दिशा सालियान के माता-पिता ने राष्ट्रपति से लगाई गुहार, कहा – न्याय दें..अन्यथा अपना जीवन खत्म कर लेंगे…
सुशांत सिंह राजपूत की एक्स मैनेजर दिशा सालियान के माता-पिता ने न्याय की मांग को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखा है. उन्होंने नारायण राणे और उनके बेटे एमएलए नितेश राणे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सलियन का निधन 9 जून, 2020 को हुआ था. उन्होंने मुंबई के मलाड में 14 वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. उनके निधन ने हर किसी को शॉक्ड कर दिया था. जल्द ही, मामला एक राजनीतिक विवाद में बदल गया और अब, दिशा के माता-पिता ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को न्याय की उम्मीद में एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने नारायण राणे और उनके विधायक बेटे नितेश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दिशा की मौत के बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने आरोप लगाया कि दिशा सलियन के साथ बलात्कार हुआ और उनकी मौत को सुशांत सिंह राजपूत से जोड़ा गया. दिशा की मां ने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया था और नारायण और उनके बेटे नितेश राणे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. उन्होंने दावा किया था कि पिता-पुत्र की जोड़ी उनकी बेटी की मौत के बारे में झूठी सूचना फैला रही है और परिवार को बदनाम कर रही है.
Late actor Sushant Singh Rajput's former manager Disha Salian's family in a letter urges President Ram Nath Kovind to take action against Union Minister Narayan Rane and his son Nitesh Rane, alleging that their daughter's death is being politicised.
— ANI (@ANI) March 25, 2022
अब सालियान परिवार ने भारतीय राष्ट्रपति को पत्र लिखकर नारायण राणे और उनके विधायक बेटे नितेश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मीडिया एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट में लिखा गया है, “दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पूर्व प्रबंधक दिशा सलियन के परिवार ने एक पत्र में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए आरोप लगाया कि उनकी बेटी की मौत का राजनीतिकरण किया जा रहा है.”
पत्र में दिशा के माता-पिता ने नारायण और नितेश राणे के खिलाफ उचित कदम नहीं उठाने पर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की धमकी दी है. उन्होंने लिखा, “हम आपसे अनुरोध करते हैं कि उचित कदम उठाने के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी करें ताकि न्याय हो सके, नहीं तो हम अपना जीवन समाप्त कर लेंगे.”