देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पीएम मोदी ने देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है. ये लॉकडाउन 15 अप्रैल को खत्म होगा. इस लॉकडाउन के बाद जनता की मांग पर दूरदर्शन पर प्रचलित सीरियल रामायण को दोबारा प्रसारित किया गया. अब रामायण ने टीआरपी के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये है.
दरअसल प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने एक ट्वीट के साथ इस बात की जानकारी दी है कि दूरदर्शन पर दोबारा प्रसारण के साथ ही रामायण ने हिंदी जीईसी (जनरल एंटरटेनमेंट चैनल) शो के तहत 2015 के बाद से अभी तक की सबसे अधिकतम रेटिंग पाई है. वहीं शशि शेखर ने बार्क ( BARC) को अपना स्त्रोत बताया है. ऐसे में साफ है कि रामायण की वजह से दूरदर्शन ने भी एक रिकॉर्ड बना दिया है.
This is a record of sorts for Doordarshan since BARC started TV Audience Measurement in 2015 underscoring how India is watching DD even as India fights back #CORONA #StayHomeToStaySafe
— Shashi Shekhar (@shashidigital) April 2, 2020
रामायण में अरुण गोविल ने राम का किरदार निभाया था और उनका काम काफी पसंद किया गया था. वहीं दीपिका चिखलिया सीता के रोल में थीं. रामायण जब दोबारा शुरू हुई तो अरुण गोविल ने अपने परिवार के साथ देखी. रामायण के टीवी पर कमबैक की खबरें आई थीं तो अरुण गोविल ने कहा भी था कि इस बार मैं ये शो अपने पोते के साथ देखूंगा.
बता दें कि सोशल मीडिया की मांग के बाद ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ की री-टेलीकास्ट किया गया. इसके बाद लोगों ने इंडियन सुपर हीरो शो ‘शक्तिमान’ की भी मांग की. अब उसे भी दूरदर्शन पर प्रसारित किया जा रहा है. इसके अलावा ब्योमकेश बक्शी, फौजी, सर्कस, देख भाई देख और श्रीमान श्रीमती जैसे शोज की भी वापसी हो गई है.
गौरतलब है कि 19 मार्च से टीवी शोज की शूटिंग बंद है. ऐसे में कई और चैनल्स भी पुराने शोज़ का प्रसारण कर रहे है. इसमें सोनी टीवी, जी टीवी और कलर्स जैसे चैनल्स के नाम शामिल हैं.
वहीं, बता दें कि भारत में कोरोना संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के कारण 15 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 53 के पास पहुंच गई है. हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक इस बीमारी से 155 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के रिपोर्ट की मानें तो भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2000 के पार पहुंच चुकी है. जो कि एक खतरे की घंटी है. वहीं दुनिया में अब तक कोरोनावायरस मरीजों की संख्या 10 लाख से अधिक हो चुका है.