सिंगर शान ने रियलिटी शो Indian Idol पर जाहिर की नाराजगी ..जानिए क्या कहा

सिंगर ,कम्पोज़र शान म्यूजिक रियलिटी शो इंडियन प्रो म्यूजिक लीग में बतौर कप्तान अपनी टीम बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये शो म्यूजिक रियलिटी शो दर्शकों को कुछ अलग और कुछ खास देने वाला है. जो सभी का मनोरंजन करेगा. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत

By कोरी | February 23, 2021 10:10 PM

सिंगर ,कम्पोज़र शान म्यूजिक रियलिटी शो इंडियन प्रो म्यूजिक लीग में बतौर कप्तान अपनी टीम बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये शो म्यूजिक रियलिटी शो दर्शकों को कुछ अलग और कुछ खास देने वाला है. जो सभी का मनोरंजन करेगा. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत

नार्मल अभी हुआ नहीं है

बीते एक साल पर नज़र डालूं तो मज़े मज़े में ही ये पूरा फेज गया।घर पर मैंने एक छोटा सा रिकॉर्डिंग स्टूडियो है।जिम भी है।बच्चे बड़े हो रहे हैं तो उनके साथ जैमिंग कर लिया. पत्नी के साथ टीवी देखा. मां के साथ समय बिताया. एक बांग्ला म्यूजिक रियलिटी शो से बतौर जज जुड़ा तो उसके लिए ट्रैवलिंग भी किया अब ज़ी टीवी के इंडियन प्रो म्यूजिक लीग में बतौर कैप्टेन बंगाल टीम का प्रतिनिधित्व करूंगा. जहां तक न्यू नार्मल की है तो मैं ये नहीं बता पाऊंगा कि ये न्यू नार्मल है या नहीं क्योंकि कोरोना अभी तक खत्म नहीं हुआ है. केसेज बढ़ रहे हैं तो नार्मल अभी हुआ नहीं है.

अलग है ये म्यूजिक रियलिटी शो

ये शो दूसरे म्यूजिक रियलिटी शोज से बिल्कुल अलग होने वाला है. 2019 में जब इस शो के लिए मुझसे बात हुई थी तो उस वक़्त ये शो लाइव होने वाला था. जैसे कोलकाता की टीम का अपना होम ग्राउंड होगा फिर अलग अलग टीमों के होम ग्राउंड पर जाकर ये कम्पीट करेगी. जैसे आईपीएल में होता है लेकिन फिर सभी को लगा कि लॉजिस्टिकली वही लाइट,वही क्राउड हर जगह मौजूद नहीं रह सकता है. आखिरकार हम अपना ये शो दिखाएंगे तो टीवी पर ही तो वैसा फील हमेशा होना चाहिए. काफी बड़ा सेट इस रियलिटी शो के लिए बनाया गया है. प्रतियोगियों के लिए चुनौतियां काफी हैं. उन्हें अपने हर परफॉरमेंस में कुछ अलग कुछ नया करना है. जैसे एक गाना गाते हुए किसी और गाने को उसमें जोड़ देना।जो कोई सोच भी नहीं सकता कि ऐसी जुगलबंदी हो सकती है.

व्यूज के चक्कर में युवा सिंगर्स ना पड़े

व्यूज,वोट्स आजकल सभी जानते हैं कि ये खरीदे जाते हैं. मैं खुद लगातार सिंगल बना रहा हूं. मेरे वीडियो को उतने व्यूज नहीं आते हैं जितने किसी नए सिंगर जिसके सिंगल में ना सुर है ना गाने में सोच है फिर भी मिलियन में व्यूज आते हैं. मेरा बेटा अभी 15 साल का है. उसको शुरुआत में लगता था कि वो फेमस पिता का बेटा है तो उसे व्यूज डिजिटल प्लेटफार्म पर मिल ही जाएगा लेकिन उसे भी नहीं मिलता. शुरुआत में थोड़ा वो निराश था तब मैंने उसे समझाया कि व्यूज के चक्कर में मत पड़ो। तुम क्या अलग दे सकते हो अपने म्यूजिक में और श्रोताओं को कितना अधिक से अधिक एंटरटेन कर सकते हो इस पर ध्यान दो।मैं युवा पीढ़ी से यही कहूंगा। ये सब में मत पड़ो.

गरीबी का तमाशा मत बनाइए

टीआरपी पाने के लिए रियलिटी शो आजकल गरीबी को भुना रहे हैं. कोई प्रतियोगी गरीब है तो उसके मां बाप को जमीन पर बिठा कर वीडियो बनवाते हैं ताकि लोग उस पर तरस खाए. गरीबी का तमाशा बनाकर आप उसके मां बाप की परवरिश पर सवाल उठा रहे हैं. हर किसी का संघर्ष होता है. उसका तमाशा मत बनाइए. टीआरपी के लिए युवा प्रतियोगी ही नहीं हर किसी का इस्तेमाल हो रहा है।एक गीतकार जिसने कई गाने लिखे हैं आज वह व्हीलचेयर पर है तो 5 लाख रुपये देकर आप मदद नहीं कर रहे हैं बल्कि टीआरपी पाने के लिए उसका तमाशा बना रहे हैं।जो बहुत ही गलत है।मैं ऐसा कभी नहीं कर सकता.

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