स्मृति ईरानी ने पिता की धमकी के बाद मैकडॉनल्ड्स में की थी क्लीनर की नौकरी, बोलीं- 6 दिन काम और…
स्मृति ईरानी को अपने पिता से कर्ज लेना था, लेकिन उन्हें पैसा मिला एक शर्त के साथ. उन्होंने कहा, “पिता ने कहा कि मैं तुम्हें पैसे दूंगा, लेकिन शर्त यह है कि तुम्हें मुझे ब्याज सहित वापस करना होगा और अगर आप ऐसा नहीं कर सकती हैं, तो मैं अपनी पसंद के लड़के से आपकी शादी करवा दूंगा.
स्मृति ईरानी जिन्होंने एकता कपूर के सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी में मुख्य भूमिका निभाने के बाद जमकर सुर्खियों बटोरीं थी, उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने संघर्ष के दिनों को याद किया. उन्होंने मुंबई के मैकडॉनल्ड्स के आउटलेट में एक क्लीनर के रूप में काम किया और उन्हें इसके लिए 1500 रुपये प्रति महीने मिलते थे. स्मृति ने द स्लो इंटरव्यू पर नीलेश मिश्रा के साथ साझा किया कि मिस इंडिया के लिए सेलेक्ट किये जाने के बाद उन्हें प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 1 लाख रुपये की जरूरत थी.
पिता ने पैसे देने के लिए रखी दी ये शर्त
स्मृति ईरानी को अपने पिता से कर्ज लेना था, लेकिन उन्हें पैसा मिला एक शर्त के साथ. उन्होंने कहा, “पिता ने कहा कि मैं तुम्हें पैसे दूंगा, लेकिन शर्त यह है कि तुम्हें मुझे ब्याज सहित वापस करना होगा और अगर आप ऐसा नहीं कर सकती हैं, तो मैं अपनी पसंद के लड़के से आपकी शादी करवा दूंगा. मैंने कहा ठीक है.”
मैकडॉनल्ड्स में क्लीनर की नौकरी
स्मृति ईरानी ने साझा किया कि उन्हें पेजेंट से मिले उपहारों में से 60,000 रुपये वापस कर दिए लेकिन बाकी पैसों के लिए उन्हें नौकरी करनी पड़ी. उन्होंने कुछ विज्ञापन में करना शुरू किया, लेकिन उसे आय के एक स्थिर स्रोत की जरूरत थी. ऐसे में मैकडॉनल्ड्स में उपलब्ध एकमात्र नौकरी एक क्लीनर की थी, इसलिए उसने इसे ही चुना.
1500 रुपये वेतन था
उन्होंने कहा, “मैं मैकडॉनल्ड्स गया और केवल दो स्लॉट बचे थे. उन्होंने कहा कि यह एक मूलभूत काम था और मैंने पूछा कि वह क्या था, यह झाडू, पोचा, बर्तन के लिए था, मैंने कहा ठीक है. इसके लिए मुझे प्रतिदिन 1500 रुपये वेतन मिलता था. मैंने उनसे प्रमोशन प्रोसेस के बारे में पूछा और मुझे काम पर रखने वाली महिला ने कहा, पहले यहां एक महीने के लिए काम करो.”
Also Read: परिणीति चोपड़ा को डेट करने की खबरों पर राघव चड्ढा ने तोड़ी चुप्पी, बोले- कोई सस्पेंस नहीं…
सप्ताह में 6 दिन करती थीं काम
स्मृति ईरानी ने उनदिनों को याद किया कि वह वहां सप्ताह में छह दिन काम करती थी और साप्ताहिक अवकाश के दिन वह ऑडिशन के लिए जाती थी. स्मृति को उन ऑडिशन में से एक के माध्यम से अपना पहला टेलीविज़न गिग मिला और अंततः स्टार प्लस के शो में तुलसी की भूमिका निभाई. यहीं से उनकी जिंदगी में एक बदलाव आया.