Shehzad Deol exclusive interview : शहज़ाद देओल (Shehzad Deol) बिग बॉस 14 (Bigg Boss 14) के घर से बाहर आ चुके हैं. घर से बाहर निकलने के बाद दर्शकों के बजाय घरवाले के निर्णय से बाहर निकालने को पूरी तरह से गलत करार देते हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
अब तक की जर्नी पर क्या कहना है?
मुझे बिग बॉस के घर में अपनी जर्नी अच्छी लगी थी लेकिन बाहर आकर जब मैंने एपिसोड्स देखें तो मालूम हुआ कि बहुत कुछ एडिट हो गया है. जिससे मैं चकित हूं. जो चीज़ें दिखायी भी गयी उनपर वीकेंड पर क्यों नहीं बात हुई.
कौन सी चीज़ें दिखायी गयी होती तो बात आपके हक में जा सकती थी?
मैं वो इंसान था. जिसने सबसे पहले सिद्धार्थ शुक्ला के खिलाफ अपनी आवाज़ रखी थी. एक टास्क में सिद्धार्थ को टास्क नहीं बल्कि मेरी पर्सनालिटी से जुड़ी कोई चीज़ अच्छी नहीं लगी थी. मैंने उन्हें बोला कि आप मेरे बारे में ऐसा नहीं बोल सकते. आप गलत बोल रहे हैं. वो जो वाद विवाद हुआ था. वो आधा रह गया था. वीकेंड पर उसपर बात होना था. बिग बॉस के घर में पहले सप्ताह में निक्की तम्बोली और मेरे बीच बहुत झगड़े हुए थे. वो भी मुझे नहीं दिखायी दिया और ना ही उसपर वीकेंड पर बात हुई. मेरी आँखों के नीचे चोट आयी थी उसपर भी बात नहीं हुई.
आपको दर्शकों ने नहीं बल्कि घरवालों ने बाहर किया है आपको इस पर क्या कहना है?
एक रियलिटी शो का ऐसा कांसेप्ट नहीं होना चाहिए. ऐसा बिग बॉस कभी नहीं था. आप जनता की क्यों अनदेखी कर रहे हो. जनता के वोट से ही प्रतियोगी को बाहर निकालना चाहिए और मैं ये लिखकर दे सकता हूं कि अगर आज भी वोटिंग हुई तो मैं बिग बॉस के घर पर रहता था. एक दिन की वोटिंग भी हुई तो.
खबरे आ रही हैं कि सिद्धार्थ शुक्ला निक्की तम्बोली को सपोर्ट कर रहे हैं?
ऐसा मैंने नोटिस तो नहीं किया लेकिन हां एक टास्क में जब मैं निक्की के खिलाफ था तो सिद्धार्थ ने निक्की को ही सपोर्ट किया था.
आपके अनुसार बिग बॉस 14 मे का सबसे स्ट्रांग कंटेस्टेन्ट्स कौन है?
मैं जैस्मिन भसीन का नाम लेना चाहूंगा. वो बहुत कमाल का खेल रही हैं. वो रियल है. अभिनव भी ठीक हैं बाकी के घरवाले वाले फेक है. निक्की तम्बोली का सारा फोकस सिर्फ अपने पर ध्यान दिलाने में ही जाता है.
उस घर में सबसे खतरनाक कौन है?
मैंने पहले भी कहा है अभी भी वही कहूंगा एज़ाज़ खान. वो किसी का नहीं है. सांप पर भरोसा कर लो पर उसपर नहीं.
आपके घर से बाहर आने के बाद जान शानू को लेकर नेपोटिज्म की बहस शुरू हो गयी है?
आप जनता से वोटिंग करवाते तो ये सब होता ही नहीं. जनता जान के बजाय मुझे चुनती थी. जान को ही घर से बाहर होना था.
Posted By: Divya Keshri