कोरोना वायरस के कारण पूरे देश को पीएम मोदी ने लॉकडाउन कर दिया है. इस बीच सारे पुराने टीवी शोज को दोबारा दिखाया जा रहा है. इनमें सबसे आगे रामानंद सागर की रामायण है, जिसने टीआरपी के सारे रिकार्ड तोड़ दिये. रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया (Deepika Chikhalia) ने एक पुरानी तसवीर शेयर की है, जिसमें उनके साथ कई नेता नजर आ रहे है. यह तसवीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
इस फोटो को दीपिका चिखलिया ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है. ये तसवीर उस समय की है जब दीपिका गुजरात की वड़ोदरा सीट से चुनाव में खड़ी हुई थीं. इस तस्वीर उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी बैठे नजर आ रहे हैं.
An old pic when I stood for election from baroda now called as Vadodara extreme right is our PM narendra modi ji nxt to hom was LK Advaniji and me and nalin bhatt in charge of the election @narendramodi @pmo#lkadvani##contest#election#ramayan pic.twitter.com/H5PsttaodC
— Dipika Chikhlia Topiwala (@ChikhliaDipika) April 12, 2020
दीपिका ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘एक पुरानी फोटो उस समय की जब मैं वड़ोदरा के चुनाव में खड़ी हुई थी. मेरे साथ दाएं हाथ के कोने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठे हैं, फिर लाल कृष्ण आडवाणी, मैं और चुनाव के इनचार्ज नलिन भट्ट.’
बता दें कि 90 के दशक में दीपिका बहुत पॉपुलर थी. इसी के चलते साल 1991 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गुजरात के वड़ोदरा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी.
गौरतलब है कि दर्शक अंनुसंधान एजेंसी बीएआरसी (BARC) का कहना है कि रामायण जैसे यादगार कार्यक्रमों की वापसी के साथ ही तीन अप्रैल को समाप्त के दौरान दूरदर्शन भारत का सबसे ज्यादा देखा गया चैनल बन गया है. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) ने कहा कि सुबह और शाम के खंड में दूरदर्शन की दर्शक संख्या करीब 40,000 प्रतिशत बढ़ी है. इस दौरान निजी प्रसारकों की दर्शक संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिली.
दूरदर्शन ने हिंदू उपाख्यान रामायण से शुरुआत की और फिर महाभारत, शक्तिमान और बुनियाद जैसे अपने समय के बेहद लोकप्रिय धारावाहिकों को 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान दोबारा दिखाना शुरू किया. इसमें से ज्यादातर धारावाहिकों को उस समय बनाया गया था, जब टीवी प्रसारण पर दूरदर्शन का एकाधिकार था.