Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah : तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) लगातार टीआरपी की रेस में टॉप 5 में शामिल रहता है. शो का आने वाला एपिसोड काफी दिलचस्प होने वाला है. इन दिनों शो में दिखाया जा रहा है कि गोकुलधाम सोसाइटी कोरोना वायरस की वैक्सीन के जल्द से जल्द आने की प्रार्थना कर रहे है. अय्यर बहुत परेशान है ये सोचकर की विज्ञान इतना आगे निकल चुका है, लेकिन अब तक इसका वैक्सीन क्यों नहीं बना पाया. अब अय्यर ने फैसला किया है कि वो ध्यान करेंगे औऱ इसका हल खोजेंगे. ये सुनकर बबिता जी चौंक गई है और काफी परेशान भी.
बबीता जी अय्यर के फैसले से बिल्कुल खुश नहीं है. वो अय्यर को बहुत समझाने की कोशिश भी करती है लेकिन वो उसकी बात नहीं सुनते. वो अपने मेडिटेट करने वाले फैसले से नहीं हटते. अय्यर अखंड तपस्या करने का निर्णय लेते हैं और तय करते है कि जब तक उन्हें इस बीमारी का हल नहीं मिलता वह ध्यान में रहेंगे. वहीं, बबीता जी अय्यर के हट के आगे हार जाती है.
वहीं, जब बबीता अय्यर को बिना कुछ खाए- पिए ध्यान करते देखती है तो उसका दिल घबरा जाता है. उसे चिंता होती है कि कही इस वजह से अय्यर की तबीयत खराब ना हो जाए. इसके लिए वो एक उपाय निकालती है. बबीता फैसला लेती है कि वो अब मेनका के रूप में विश्वामित्र बने अय्यर की एकाग्रता तोड़ने की कोशिश करेगी.
क्या मेनका बनी बबीता अय्यर का ध्यान भंग करने में सफल हो पाती है, ये देखने वाली बात होगी. बता दें कि शो में कृष्णन सुब्रमण्यम अय्यर और बबीता कृष्णन अय्यर की बेमेल जोड़ी तो आप अच्छी तरह जानते हैं. जेठालाल और बबीता जी के बीच चलने वाली प्यार भरी नोंक-झोंक दर्शकों को खूब भाती है.
बता दें कि मुनमुन ने 2005 में टीवी सीरियल हम सब बाराती से करियर की शुरुआत की थी. साल 2008 में वो तारक मेहता से जुड़ी और अब तक इस शो में ही है. बबीता जी के किरदार ने उन्हें घर-घर में फेमस कर दिया. वहीं, तनुज महाशब्दे भारती विद्या भवन कला केंद्र में नाटक किया करते थे. उन्होंने इंदौर में थियेटर में भी काम किया है. उनका कहना है कि थियेटर करने से कॉन्फिडेंस आता है और फिर इंसान किसी भी रोल को कर पाता है. इसके बाद उन्होंने मुंबई की ओर रुख किया.