पटना. सीबीआइ सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े हर पहलू की विस्तार से जांच करेगी. इसमें उसकी मेडिकल हिस्ट्री और मौत के पहले तक चल रही चिकित्सा से जुड़े मामले की जांच खासतौर से की जायेगी. सुशांत का इलाज जिन डॉक्टरों ने किया था, उन सभी से भी गहन पूछताछ हो सकती है. सभी से सुशांत की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में विस्तार से जानकारी ली जायेगी. सुशांत को मानसिक रूप से किसी तरह की तकलीफ थी या किसी सदमे या दवा की वजह से उन्हें किसी तरह की समस्या हो गयी थी या किसी खास दवा का ओवरडोज दिया गया था. अगर हां, तो इसका क्या और कितना प्रभाव उस पर पड़ा था.
सुशांत की मेडिकल हिस्ट्री को सुलझाने पर भी सीबीआइ काफी फोकस करेगी, ताकि इससे जुड़ी कई अहम बातों का खुलासा हो सके. सुशांत को दी गयी दवाएं कितनी जरूरी थीं या किसी षड्यंत्र के तहत इसे दिया गया था, सीबीआइ इसकी भी तहकीकात करेगी.
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सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ की यह भी पूरी कोशिश होगी कि जांच के शुरुआती दौर में ही इस पहलू को सुलझा लिया जाये. ताकि जांच को एक दिशा मिल सके और इससे संबंधित तमाम साजिशों के बारे में भी पता चल सके. सीबीआइ की टीम दो-तीन दिनों में बिहार का दौरा कर सकती है. यहां आकर वह सुशांत के पिता समेत परिवार के अन्य सदस्यों से भी तमाम बातों को लेकर पूछताछ करेगी. इसमें पैसे के लेन-देन के अलावा उसकी मेडिकल हिस्ट्री से संबंधित बातों की जानकारी भी ली जायेगी.
बिहार पुलिस की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में सुशांत के मामले में अब तक की गयी जांच के आधार पर पूरी रिपोर्ट दी गयी है. पूरी रिपोर्ट में रिया चक्रवर्ती और उसके परिजन एवं दोस्तों या अन्य संबंधित लोगों पर सुशांत के पैसे को हड़पने के लिए षड्यंत्र रचने, उसे अपने कब्जे में रखने के लिए मानसिक तौर पर प्रताड़ित या कमजोर करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप गठित किया गया है. परंतु इस पूरी जांच में नेपोटिज्म (कुनबा परस्ती) का उल्लेख नहीं किया गया है.
बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर लगातार सुशांत को तंग या नीचा दिखाने वाली एक लॉबी को लेकर लगातार बयानबाजी होती रही. कई कलाकारों ने इस मुद्दे को बेबाकी से उठाया भी था, लेकिन बिहार पुलिस की जांच में इस मसले का कोई उल्लेख नहीं किया गया है. न ही जांच रिपोर्ट में इससे जुड़े किसी तथ्य को प्रस्तुत ही किया गया है. इससे यह मामला ही गौण हो गया है.
Posted By : Thakur Shaktilochan Shandilya