shiv jyoti rajput :फतेह सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है.अभिनेत्री शिव ज्योति फिल्म में निम्रत की भूमिका में नजर आ रही हैं.शिव ज्योति अपनी इस फिल्म को मौजूदा फिल्मों में अलग बताती हैं. उनकी मानें तो फिल्म से जुड़ा साइबर क्राइम का सन्देश इस एक्शन थ्रिलर फिल्म को खास बनाता है. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
निम्रत जैसा किरदार नहीं किया था
मैंने इस फिल्म का ऑडिशन दिया था. पहले मैंने दूसरे रोल के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन उसमें मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ था. उसके बाद मैंने निम्रत के किरदार के लिए ऑडिशन दिया और मुझे ये मिल गया. मैंने अब तक ऐसा किरदार नहीं किया था. गांव के एकदम भोली भाली लड़की के किरदार में हूं। इस किरदार को जहां तक आत्मसात करने की बात है तो मैं निजी जिंदगी में खुद भी बहुत सादगी से ही रहती हूं. मुझे बस अपनी भाषा पर काम करना पड़ा. मुझे पंजाबी भाषा पर काम करना पड़ा.जैसे पिंड में रहने वाले बोलते हैं. हिंदी बोलते हुए भी मुझे इस पहलू को भाषा में लाना था. शूटिंग शुरू होने के 10 दिन पहले मैं सेट पर पहुंच गई थी. ऐसा सोनू सर चाहते थे ताकि मैं शूटिंग के दिन तक एकदम सहज और तैयार हो जाऊं. फिल्म की शूटिंग पंजाब के पिंड में हुई है, तो मैं वहां के आमलोगों के साथ ही ज्यादा समय रहती थी. खाना खाने के साथ साथ चाय बनाना सबकुछ उन्ही के साथ करती थी.जिससे मैंने खुद को किरदार के लिए तैयार किया.
सोनू सर कमाल के हैं
सोनू सर इस फिल्म के अभिनेता, निर्देशक और लेखक भी हैं.वह बैकस्टेज मैनेज कर रहे थे.वह कैमरे के सामने शूट मैनेज कर रहे थे .सुबह बहुत जल्दी कॉल टाइम है तो शूटिंग के बाद फिर चाहे रात ही क्यों ना हो जाये. वह अपना जिम जाते हैं .वह सभी के साथ बहुत ही हम्बल और ग्राउंडेड रहते थे .कोई सेट पर उनसे मिलने आता था और काम मांगता था तो वह उनको भी रोल दे देते थे. (हंसते हुए ) मुझे नहीं पता था कि एक्टर बनना इतना आसान है. उनमें डायरेक्टर का इग्नोरेंस नहीं है कि मैं जैसे बता रहा हूं. तुम्हें वैसे ही करना है. शूटिंग के दौरान वह मेरे विजन को भी सुनते थे .वह मुझे हमेशा कहते थे कि तुम्हें जैसा फील हो रहा है.वैसा करो.
शूटिंग से जुड़ा सबसे बड़ा चैलेंज
फिल्म फतेह की शूटिंग से जुड़े सबसे बड़े चैलेंज की बात करूं तो सबसे बड़ा चैलेंज ठंड का था . ठंड में हमारी शूट हो रही थी. हम लड़कियों को वैसे भी ठंड बहुत लगती है.मैं इन्फेक्शन से उबर रही थी और पता नहीं कैसे अमृतसर में ठंड इतनी बढ़ गयी.मैं तो दस -दस कंबल लेकर सो जाती थी फिर भी मुझे फीवर हो जाता था.वैसे मेरी बिगड़ी तबियत मेरे किरदार के साथ जा रही थी क्योंकि किरदार में कुछ ऐसे सीन थे, जहां मुझे थका नजर आना था.
और यशराज की सीरीज को मना कर दिया
जैसा कि मैंने पहले भी कई बार इस बात को दोहराया है कि मैं राजपूत परिवार से हूं मेरे कुछ वैल्यूज हैं. मैं इंटिमेट सीन या बोल्ड सीन नहीं करुंगी क्योंकि मेरा परिवार मुझे ऐसा नहीं देख सकता है. कबीर सिंह फिल्म को मैंने इस वजह से ना किया था. हाल ही में मुझे यशराज की एक सीरीज ऑफर हुई थी. उसका नाम मलंग शायद होगा. वैभव राज गुप्ता के अपोजिट मैं होने वाली थी. कास्टिंग डायरेक्टर शानू मैम ने मुझे कहा कि तुम्हे लॉक कर लिया गया है. उसके बाद उन्होंने मुझे इंटिमेट सीन के बारे में बताया. मैंने कहा कि मुझे मेरे घरवालों से मुझे पूछना पड़ेगा. वो शॉक्ड रह गयी थी. आप क्या बोल रही हैं. मैंने बोला कि सिचुएशन थोड़ी तो अजीब है. मैं आपको समझा नहीं सकती हूं अपने परिवार की मैं पहली अभिनेत्री हूं, तो मुझे अपने परिवार से पूछना पड़ेगा. मुझे अपना करियर को चुनने का फ्रीडम है तो मैं कुछ भी ऐसा नहीं कर सकती हूं.जो उनके वैल्यूज सिस्टम के खिलाफ जाए. घरवालों ने इंटिमेट सीन के बारे में सुनकर कहा कि देख लो जो तुम्हारे लिए सही हो. जिसके बाद मैंने मना कर दिया.