पटौदी पैलेस में ‘तांडव’ की शूटिंग के दौरान सैफ अली खान पहले दिन घबरा गए थे…ये थी वजह
saif ali khan web series tandav shooting in pataudi palace actors shares shooting experience tandav release date bud : निर्देशक अली अब्बास जफर की पहली वेब सीरीज 'तांडव' प्राइम वीडियो को 15 जनवरी को दस्तक देने वाली है. सैफ अली खान स्टारर इस सीरीज की ज़्यादातर शूटिंग सैफ अली खान के घर पटौदी पैलेस में हुई है.
निर्देशक अली अब्बास जफर की पहली वेब सीरीज ‘तांडव’ प्राइम वीडियो को 15 जनवरी को दस्तक देने वाली है. सैफ अली खान स्टारर इस सीरीज की ज़्यादातर शूटिंग सैफ अली खान के घर पटौदी पैलेस में हुई है. सैफ अली खान शूटिंग के अनुभव की बात करते हुए बताया कि इस सीरीज के काफी सारे सीक्वेंस पटौदी पैलेस में फिल्माया गया है. उन्होंने शूटिंग के दौरान के एक्सपीरियंस शेयर किए.
उन्होंने आगे कहा,’ दुनिया के किसी भी जगह से सबसे ज़्यादा समय मैंने इस जगह में बिताया है इसलिए यह मेरे दिल के बहुत करीब रहा है. शूटिंग वहां होगी इसको लेकर मैं बहुत ही उत्साहित था लेकिन जैसे ही शूटिंग की क्रू अंदर आयी मुझे थोड़ी घबराहट सी महसूस हुई यह मेरे लिए उस घर में बिल्कुल ही अलग अनुभव था.’
सैफ अली खान ने कहा,’ जिस घर में मैं बहुत प्राइवेसी के साथ रहा हूं वहां लाइट ,कैमरा,इतने लोग।कुछ घंटे लगे लेकिन मैं फिर सहज हो गया.काफी अच्छा अनुभव रहा.यही वजह है कि मैंने अब तय कर लिया है कि मैं कभी भी इसे शूटिंग पर देने में संकोच नहीं करूंगा खासकर जब मैं उस प्रोजेक्ट का हिस्सा रहूंगा. साल में 340 दिन यह पैलेस यूं ही पड़ा रहता है. मैं इसे कमर्शियल प्रॉपर्टी के तौर पर देने में विचार करूंगा. डिंपल जी भी हमारे साथ यहां पैलेस में ही रुकी थी.काफी सुकून भरी शूटिंग थी. पटौदी पैलेस के अलावा फिल्म की शूटिंग इम्पीरियल होटल में भी हुई है.
बता दें कि ‘तांडव’ एक पॉलिटिकल ड्रामा सीरीज है।इस सीरीज की रिलीज का सैफ अली खान को बेसब्री से इंतज़ार है. इस सीरीज से अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया ओटीटी प्लेटफार्म पर अपनी शुरुआत कर रही हैं. बाकी कलाकारों की बात करें तो इसमें कुमुद कुमार मिश्रा, डीनो मोरिया, गौहर खान, संध्या मृदुल, परेश पाहुजा, शोनाली नागरानी, हितेन तेजवानी, अमायरा दस्तूर, नेहा हिंगे और सुखमनी साधना मुख्य भूमिका में हैं.
इस पॉलिटिकल सीरीज में भी दिखाया जाएगा कि सत्ता से बड़ा कोई रिश्ता या सगा नहीं है. सत्ता को पाने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं. यहां हर कर किरदार कुर्सी ही पाना नहीं चाहता बल्कि कुर्सी दिलवाने के समीकरण में भी अहम उपस्थिति उनके लिए मायने रखती है. किंग ना सही किंग मेकर सभी बनना चाहते हैं.