Raj Kapoor Film Festival: राज कपूर की इन फिल्मों को अब थियेटर्स में कर सकते हैं एंजॉय, रणबीर कपूर ने दादा की विरासत पर जताया गर्व

राज कपूर की 100वीं जयंती पर उनकी 10 क्लासिक फिल्मों का फेस्टिवल आयोजित होगा. रणबीर कपूर ने इसे उनकी टाइमलेस कहानियों को सम्मान देने का खास तरीका बताया, फेस्टिवल में टिकट की कीमत सिर्फ ₹100 होगी.

By Sahil Sharma | December 4, 2024 6:21 PM
an image

Raj Kapoor Film Festival: बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर की 100वीं जयंती पर उनके परिवार ने एक फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया है, जिसमें उनकी 10 आइकॉनिक फिल्मों को फिर से सिनेमाघरों में दिखाया जाएगा. यह फेस्टिवल 13 दिसंबर से 15 दिसंबर, 2024 तक 40 शहरों और 135 सिनेमा घरों में किया जाएगा. इस मौके पर PVR-Inox और Cinepolis जैसे प्रीमियम सिनेमा हॉल्स में दर्शक इन फिल्मों को सिर्फ ₹100 के टिकट पर देख सकते हैं.

रणबीर कपूर ने व्यक्त की भावनाएं

इस खास मौके पर रणबीर कपूर ने कहा, हम राज कपूर परिवार का हिस्सा होने पर बेहद गर्व महसूस करते हैं. उनकी फिल्में अपने समय की आत्मा को पकड़ती थीं और आम आदमी की आवाज बनती थीं. उनकी टाइमलेस कहानियां आज भी इंस्पिरेशन देती हैं. यह फेस्टिवल उनके जादू को सम्मान देने और सभी को उनकी विरासत को बड़े पर्दे पर अनुभव कराने का हमारा तरीका है. फिल्मों में मिलते हैं.

Raj kapoor film festival

फेस्टिवल में दिखाई जाएंगी ये फिल्में

फिल्म फेस्टिवल में राज कपूर की सबसे यादगार फिल्में शामिल की गई हैं, जो लगभग चार दशकों तक भारतीय सिनेमा पर राज करती रहीं:

  1. आग (1948)
  2. बरसात (1949)
  3. आवारा (1951)
  4. श्री 420 (1955)
  5. जागते रहो (1956)
  6. जिस देश में गंगा बहती है (1960)
  7. संगम (1964)
  8. मेरा नाम जोकर (1970)
  9. बॉबी (1973)
  10. राम तेरी गंगा मैली (1985)

राज कपूर: शोमैन का सफर

राज कपूर, जिन्हें ‘द ग्रेटेस्ट शोमैन’ के नाम से जाना जाता है, एक फिल्ममेकर, एक्टर और प्रोड्यूसर थे, जिन्होंने अपनी कहानियों और विजन से भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी. 1935 में इंकलाब से चाइल्ड एक्टर के तौर पर शुरुआत करने वाले राज कपूर ने 1948 में अपना प्रोडक्शन हाउस R.K. Films की स्थापना की. उनकी फिल्में आवारा और बूट पॉलिश कान्स फिल्म फेस्टिवल में नजर आईं, जबकि जागते रहो ने कार्लोवी वैरी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में क्रिस्टल ग्लोब जीता.

राज कपूर को 1971 में पद्म भूषण, 1988 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, और कई फिल्मफेयर अवॉर्ड्स से नवाजा गया. उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय लेवल पर पहचान दिलाई.

Also read: The Sabarmati Report Box Office: विक्रांत मेसी की फिल्म 40 करोड़ से पहले ही खत्म कर सकती है सफर, जानें अभी तक की कमाई

Exit mobile version