तारक मेहता का उल्टा चश्मा के पोपटलाल कभी दुकान में सेल्समैन का करते थे काम, जानें उनकी स्ट्रगल जर्नी
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में पत्रकार पोपटलाल का किरदार निभाने वाले श्याम पाठक की आज सोशल मीडिया पर तगड़ी फैन-फॉलोइंग है. उनकी एक्टिंग की दुनिया दीवानी है. लेकिन क्या आपको पता है कि स्ट्रगल के दिनों में वह चॉल में रहकर सेल्समैन का काम किया करते थे.
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: तारक मेहता का उल्टा चश्मा बीते 14 सालों से दर्शकों को एंटरटेन करता आ रहा है. शो के हर किरदार की सोशल मीडिया पर तगड़ी फैंन-फॉलोइंग है. फैंस सभी किरेदारों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं. शो में शादी करने के लिए बेताब रहने वाले पत्रकार पोपटलाल यानी श्याम पाठक अपने बेबाक अंदाज से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. उनकी भिड़े, जेठालाल संग लड़ाई काफी एंटरटेनिंग लगती है. हर मैरिज ब्यूरो जाकर अपने लिए कन्या ढूढ़ते हैं, फिर भी उन्हें लड़की नहीं मिलती. आज हम आपको श्याम पाठक के स्ट्रगल स्टोरी बताएंगे.
पोपटलाल की स्ट्रगल स्टोरी
पोपटलाल यानी श्याम पाठक स्ट्रगल के दिनों में चॉल में रहते थे और घर-घर जाकर सेल्समैन का काम किया करते थे. उन्होंने आज जो भी मुकाम हासिल की है, वह सब कड़ी मेहनत और टैलेंट के बलबूते है. श्याम ने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे वह गरीब सेल्समैन से एक्टर बन गए. उन्होंने कहा कि बचपन में वह बाल संस्कार कार्यक्रम में जाया करते थे, जहां नाटक होता था. वहीं मुझे एक रोल दिया गया. लोग मेरे एक्टिंग को देखकर खुश होते थे और तालियां बजाते थे. उसी वक्त मैंने सोचा कि क्यूं न मैं एक्टर ही बन जाऊं.
सेल्समैन का काम करने में आती थी शर्म
श्याम पाठक ने कहा कि पढ़ाई में काफी अच्छा था. स्कूल में सभी को मैं ही रिप्रेजेंट करता था. हालांकि घर की हालत ठीक नहीं थी और पैसों की जरूरत पड़ने लगी. जिसके बाद मैंने एक कपड़े की दुकान में सेल्समैन की जॉब पकड़ ली. इस दुकान में मेरा काम बॉस को अच्छा लगा और मुझे काफी तारीफ मिलती थी. हालांकि कभी-कभी जब मेरे स्कूल की लड़कियां अपने मम्मी के साथ कपड़े खरीदने आती थी, तो बुरा बी लगता था कि ये क्या कर रहा हूं मैं, लेकिन परिवार के लिए करना पड़ता था.
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चॉल में रहने वाला श्याम बना पोपटलाल
श्याम पाठक ने कहा, मैं उस परिवार से नहीं आता हूं, जहां एक्टर बनना आम बात हो. जब मैंने अपने परिवार को बताया था, तो सब हंसने लगे और बोले ये सब हमारे लिए नहीं है. सीधे शादी करो, परिवार बढ़ाओं, लेकिन मैंने ठान ली थी. जिसके बाद पृथ्वी थियेटर के एक वर्कशॉप का पता चला. मैंने सीए का फाइनल एग्जाम दिया और राजा की रसोई नाटक में एक नैरेटर का रोल मिला. वहां कां किया और ग्लैमर वर्ल्ड में जगह मिल गई. आज तारक मेहता का उल्टा चश्मा से घर-घर में लोग जानते हैं.