ऑपरेशन रोमियो के किरदार को समझने के लिए खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था-सिद्धांत गुप्ता
टीवी पर लोकप्रिय धारावाहिक टशन ए इश्क़ से लोकप्रिय हुए अभिनेता सिद्धांत गुप्ता जल्द ही नीरज पांडे के प्रोडक्शन की फ़िल्म ऑपेरशन रोमियो में नज़र आनेवाले हैं.
टीवी पर लोकप्रिय धारावाहिक टशन ए इश्क़ से लोकप्रिय हुए अभिनेता सिद्धांत गुप्ता जल्द ही नीरज पांडे के प्रोडक्शन की फ़िल्म ऑपेरशन रोमियो में नज़र आनेवाले हैं. वह इस फ़िल्म को ही नहीं बल्कि शूटिंग के जुड़े पूरे अनुभव को इंटेंस कहते हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
ऑपरेशन रोमियो में क्या है खास?
यह एक इंटेंस फिल्म है. यह फ़िल्म मोरल पुलिसिंग पर है. जो एक अलग तरीके से शुरू होती है और फिर एक अलग स्पेस में चली जाती है. इसमें प्यार और दर्द का मिश्रण है. 45 दिनों में से, 30 दिनों में मुझे इंटेंस सीन्स के लिए भावुक होना पड़ता था. मैं खुद को अलग जोन में रहने के लिए एक कमरे में बंद कर लेता था. यह फिल्म मोरल पुलिसिंग के बुरे प्रभाव पर जोर देगी जिसके बारे में लोगों को पता होना चाहिए.
टीवी में सफल शोज का हिस्सा रहने के बाद टीवी में काम को ना कहना कितना मुश्किल था?
टेलीविजन ने मुझे बहुत शोहरत दी है लेकिन उससे दूर रहना मेरे लिए एक महत्वपूर्ण फैसला था. क्योंकि एक अभिनेता के रूप में आपको सोचने और फिर परफॉर्म करने के लिए की क्रिएटिविटी की आवश्यकता होती है और ईमानदारी से कहूं तो टेलीविजन में आपको अपने शूट की उसी सुबह स्क्रिप्ट मिलती है. तो आपके पास समय नहीं होता है किरदार पर कुछ काम करने या सीन्स को अलग तरह से परफॉर्म करने का.
टीवी से ब्रेक लेकर और ऑपेरशन रोमियो मिलने तक आपने क्या किया ?
मुझे लगा कि कुछ तो है जो मेरे भीतर फंस गया है और मैं उससे बाहर आना चाहता हूं. पहले मैं लंदन गया और फिर न्यूयॉर्क गया. मैंने एक्टिंग वर्कशॉप्स का हिस्सा बना और खुद को ढूंढा और पाया कि अभिनय में एक जादू है जिसे मैं समझ कर भी परफॉर्म कर सकता हूं.
आपके कैरियर को देखें तो आप गिने चुने प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रहे हैं, क्यों?
क्योंकि मैं अपने काम को बहुत महत्व देता हूं. इससे पहले कि कोविड ने हमारी ज़िंदगी में दस्तक दी, मैं एक ब्रेक लेना चाहता था. मैंने खुद से सवाल पूछना शुरू कर दिया कि मैं काम क्यों करना चाहता हूं और मुझे किस तरह का काम करना चाहिए. यही वह समय था जब मुझे जवाब मिलना शुरू हुआ कि मुझे क्या प्रेरित करता है.
आपकी सोशल मीडिया उपस्थिति ज्यादा नहीं है, क्यों?
हां एक समय था जब मैं सोचता था कि इस तरह के प्लेटफॉर्म का क्या फायदा? लेकिन फिर मेरे फैंस हैं जो फैंस पेज बनाने के लिए इतनी मेहनत करते हैं और उनके जीवन का बहुत बड़ा समय मेरे इर्द-गिर्द घूमता है. इसके लिए मैं दिल से उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. अपने फैंस की वजह से ही मैं थोड़ा बहुत सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता हूं. सोशल मीडिया माइंड को डिस्ट्रैक्ट करता है और जब भी मैं कोई प्रोजेक्ट करता हूं तो मैं उन ऐप्स को अपने फोन से हटा देता हूं.
सोशल मीडिया से दूरी की वजह क्या आपका शर्मिला व्यक्तित्व भी है?
एक्टर की जिंदगी वैसे एक खुली किताब है लेकिन एक अभिनेता होने के बावजूद मैं अपने पर्सनल स्पेस और अपने करीबी लोगों का सम्मान करने की कोशिश कर सकता हूं. मेरा यह भी मानना है कि एक अभिनेता को उसके काम के लिए जाना जाना चाहिए.
आप सोनू निगम के कितने करीब रहे हैं वह आपके करियर के बारे में क्या कहते है?
ऑपरेशन रोमियो का ट्रेलर देखने के बाद उन्होंने मुझे फोन किया और बधाई दी. यह में मेरे लिए खुशी की बात थी क्योंकि उन्होंने मेरा संघर्ष देखा है.
आप जम्मू को कितना मिस करते हैं?
मैं अपने घर जाते रहता हूं क्योंकि वह मेरी सबसे पसंदीदा जगह है. मेरे बचपन के सभी दोस्त हैं और मेरा परिवार भी वही रहते हैं.
आपके परिवार का आपके कैरियर पर क्या रिएक्शन है?
मैं जम्मू से आता हूं. अभी भी वहां पर एक्टिंग को प्रोफेशन के तौर पर अपनाने की सोच अच्छी नहीं है. कई बार लोगों ने मेरे परिवार को कहा है कि मेरा बेटा भी आपके बेटे की तरह एक्टर बनना चाहता है लेकिन हम उसको उस गंदगी में उतरने नहीं देंगे. मैं लोगों की सोच बदलना चाहता हूं. हालांकि मेरा परिवार बहुत सपोर्टिव है. मेरे पिता ने मेरी फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद कहा कि उन्हें काफी समय बाद कोई फ़िल्म पसंद आ रही है और वे उसे ज़रूर देखेंगे.