Coronavirus Lockdown: लौटेंगे पुराने दिन, दूरदर्शन पर ‘रामायण’ का फिर से होगा टेलिकास्ट
Ramayana- जनता की मांग पर पौराणिक धारावाहिक रामायण (Ramayana) का दूरदर्शन शनिवार से एक बार फिर प्रसारण करेगा.
Ramayana will telecast again: जनता की मांग पर पौराणिक धारावाहिक रामायण (Ramayana) का दूरदर्शन शनिवार से एक बार फिर प्रसारण करेगा. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने 21 दिन के देशव्यापी बंद के दौरान रामानंद सागर के निर्देशन में बनी रामायण और बी.आर चोपड़ा द्वारा निर्देशित ‘महाभारत के प्रसारण की मांग की थी. दो दिन पहले प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने कहा था कि वे इस पर काम कर रहे हैं.
शुक्रवार को जावड़ेकर ने इस संबंध में ट्वीट किया. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जनता की मांग पर हम कल यानि शनिवार 28 मार्च से डीडी नेशनल पर ‘रामायण’ का प्रसारण करेंगे. एक कड़ी सुबह नौ बजे से 10 बजे और दूसरी रात नौ से 10 बजे प्रसारित होगी.’
जावड़ेकर ने अपने इस ट्वीट के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पीआईबी इंडिया और डीडी नेशनल को टैग किया. प्रसार भारती के सीईओ ने एक के बाद एक ट्वीट कर जावड़ेकर और सागर परिवार का शुक्रिया अदा किया. शेखर ने कहा, ‘इस वक्त यह संभव कर पाने के लिए सर आपके मार्गदर्शन और सहयोग के लिए आपका शुक्रिया.” उन्होंने कहा, ‘डीडी अधिकारियों की कार्यनिष्ठ टीम ने इसे संभव करने के लिए कल पूरे दिन और रात काम किया, जबकि वे अपने घर और परिवारों से दूर रहे. पूरी टीम की तारीफ करनी चाहिए जिन्होंने महाकाव्य दे्खने की दर्शकों की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए युद्धस्तर पर काम किया.’
Happy to announce that on public demand, we are starting retelecast of 'Ramayana' from tomorrow, Saturday March 28 in DD National, One episode in morning 9 am to 10 am, another in the evening 9 pm to 10 pm.@narendramodi
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) March 27, 2020
@PIBIndia@DDNational
बता दें कि भगवान राम के जीवन पर आधारित “रामायण” का पहली बार दूरदर्शन पर 1987 में प्रसारण किया गया था और इसे बेहद लोकप्रियता मिली थी.
90s में ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ का जलवा ऐसा था कि गलियों से लेकर सड़कें तक सुनसान हो जाती थीं. रामायण के लीड किरदार यानी अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया को तो लोग सचमुच ही भगवान राम और सीता का स्वरूप समझने लगे और आशीर्वाद लेने आते थे.