सीबीआई ने गोवा पुलिस से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता और टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट मर्डर केस अपने हाथ में ले लिया है. सीबीआई ने इस मामले में एक प्राथमिकी भी दर्ज कर ली है. यह जानकारी सीबीआई सूत्रों से मिली रही है.
गृह मंत्रालय ने सोनाली फोगाट की मौत की सीबीआई जांच का दिया आदेश
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोनाली फोगाट की मौत के मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने के आदेश दिया था. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत के अनुरोध के बाद मंत्रालय ने यह कदम उठाया. गृह मंत्रालय ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) से मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की है. सीबीआई, डीओपीटी के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करती है. हरियाणा के हिसार से भाजपा नेता फोगाट की मौत को हत्या का मामला माना जा रहा है.
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CBI takes over Sonali Phogat death case from Goa Police, registers case: CBI sources pic.twitter.com/Vs24Ga6bg1
— ANI (@ANI) September 15, 2022
क्या है पूरा मामला
मालूम हो 43 वर्षीय टिक-टॉक स्टार और रियलिटी टीवी शो बिग बॉस की प्रतिभागी रहीं सोनाली फोगाट को 23 अगस्त को उत्तरी गोवा के एक अस्पताल में मृत हालत में लाया गया था. फोगाट उससे एक दिन पहले अपने दो सहयोगियों के साथ तटीय राज्य गोवा पहुंची थीं. गोवा पुलिस ने इस मामले के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें फोगाट के दो सहयोगी सुधीर सांगवान और सुखविंदर सिंह शामिल हैं. पुलिस ने दत्ताप्रसाद गांवकर को भी गिरफ्तार किया है, जिसने सागवान और सिंह को कथित तौर पर मादक पदार्थ मुहैया कराया था और दोनों ने वह फोगाट को दिया था. एक अन्य गिरफ्तार व्यक्ति एडविन न्यून्स उत्तरी गोवा जिले में कर्लीज रेस्तरां का मालिक है, जहां फोगाट और उसके सहयोगियों ने उस रात ‘पार्टी’ की थी. मामले में पुलिस ने उत्तरी गोवा के अंजुना निवासी और मादक पदार्थों के कथित तस्कर रामा मांड्रेकर को भी गिरफ्तार किया है. उसने कथित तौर पर गांवकर को मादक पदार्थ की आपूर्ति की थी.
पुलिस के अनुसार फोगाट को दिया गया था मेथामफेटामाइन
पुलिस उपाधीक्षक जीवबा दलवी ने बताया था कि फोगाट को मेथामफेटामाइन दिया गया और रेस्तरां के शौचालय से कुछ मात्रा में इसे बरामद किया गया था. पुलिस ने कहा था कि सांगवान और सिंह ने कथित तौर पर पानी में कोई पदार्थ मिलाया और फोगाट को पीने के लिए मजबूर किया. चिकित्सकों ने कहा कि फोगाट को दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन उनके भाई ने आरोप लगाया कि उनकी मौत में सांगवान और सिंह की भूमिका है. पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद गिरफ्तारियां की और हत्या के आरोप के साथ प्राथमिकी दर्ज की. पुलिस ने कहा था कि फोगाट की हत्या के पीछे आर्थिक हित एक मकसद हो सकता है.