे पहचानें, असली नोट और फर्जी नोट में क्या अंतर है, इस बारीकी को सीखना पड़ा. और भी काफी चीजें मैंने सीखीं.
शो रुद्रा के लिए आपको ऑडिशन देना पड़ा था, क्या इस बार भी आप ऑडिशन से गुजरीं?
सच कहूं तो मैंने ‘फर्जी’ पहले साइन की थी और ‘रुद्रा’ बाद में. मुकेश छाबड़ा जी ने मुझे कॉल किया था और कहा कि ऐसा रोल है. उन्होंने राज एंड डीके सर से मेरी जूम मीटिंग भी फिक्स कर दी थी. मुझे बाद में मालूम पड़ा कि उन्होंने मेरा एक पुराना ऑडिशन देखा था, जिसे मैंने मुकेश के ही ऑफिस में शूट किया था, तो उन्हें वह बहुत पसंद आया था. उन्होंने कहा कि यही मेरी मेघा है, तो एक पुराना ऑडिशन देखकर राज एंड डीके को लगा कि उन्हें उनकी मेघा मिल गयी. इस तरह ऑडिशन के मामले में लकी रही हूं. ऑडिशन के जरिये मुझे काम मिल ही जाता है.
साउथ के स्टार्स बॉलीवुड स्टार्स के मुकाबले फैंस के ज्यादा करीब माने जाते हैं. आप क्या महसूस करती हैं?
हां, लेकिन इसकी वजह मैं भी नहीं बता सकती. वैसे इस वजह से उनसे बहुत कुछ सीखने को जरूर मिलता है. उधर पैपराजी कल्चर नहीं है, तो उनका पूरा फोकस उनके काम पर होता है. वे हर जगह नहीं दिखते रहते हैं. लुक और कपड़ों पर उनका ध्यान नहीं जाता है. साउथ में फैंस का प्यार किसी से छिपा नहीं है. सुपर स्टार्स भी अपने फैंस के प्रति बहुत जिम्मेदार होते हैं. वे कुछ भी बोलने और करने से पहले अपने फैंस के बारे में जरूर सोचते हैं.
इस प्रोजेक्ट के अधिकतर कलाकार व तकनीशियन साउथ से हैं. आप इसे साउथ की प्रोजेक्ट कहेंगी या पैन इंडिया?
हम हिंदी में ही बना रहे थे, तो सेट पर हिंदी ही थी. राज सर से तेलुगु में बात करती थी. विजय सर से तमिल में बात करती थी. मुझे लगता है कि ये भारतीय फिल्म है, ऐसा बोलना ज्यादा सही है. हम बेवजह इंडस्ट्री को बांट रहे हैं, जो गलत है.
राजामौली सर ने खुद कहा कि उनकी आरआरआर बॉलीवुड नहीं, तेलुगु फिल्म है?
कुछ लोग को ऐसा लगता है, तो ठीक है, लेकिन निजी तौर पर मैं इसमें यकीन नहीं करती हूं. मुझे लगता है कि अपना-अपना छोड़ कर हमें एक होने की बात कहनी चाहिए. हर प्रोजेक्ट भारतीय है.
फर्जी का मतलब जो असल नहीं है. ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़ी कौन सी चीज आपको फर्जी लगती है?
मुझे लगता है कि सोशल मीडिया फर्जी है, बाकी तो सबकुछ सब्जेक्टिव है. हर एक्टर अलग है. लोगों के सामने कितना रियल है, कितना फर्जी है, वो मामला सब्जेक्टिव है. सोशल मीडिया को मैं गंभीरता से नहीं लेती.
इस सीरीज में आपके साथ दो दिग्गज कलाकार हैं- शाहिद कपूर व विजय सेतुपति. दोनों एक-दूसरे से कितने अलग हैं?
शाहिद की पत्नी मीरा जिस कॉलेज से पढ़ी है, वहीं से मैंने भी पढ़ाई की है. हम दोनों अच्छे दोस्त हैं. वैसे शाहिद के साथ शूटिंग को लेकर मैं नर्वस थी. वे कमाल के एक्टर हैं. वे सेट पर पूरी एनर्जी के साथ आते हैं. वहीं, सेतुपति बहुत ही रिजर्व रहने वाले इंसान हैं. सेट पर आकर वह राज एंड डीके सर से घंटों डिस्कस करते हैं कि इस सीन को कैसे कर सकते हैं. उन्होंने अपने किरदार को अपना ही टच दिया है, जो उनकी सबसे खास बात है.
आठ एपिसोड की होगी यह सीरीज
फिल्मों में आने से पहले राशि खन्ना ने एड फिल्मों के लिए कॉपी राइटिंग, सिंगिंग, मॉडलिंग भी की. साल 2013 में फिल्म ‘मद्रास कैफे’ में जॉन अब्राहम की वाइफ का रोल किया. राज और डीके के निर्देशन में बनी वेब सीरीज ‘फर्जी’ में राशि सरकारी अधिकारी मेघा की भूमिका में दिखेंगी, जो देश में चल रहे फर्जी नोटों के गोरखधंधे को जड़ से उखाड़ फेंकने का प्रयास कर रही है. आठ एपिसोड की यह सीरीज 10 फरवरी को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली है.